असम: NRC प्राधिकरण री-वैरिफिकेशन के लिए जा रहे लोगों की बस दुर्घटनाग्रस्त, कई घायल

Written by sabrang india | Published on: August 5, 2019
गुवाहाटी। पिछले सप्ताह के अंत में निचले असम से सैकड़ों गरीब और हाशिये के लोगों को पुन: सत्यापन के नोटिस मिलने के लिए आनन फानन में 400-500 किलोमीटर दूर जाना पड़ा। एनआरसी प्राधिकरण द्वारा नोटिस सर्व किए जाने के बाद लोग इतनी हड़बड़ी में आ गए कि वे रातोंरात निर्धारित सेंटर्स पर समय से पहुंचने के लिए घरों से निकल पड़े। इस बीच एक परिवार के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर सामने आई है। 

कामरूप जिले के सोनतोली के 60 वर्षीय अब्दुल कलाम आज़ाद अपने परिवार के 20 से अधिक सदस्यों के साथ सुनवाई में जा रहे थे। पूरा परिवार एक ही बस में सफर कर रहा था। इस बीच बस देर रात दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस दुर्घटना में एक बच्चा और एक 8 वर्षीय नाबालिग सहित 24 लोग घायल हुए हैं। बाकी लोगों को जलने, फ्रैक्चर और सिर की चोटों सहित गंभीर चोटें लगी हैं। तीन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी का इलाज गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है।

एनआरसी प्राधिकरण द्वारा नोटिस सर्व किए जाने को लेकर सबरंग इंडिया ने विशेष रिपोर्ट में बताया था कि किस तरह प्राधिकरण सुप्रीम कोर्ट के 23 जुलाई के आदेश का उल्लंघन कर रहा है। यह बस रविवार रात सोनतली से गोलाघाट जा रही थी जिसमें एनआरसी सुनवाई के लिए लोग जा रहे थे। इसमें एक की मौत की खबर है जबकि घायलों को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। 

सुप्रीम कोर्ट ने 23 जुलाई को एनआरसी प्राधिकरण को साफ निर्देश दिया है कि रि-वैरीफिकेशन अनिवार्य नहीं है। इसके बावजूद एनआरसी प्राधिकरण ने दो दिन में हजारों लोगों को निचले असम से ऊपरी असम पहुंचकर अपने दस्तावेजों की पुन: जांच कराने के नोटिस भिजवा दिए। ऐसे में लोगों को 400 से 700 किमी का सफर करना पड़ रहा है। सोनतली से गोलाघाट की दूरी ही 400 किमी है। प्राधिकरण ने दो दिन की समय सीमा दी है ऐसे में यहां के परिवार रात्रि में ही वैरीफिकेशन सेंटर्स के लिए निकल गए थे। इस बीच एक परिवार को करीब 15 से 40 हजार रुपये तक का किराया वहन करना पड़ रहा है। 

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