नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन की कमी की वजह से जान गंवाने वाले लोगों को मुआवजा देने के लिए 4 सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया है। कमेटी के गठन वाली फाइल अप्रूवल के लिए उप-राज्यपाल अनिल बैजल को भेजी गई। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान इस तरह की खबरें सामने आईं कि कुछ अस्पताओं में ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत हुई। कोविड-19 की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की काफी किल्लत रही थी।'
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, 'सरकार ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए 4 सदस्य, जो मेडिकल एक्सपर्ट हैं, उनकी एक कमेटी बनाई है, जो अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से मौत की जांच करेंगे। कमेटी का गठन करने के बाद फाइल उप-राज्यपाल को भेज दी है। जैसे ही उप-राज्यपाल से फाइल अप्रूव होकर आती है, कमेटी काम करना शुरू कर देगी।'
सिसोदिया ने कहा, 'कमेटी हफ्ते में दो बार मामलों की जांच करेगी और फैसले लेगी। अगर जांच के बाद पता चलेगा कि किसी की मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुई है तो सरकार ऐसे मामलों में पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये का मुआवजा देगी।'
गौरतलब है कि कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए प्रॉपर्टी बेचने वाली अदालत की टिप्पणी पर मनीष सिसोदिया ने कहा था कि BJP ने नगर निगम की जैसी हालत की है, वैसी हालत देश में किसी भी संस्था की नहीं है। कोर्ट को कहना पड़ रहा है कि अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए प्रॉपर्टी बेचें। आज नगर निगम बिकने के कगार पर है। आज तक कोई संस्था इस हाल पर नहीं पहुंची। निगम का मूल काम है साफ-सफाई, एक वॉर्ड नहीं बता पाएंगे, जो इन्होंने साफ किया हो।
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, 'सरकार ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए 4 सदस्य, जो मेडिकल एक्सपर्ट हैं, उनकी एक कमेटी बनाई है, जो अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से मौत की जांच करेंगे। कमेटी का गठन करने के बाद फाइल उप-राज्यपाल को भेज दी है। जैसे ही उप-राज्यपाल से फाइल अप्रूव होकर आती है, कमेटी काम करना शुरू कर देगी।'
सिसोदिया ने कहा, 'कमेटी हफ्ते में दो बार मामलों की जांच करेगी और फैसले लेगी। अगर जांच के बाद पता चलेगा कि किसी की मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुई है तो सरकार ऐसे मामलों में पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये का मुआवजा देगी।'
गौरतलब है कि कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए प्रॉपर्टी बेचने वाली अदालत की टिप्पणी पर मनीष सिसोदिया ने कहा था कि BJP ने नगर निगम की जैसी हालत की है, वैसी हालत देश में किसी भी संस्था की नहीं है। कोर्ट को कहना पड़ रहा है कि अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए प्रॉपर्टी बेचें। आज नगर निगम बिकने के कगार पर है। आज तक कोई संस्था इस हाल पर नहीं पहुंची। निगम का मूल काम है साफ-सफाई, एक वॉर्ड नहीं बता पाएंगे, जो इन्होंने साफ किया हो।