राजस्थान में कांग्रेस-बसपा के 8 मुस्लिम विधायक, भाजपा का खाता खाली

Written by Sabrangindia Staff | Published on: December 13, 2018
जयपुर। राजस्थान चुनाव में बीजेपी को मात देकर कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है। हर चुनाव में हिंदू मुस्लिम कार्ड खेलने वाली बीजेपी का राजस्थान में इस बार एक भी मुस्लिम विधायक नहीं जीता है। ऐसा पिछले पच्चीस साल में पहली बार हुआ है जब बीजेपी का कोई मुस्लिम विधायक नहीं जीता। हालांकि, इस बार आठ मुस्लिम चेहरों ने विजय हासिल की है जिसमें 7 कांग्रेस और एक बीएसपी से है।


कामन विधानसभा सीट से कांग्रेस की विधायक जाहिदा खान
राजस्थान चुनाव में कांग्रेस ने इस बार 15 मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट दिया था. इनमें से 7 जीत गए। पिछली बार कांग्रेस ने 16 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे लेकिन ये सभी चुनाव हार गए थे जबकि भाजपा के टिकट पर 2 प्रत्याशी चुनाव जीत गए थे।

भाजपा के विजयी प्रत्याशियों में से एक यूनुस खान वसुंधरा सरकार में मंत्री भी थे. भाजपा में उन्हें इस बार भी चुनाव लड़वाया था लेकिन सचिन पायलट ने हरा दिया। 199 विधानसभा सीट वाले राजस्थान में मुस्लिम विधायकों की सबसे बड़ी संख्या 1998 में रही है जब यहां 12 मुस्लिम विधायक चुने गए थे।

आदर्शनगर से रफीक खान

आदर्शनगर विधानसभा सीट से रफीक खान ने भाजपा के अशोक परनामी को 12 हजार 553 वोटों से हरा दिया. किशनपोल विधानसभा से अमीन कागजी जीतने वाले दूसरे मुस्लिम प्रत्याशी रहे। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के मोहनलाल गुप्ता को 1434 वोटों से हराया।

फतहपुर से कांग्रेस विधायक हाकिम अली खान
कांग्रेस के राजस्थान प्रवक्ता दानिश अबरार ने भाजपा के चर्चित चेहरे अशोक मीणा को 25 हजार 199 वोटों से हराकर सवाई माधोपुर विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की है। शेउ विधानसभा में भी इसी तरह का प्रदर्शन रहा। यहां कांग्रेस के अमीन खान ने 23 हजार 554 वोटों से जीत दर्ज की इन्होंने भाजपा के खंगर सिंह सोढा को हराया। सबसे नजदीकी मुकाबला पोखरण सीट पर हुआ यहां से राजस्थान के जैसलमेर के सबसे ताक़तवर परिवार कहे जाने ग़ाजी फ़कीर के बेटे सालेह मोहम्मद ने भाजपा के प्रतापपुरी को 929 वोटों से हराया।

नागर विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के वाजिब अली

कांग्रेस की ज़ाहिदा खान की जीत की भी चर्चित रहीं। मेवातियों में लोकप्रिय पूर्व विधायक ज़ाहिदा खान कामन विधानसभा सीट से चुनाव लड़ी थीं, उन्हें रिकॉर्ड एक लाख 10 हजार 789 वोट मिलीं। जाहिदा खान ने भाजपा प्रत्याशी जवाहर सिंह बेधम को 39 हजार 621 वोटों से हराया।

मुस्लिम बहुल फतहपुर विधानसभा सीट से हाकम अली खान बमुश्किल ही जीत पाए यहां 5 मुस्लिम प्रत्याशी लड़ रहे थे इन्होंने भाजपा की सुनीता कुमारी को हराया। यहां जीत का अंतर सिर्फ 860 रहा।

नागर विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के वाजिब अली को 25 हजार 467 वोटों से जीत मिली। उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेमपाल सिंह को हराया यहां तीसरे स्थान पर भाजपा और चौथे पर कांग्रेस रही। तीनों को क्रमशः 37 हजार, 34 हजार और 31 हजार वोट मिलीं।

भाजपा के एकमात्र मुस्लिम प्रत्याशी यूनुस खान को 54 हजार 179 वोटों से हार मिली। टोंक से चुनाव लड़ रहे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी पूर्व मंत्री यूनुस खान डीडवाना से विधायक थे उन्हें अंतिम समय पर सचिन पायलट के सामने चुनाव लड़ने के लिए बुलाया गया था। टोंक विधानसभा सीट पर 60 हजार मुसलमान हैं यहां सचिन पायलट को एक लाख 9 हजार वोट मिलीं।

हालांकि, कांग्रेस के कुछ बड़े मुस्लिम नेताओं को भी हार का सामना करना पड़ा। जयपुर के आदिल रज़ा के मुताबिक ऐसा आपसी खींचतान और एक ही विचारधारा के कई प्रत्याशियों के आपस में लड़ जाने से हुआ। सूरसागर और पुष्कर विधानसभा में मुस्लिम प्रत्याशी करीब आकर हार गए।

सूरसागर में कांग्रेस के प्रोफेसर अय्यूब खान 4 हजार 655 वोटों से हार गए यहां भाजपा के सूर्यकांत व्यास जीते। पुष्कर विधानसभा से भाजपा के सुरेश रावत ने कांग्रेस के नसीम अख्तर इंसाफ को 9 हजार 389 वोटों से हराया। यहां तीसरे स्थान पर शहाबुदीन कुरैशी रहे।

Courtesy: Two Circles

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