डॉक्टर मां के लिए अस्पताल में पीपीई किट उपलब्ध कराने लिए अभियान चला रही है बेटी

Written by Sabrangindia Staff | Published on: April 11, 2020
जयपुर। गंभीर स्वास्थ्य संकट के इस दौर में  हर किसी को मदद की जरुरत है। निम्न आय वर्ग वाले परिवारों और प्रवासी मजदूरों को राशन की आवश्यकता है तो फ्रंटलाइन पर कोरोना से देखभाल कर रहे डॉक्टरों और कर्मचारियों को पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट) की जरूरत है। देशभर में हेल्थ केयर सेक्टर  कोरोना वायरस के ट्रांसमिशन से खुद को बचाने के लिए पीपीई हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहा है। इस उद्देश्य के लिए नागरिक समाज और कई लोग पैसे जुटाने के लिए अभियान चला रहे हैं ताकि आवश्यक पीपीई खरीदे जा सकें और उन्हें चिकित्सा समुदाय को प्रदान किया जा सके।




ऐसा ही एक अभियान जयपुर में अरु भारतीय चला रही हैं। उनकी माँ जयपुर में एसएमएस (सवाई मानसिंह) अस्पताल में एक सामान्य सर्जन हैं, जो राजस्थान के सबसे बड़े COVID19 उपचार केंद्रों में से एक है। शुरु में  मास्क की कमी से निपटने के लिए भारतीय ने अपनी मां के कहने पर रेजीडेंट्स डॉक्टरों के लिए खुद मास्क की सिलाई की। हालांकि अब उन्हें समुदाय से भी मदद मिल रही है। पीपीई का खतरा मंडरा रहा है इसलिए भारतीय खुद एक अभियान हमारा लोकतंत्र चला रही हैं ताकि पीपीई को खरीदने के लिए धन जुटाया जा सके। भारतीय एक सिविल इंजीनियर और अर्थशास्त्री हैं और एक करियर रिसर्च इंस्टीट्यूट और एनजीओ के साथ काम कर रहीं हैं। 


पीपीई की कमी पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए भारतीय  ने कहा, मेरी मां जयपुर के एसएमएस अस्पताल में एक जनरल सर्जन हैं। कोविड-19 से डॉक्टर किस प्रकार संक्रमित हो रहे हैं और  कैसे स्वास्थ्य देखभाल में लगे कर्मचारियों को कोई सुरक्षात्मक गियर नहीं दिया जा रहा है, इसलिए ये कहांनियां सुनकर मैं अपनी मां के स्वास्थ्य और अन्य सभी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए डर गयी। मुझे लगता है कि हमारा मेडिकल स्टाफ अभी बहुत कमजोर है और भारत में रोगियों पर डॉक्टों का अनुपात बहुत कम है, यानि प्रत्येक 1700 रोगियों पर एक डॉक्टर है।  इस हालत में हर डॉक्टर को बचाना जरूरी है। हम जानते हैं कि भारत में 50 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मियों का कोविड-19 के लिए  टेस्ट पॉजिटिव आया है। 

भारतीय ने यह भी कहा कि पीपीई की कमी से डॉक्टरों औ अन्य फ्रंटलाइन हेल्थकर्मियों के लिए खतरनाक स्थिति में हैं। सरका द्वारा दिया जा रहा धन पर्याप्त नहीं है। बहुत सी अन्य चीजें हैं जिसके लिए धन का इस्तेमाल किया जा रहा है। वह लोगों से इस अभियान के माध्यम से धन जुटाने की कोशिश कर रहीं हैं ताकि एसएमएस अस्पताल में डॉक्टर निडर होकर अपना काम कर सकें और देश इस संकट को एक साथ खत्म कर सके। 

अभियान के लिंक पर जाने के लिए यहां क्लिक करें।

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