गिरिराज सिंह को पाकिस्तान में होने का एहसास कराते हैं हरे झंडे, बोले- बैन हों

Written by sabrang india | Published on: April 26, 2019
बेगूसराय। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह एक के बाद एक विवादित बयानों के तीर छोड़ रहे हैं। मुस्लिमों को टार्गेट करते हुए कब्र के लिए तीन गज जमीन वाला बयान देने के बाद गिरिराज सिंह ने एक और विवादित बयान दिया है। हाल ही में बेगूसराय में एक रैली के दौरान गिरिराज ने कहा कि चुनाव आयोग को हरे झंडों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।

मीडिया से बातचीत में गिरिराज ने कहा– “चुनाव आयोग को हरे झंडों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। यह झंडे न सिर्फ समाज में द्वेष फैलाते हैं बल्कि पाकिस्तान में होने का एहसास भी कराते हैं।” गिरिराज के बयान ने एक बार फिर से विवाद खड़ा कर दिया है। आरजेडी और काँग्रेस ने गिरिराज के बयान पर आपत्ति जताते हुए आलोचना की है जिसके बाद उनकी ही पार्टी बीजेपी ने बयान को उनकी व्यक्तिगत सोच बता अपना पल्ला झाड़ लिया है।

आरजेडी, जिसका झण्डा हरे रंग का है, ने चुनाव आयोग पर गिरिराज सिंह पर ही प्रतिबंध लगाने की माँग की है। आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा ने कहा, “देश के झंडे में से हरा रंग हटाने पर वो कैसा लगेगा ? गिरिराज जब बोलते हैं ज़हर ही उगलते हैं, उनका नाम गिरिराज न होकर विषराज होना चाहिए।” 

बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (बीपीसीसी) के प्रवक्ता हरखू झा ने गिरिराज द्वारा मतदाताओं में धर्म के नाम पर फुट डालने पर उन्हें अपनी जांच कराने को कहा है। हरखू झा ने कहा, “वो राजनीति को धर्म से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, चुनाव आयोग को उनपर सख्त कार्यवाही करनी चाहिए।“

जेडी(यू) के प्रमुख प्रवक्ता केसी त्यागी ने एक ओर कुछ भी कहने से परहेज किया वहीं पार्टी के दूसरे प्रवक्ता नीरज कुमार ने इसे गिरिराज का व्यक्तिगत बयान बताते हुए कहा “हमारी पार्टी के झंडे में भी हरा रंग है जो प्रकृति और खुशहाली का प्रतीक है।”

एलजेपी के प्रवक्ता अरशद अंसारी का कहना है कि वो इस बयान पर जरूर कोई प्रतिकृया व्यक्त करते अगर यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह के तरफ से आता।”

फिलहाल बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एचआर श्रीनिवास ने कहा, “हमें व्यक्तिगत रूप से या बीजेपी के प्रत्याशी के रूप में गिरिराज सिंह की तरफ से ऐसी कोई भी अपील नहीं आई है। हम पहले यह देखेंगे कि क्या औपचारिक रूप से ऐसी कोई अपील चुनाव आयोग से की जाती है?”   

आपको बता दें बेगूसराय सीट पर गिरिराज सिंह आरजेडी के प्रत्याशी तनवीर हसन और सीपीआई के युवा नेता कन्हैया कुमार के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।

रैली के दौरान गिरिराज ने कहा कि उनकी लड़ाई बेगूसराय के उस गिरोह से है जो भारत के टुकड़े करने की बात करते हैं। साथ ही यह भी कहा कि वो सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और विकास का प्रतिनिधित्व करते हैं।

लोकसभा 2014 के चुनाव में गिरिराज सिंह ने बिहार की नवादा सीट पर 1.4 लाख के अंतर से बड़ी जीत हासिल की थी। इस बार पार्टी से बेगूसराय का टिकट मिलने पर उन्होंने अपनी नाराज़गी खुले आम व्यक्त भी की थी पर बाद में खुद अमित शाह ने भेंट कर उन्हें मना लिया था।

बता दें कि गिरिराज सिंह पर चुनाव आयोग ने आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज कराया है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी राहुल कुमार ने मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए गुरुवार को गिरिराज के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है।

गिरिराज ने कहा था कि अगर कब्र के लिए तीन हाथ जगह चाहिए तो इस देश में वंदेमातरम गाना होगा और भारत माता की जय कहना होगा। गिरिराज सिंह पर यह मामला बेगूसराय के नगर थाने में दर्ज किया गया है।

अपने भड़काऊ और साम्प्रदायिक भाषणों के कारण हमेशा चर्चा के केंद्र में रहने वाले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के सामने मंच से मुस्लिम समुदाय के लोगों को चेतावनी दी थी कि अगर कब्र के लिए तीन हाथ जगह चाहिए तो इस देश में वंदेमातरम गाना होगा और भारत माता की जय कहना होगा।

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