नई दिल्ली. दिल्ली में कामकाज को लेकर सात दिन से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उप राज्यपाल अनिल बैजल के ऑफिस में उनका इंतजार कर रहे हैं. उनका कहना है कि एलजी ने केंद्र सरकार के इशारे पर आईएएस अधिकारियों की चार महीने से हड़ताल करा रखी है. सरकार को राज्य में काम नहीं करने दिया जा रहा. इस बीच उनके समर्थन का दायरा बढ़ता ही जा रहा है.
शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केरल के मुख्यमंत्री विजयन, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी कुमारस्वामी के साथ केजरीवाल के आवास पर प्रेस कांफ्रेंस कर समर्थन देने की बात कही. इस दौरान उन्होंने एलजी अनिल बैजल को पत्र लिखकर उनके ऑफिस में दिल्ली के मुख्यमंत्री से मिलने की परमीशन मांगी. ममता द्वारा दो पत्र भेजे जाने के बावजूद एलजी की तरफ से कोई रेस्पॉन्स नहीं आया.
ममता बनर्जी ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नीति आयोग की बैठक के दौरान की. हालांकि सारे आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर ही हैं कि दिल्ली के एलजी उनके इशारे पर कामकाज ठप करा रहे हैं. इस शिकायत को वे किस तरह से लेते हैं ये तो समय ही बताएगा. इससे पहले ममता सहित चारों मुख्यमंत्रियों ने एलजी पर निशाना साधते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या बताया था.
ममता ने कहा कि दिल्ली में संवैधानिक संकट है. ऐसा कोई भी संकट नहीं होना चाहिए जिससे कि सरकार और आम जनता दिक्कत महसूस करे. दिल्ली में 2 करोड़ लोग हैं. चार महीने से दिल्ली का काम बंद पड़ा है. इससे ज्यादा दुर्भाग्य कुछ भी नहीं हो सकता है. एलजी ने वक्त नहीं दिया तो किसके पास जाएं. ममता ने कहा कि मैं केजरीवाल से मिलना चाहती थी, लेकिन मुझे इजाजत नहीं दी गई. मुख्यमंत्रियों को मिलने नहीं देना लोकतंत्र की हत्या है.
आप के कार्यकर्ता आज प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने वाले हैं. इस बारे में नई दिल्ली के डीसीपी मधुर वर्मा ने कहा, विरोध मार्च के लिए आप ने कोई इजाजत नहीं मांगी है. विरोध प्रदर्शन के वक्त चार मेट्रो स्टेशन-उद्योग भवन, लोक कल्याण मार्ग, पटेल चौक और केंद्रीय सचिवालय के गेट बंद रहेंगे. वहीं आप नेता राखी बिड़लान ने आरोप लगाए हैं कि दिल्ली पुलिस लोगों के घर जाकर उनसे प्रदर्शन में शामिल होने के बारे में पूछ रही है.
शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केरल के मुख्यमंत्री विजयन, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी कुमारस्वामी के साथ केजरीवाल के आवास पर प्रेस कांफ्रेंस कर समर्थन देने की बात कही. इस दौरान उन्होंने एलजी अनिल बैजल को पत्र लिखकर उनके ऑफिस में दिल्ली के मुख्यमंत्री से मिलने की परमीशन मांगी. ममता द्वारा दो पत्र भेजे जाने के बावजूद एलजी की तरफ से कोई रेस्पॉन्स नहीं आया.
ममता बनर्जी ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नीति आयोग की बैठक के दौरान की. हालांकि सारे आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर ही हैं कि दिल्ली के एलजी उनके इशारे पर कामकाज ठप करा रहे हैं. इस शिकायत को वे किस तरह से लेते हैं ये तो समय ही बताएगा. इससे पहले ममता सहित चारों मुख्यमंत्रियों ने एलजी पर निशाना साधते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या बताया था.
ममता ने कहा कि दिल्ली में संवैधानिक संकट है. ऐसा कोई भी संकट नहीं होना चाहिए जिससे कि सरकार और आम जनता दिक्कत महसूस करे. दिल्ली में 2 करोड़ लोग हैं. चार महीने से दिल्ली का काम बंद पड़ा है. इससे ज्यादा दुर्भाग्य कुछ भी नहीं हो सकता है. एलजी ने वक्त नहीं दिया तो किसके पास जाएं. ममता ने कहा कि मैं केजरीवाल से मिलना चाहती थी, लेकिन मुझे इजाजत नहीं दी गई. मुख्यमंत्रियों को मिलने नहीं देना लोकतंत्र की हत्या है.
आप के कार्यकर्ता आज प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने वाले हैं. इस बारे में नई दिल्ली के डीसीपी मधुर वर्मा ने कहा, विरोध मार्च के लिए आप ने कोई इजाजत नहीं मांगी है. विरोध प्रदर्शन के वक्त चार मेट्रो स्टेशन-उद्योग भवन, लोक कल्याण मार्ग, पटेल चौक और केंद्रीय सचिवालय के गेट बंद रहेंगे. वहीं आप नेता राखी बिड़लान ने आरोप लगाए हैं कि दिल्ली पुलिस लोगों के घर जाकर उनसे प्रदर्शन में शामिल होने के बारे में पूछ रही है.