किसानों ने लंगर के मंगवाकर खाया खाना, सरकार की चाय भी ठुकराई

Written by Sabrangindia Staff | Published on: December 5, 2020
नई दिल्ली। आज सरकार के साथ बैठक के बीच किसानों ने लंगर से खाना मंगवाया और नीचे फर्श पर बैठकर खाया। इसके साथ ही उन्होंने सरकार की चाय का ऑफर भी ठुकरा दिया। एमएसपी पर पक्का वादा सहित कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े किसानों की आज सरकार के साथ पांचवें दौर की वार्ता हुई। लेकिन यह वार्ता भी विफल साबित हुई और कोई हल नहीं निकल सका। अब 9 दिसंबर को सुबह 11 बजे फिर सरकार और किसान नेताओं की बातचीत होगी। 



बैठक के बाद किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने कहा है कि वे हमें 9 दिसंबर को एक प्रस्ताव भेजेंगे। हम (किसान) आपस में इस पर चर्चा करेंगे, जिसके बाद उसी दिन उनके साथ बैठक होगी। वहीं, किसान नेता बूटा सिंह ने कहा कि हम कानून रद्द करा कर ही मानेंगे। इससे कम पर हम मानने वाले नहीं हैं। 

किसान सरकार से अब हां या ना में जवाब चाह रहे हैं। आज दिल्ली के विज्ञान भवन में पांचवें दौर की वार्ता के दौरान किसान नेता शांत बैठ गए थे। और मंत्री आपस में बात करने के लिए बाहर चले गए थे। किसान नेता एक पन्ने पर हां या ना यानी यस या नो लिखकर बैठे थे। किसान संगठन के नेता बैठक में मंत्रियों के सामने यस या नो प्ले कार्ड लेकर बैठ गए। 

किसान संगठनों ने सरकार से कहा कि हमारे पास एक साल की सामग्री है। सरकार को तय करना है वो क्या चाहती है। किसान नेताओं ने सरकार से कहा कि आप बता दीजिए कि आप हमारी मांग पूरी करेंगे या नहीं।

वार्ता के दौरान किसान नेता सरकार से बेहद नाराज नजर आए। किसान नेताओं ने कहा कि सरकार हमारी मांगों पर फैसला ले, नहीं तो हम बैठक से जा रहे हैं। किसानों संगठनों के नेताओं ने बैठक में कनाडा के प्रधानमंत्री के बयान का हवाला दिया। किसान नेताओं ने कहा कि नए कृषि कानूनों पर कनाडा के प्रधानमंत्री और वहां की संसद चर्चा कर रही है, लेकिन हमारी सरकार हमारी बात को नहीं सुन रही।

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