भिलाई में जंजगिरी गांव में दो महीने पहले किसान की आत्महत्या के पीछे कर्ज की परेशानी ही निकली। पहले बताया जा रहा था कि किसान आदतन शराबी था और इसी कारण उसने आत्महत्या की है।
अब पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि राजनीतिक रसूख वाले कुछ लोगों ने अंडा थाना क्षेत्र के जंजगिरी में मृतक की जमीन का सौदा करवाकर उसे परेशान कर दिया था और उसे प्रताड़ित कर रहे थे। इस वजह से तंग आकर किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। घटना के 2 महीने बाद पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
नईदुनिया की रिपोर्ट के अनुसार, अंडा के ग्राम जंजगिरी निवासी मृतक संजय कुमार बंजारे ने 30 जुलाई को अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मरने से पहले संजय ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें उसने सूदखोरों के परेशान करने की बात लिखी थी। हालांकि, आरोपी राजनीतिक रसूख वाले थे इसलिए उनके नाम पुलिस ने छिपा लिए थे।
बाद में जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली की मृतक की ग्राम पाऊवारा में एक एकड़ 92 डिसमिल जमीन है। ग्राम जंजगिरी निवासी आरोपी अंजोर सिंह जांगड़े ने अपने दो साथियों ग्राम पतोरा उतई निवासी भुनेश्वर प्रसाद साहू और हथखोज पारा उतई निवासी राकेश वैष्णव के साथ मिलकर मृतक को कुछ पैसे ब्याज पर दिए थे। इसके बदले में आरोपियों ने उसकी जमीन का इकरारनामा तैयार करवा लिया और कुछ कोरे चेक ले लिए थे।
इसी इकरारनामे के आधार पर आरोपियों ने इस जमीन को चार लोगों में बेच दिया और मृतक के खाते में जमीन का पैसा जमा करवाकर उसके चेक से रुपए खुद निकालते गए।
जमीन खरीदने वालों को पता चला कि उनके साथ धोखा हुआ है, तो वे संजय कुमार बंजारे के पास आने लगे, और उस पर धोखाधड़ी का आरोप लगाने लगे। इससे तंग आकर संजय कुमार बंजारे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
अब पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि राजनीतिक रसूख वाले कुछ लोगों ने अंडा थाना क्षेत्र के जंजगिरी में मृतक की जमीन का सौदा करवाकर उसे परेशान कर दिया था और उसे प्रताड़ित कर रहे थे। इस वजह से तंग आकर किसान ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। घटना के 2 महीने बाद पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
नईदुनिया की रिपोर्ट के अनुसार, अंडा के ग्राम जंजगिरी निवासी मृतक संजय कुमार बंजारे ने 30 जुलाई को अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मरने से पहले संजय ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें उसने सूदखोरों के परेशान करने की बात लिखी थी। हालांकि, आरोपी राजनीतिक रसूख वाले थे इसलिए उनके नाम पुलिस ने छिपा लिए थे।
बाद में जांच के दौरान पुलिस को जानकारी मिली की मृतक की ग्राम पाऊवारा में एक एकड़ 92 डिसमिल जमीन है। ग्राम जंजगिरी निवासी आरोपी अंजोर सिंह जांगड़े ने अपने दो साथियों ग्राम पतोरा उतई निवासी भुनेश्वर प्रसाद साहू और हथखोज पारा उतई निवासी राकेश वैष्णव के साथ मिलकर मृतक को कुछ पैसे ब्याज पर दिए थे। इसके बदले में आरोपियों ने उसकी जमीन का इकरारनामा तैयार करवा लिया और कुछ कोरे चेक ले लिए थे।
इसी इकरारनामे के आधार पर आरोपियों ने इस जमीन को चार लोगों में बेच दिया और मृतक के खाते में जमीन का पैसा जमा करवाकर उसके चेक से रुपए खुद निकालते गए।
जमीन खरीदने वालों को पता चला कि उनके साथ धोखा हुआ है, तो वे संजय कुमार बंजारे के पास आने लगे, और उस पर धोखाधड़ी का आरोप लगाने लगे। इससे तंग आकर संजय कुमार बंजारे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।