राजस्थान में हर हाल में चुनाव जीतना चाह रहीं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लगता है कि वो किसानों की अनदेखी करके भी दोबारा सरकार बनाने में सफल हो जाएंगी, लेकिन किसानों की नाराजगी कुछ और कह रही है।
राज्य में कई जगह किसान फसल बर्बाद होने के कारण परेशान हैं और मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन वसुंधरा अब चुनावों तक कुछ भी सुनने के मूड में नहीं हैं।
परेशान किसान अब धरना-प्रदर्शन पर उतारू हो चुके हैं। पत्रिका के अनुसार बूंदी जिले में कई जगह उड़द उगानेवालों ने मुआवजे की मांग करते हुए प्रदर्शन किए हैं। नैनवां उपखंड की फूलेता ग्राम पंचायत के दलेलपुरा गांव के किसानों ने मंगलवार को उपखंड अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर उड़द की फसल में हुए खराबे का सर्वे करवाकर मुआवजा दिलाने की मांग की।
गांव के पचास से अधिक किसानों ने ज्ञापन दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि बरसात से उड़द की फसल पूरी तरह से खराब हो गई। अस्सी प्रतिशत से अधिक फसल नष्ट हो गई है, इसले फसल का सर्वे करवाया उचित मुआवजा दिया जाए।
इसी तरह केशवरायपाटन क्षेत्र में लगातार बारिश होने से खराब हुई फसलों का मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर किसानों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया। इंद्रपुरिया गांव के किसानों ने बताया कि उड़द की फसल नष्ट हो गई है।
सूनगर गांव के किसानों ने भी उड़द की फसलें नष्ट होने पर मुआवजा दिलाने की मांग की है। किसानों ने बताया कि लगातार बारिश से उड़द, मूंग, तिल्ली की फसलें नष्ट हो गई है। ऐसे में किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो किसान बर्बाद हो जाएगा।
तहसीलदार गजेंद्र सिंह का कहना है कि नुकसान का सर्वे करवाना शुरू कर दिया है। 3 दिन में सर्वे करवाकर जिला कलक्टर के पास रिपोर्ट भेज दी जाएगी।
लाखेरी क्षेत्र में भी उड़द के किसानों ने उपखंड कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने सरकार से सर्व करवाकर जल्द से जल्द मुआवजा देने की मांग की। दोपहर को बड़ी संख्या में ग्राम पंचायत बसवाड़ा के करीरिया, कांकरा मेज, पाली और गुहाटा गांव के किसानों ने उपखंड कार्यालय पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर पीडि़त किसानों को राहत देने की मांग की। उधर गुहाटा क्षेत्र के किसानों ने भी दिलीप सिंह हाड़ा के नेतृत्व में मुआवजा देने की सरकार से मांग की।
देईखेड़ा क्षेत्र में भी बरसात से उड़द की फसल में हुए नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया। कोटड़ी, झपायता, बलदेवपुरा, आजंदा गांव के तीन दर्जन से अधिक किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। किसानों खराब फसल दिखाकर मुआवजा दिलाने की मांग की।
राज्य में कई जगह किसान फसल बर्बाद होने के कारण परेशान हैं और मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन वसुंधरा अब चुनावों तक कुछ भी सुनने के मूड में नहीं हैं।
परेशान किसान अब धरना-प्रदर्शन पर उतारू हो चुके हैं। पत्रिका के अनुसार बूंदी जिले में कई जगह उड़द उगानेवालों ने मुआवजे की मांग करते हुए प्रदर्शन किए हैं। नैनवां उपखंड की फूलेता ग्राम पंचायत के दलेलपुरा गांव के किसानों ने मंगलवार को उपखंड अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर उड़द की फसल में हुए खराबे का सर्वे करवाकर मुआवजा दिलाने की मांग की।
गांव के पचास से अधिक किसानों ने ज्ञापन दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि बरसात से उड़द की फसल पूरी तरह से खराब हो गई। अस्सी प्रतिशत से अधिक फसल नष्ट हो गई है, इसले फसल का सर्वे करवाया उचित मुआवजा दिया जाए।
इसी तरह केशवरायपाटन क्षेत्र में लगातार बारिश होने से खराब हुई फसलों का मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर किसानों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया। इंद्रपुरिया गांव के किसानों ने बताया कि उड़द की फसल नष्ट हो गई है।
सूनगर गांव के किसानों ने भी उड़द की फसलें नष्ट होने पर मुआवजा दिलाने की मांग की है। किसानों ने बताया कि लगातार बारिश से उड़द, मूंग, तिल्ली की फसलें नष्ट हो गई है। ऐसे में किसानों को मुआवजा नहीं मिला तो किसान बर्बाद हो जाएगा।
तहसीलदार गजेंद्र सिंह का कहना है कि नुकसान का सर्वे करवाना शुरू कर दिया है। 3 दिन में सर्वे करवाकर जिला कलक्टर के पास रिपोर्ट भेज दी जाएगी।
लाखेरी क्षेत्र में भी उड़द के किसानों ने उपखंड कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने सरकार से सर्व करवाकर जल्द से जल्द मुआवजा देने की मांग की। दोपहर को बड़ी संख्या में ग्राम पंचायत बसवाड़ा के करीरिया, कांकरा मेज, पाली और गुहाटा गांव के किसानों ने उपखंड कार्यालय पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर पीडि़त किसानों को राहत देने की मांग की। उधर गुहाटा क्षेत्र के किसानों ने भी दिलीप सिंह हाड़ा के नेतृत्व में मुआवजा देने की सरकार से मांग की।
देईखेड़ा क्षेत्र में भी बरसात से उड़द की फसल में हुए नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया। कोटड़ी, झपायता, बलदेवपुरा, आजंदा गांव के तीन दर्जन से अधिक किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। किसानों खराब फसल दिखाकर मुआवजा दिलाने की मांग की।