मिशन 2024: 'भारत जोड़ो यात्रा' की तर्ज पर कांग्रेस की 'यूपी जोड़ो यात्रा' 20 दिसंबर को सहारनपुर से शुरू

Written by Navnish Kumar | Published on: December 17, 2023
"विधानसभा चुनाव के नतीजों ने एक बार फिर कांग्रेस को सोचने पर मजबूर कर दिया है। यही वजह है कि पार्टी ने 2024 की तैयारियां नए सिरे से शुरू कर दी हैं। यूपी पर विशेष फोकस रहेगा। इसके लिए 'भारत जोड़ो यात्रा' की तर्ज पर, पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे उत्तर प्रदेश में 'परिवर्तन यात्रा' के नाम से 'यूपी जोड़ो यात्रा' निकालने जा रही है। 20 दिसंबर से सहारनपुर से शुरू होने वाली "उत्तर प्रदेश जोड़ो यात्रा" के लिए पार्टी ने 36 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। करीब 20 से 22 दिन तक चलने वाली यह पद यात्रा 11 जिलों से होकर गुजरेगी। इस यात्रा के जरिए करीब 15 लोकसभा कवर की जाएंगी।"



दरअसल, हाल के आए विधानसभा चुनाव परिणामों ने कांग्रेस को रणनीति बदलने पर मजबूर कर दिया है। लिहाजा, उसने नए सिरे से 2024 की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी से लोकसभा चुनाव के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जा रहे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ‘यूपी जोड़ो यात्रा’ निकालने जा रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेश दीक्षित की अध्यक्षता वाली 36 सदस्यीय समिति में अन्य लोगों के अलावा मनोज यादव और पंखुड़ी पाठक भी शामिल हैं। जुलूस, जिसे परिवर्तन यात्रा भी कहा जा रहा है, यह 20 दिसंबर को पश्चिम यूपी के सहारनपुर जिले से शुरू होगा, और मुजफ्फरनगर, बिजनौर, अमरोहा, मोरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी और फिर सीतापुर को कवर करेगा। यात्रा 20 दिनों तक चलने की उम्मीद है और 10 जनवरी को समाप्त होगी।

एक कांग्रेस नेता ने कहा, "समिति यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम करेगी कि यात्रा में अधिक से अधिक लोग भाग लें।" उन्होंने कहा कि यात्रा का उद्देश्य उन लोगों तक पहुंचना है जिनकी “वर्तमान सरकार द्वारा नहीं सुनी जा रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि यूपी में किसान और युवा संघर्ष कर रहे हैं, जबकि मुस्लिम समुदाय को विभिन्न क्षेत्रों से बार-बार हमलों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए, यात्रा के दौरान हमारा ध्यान इन वर्गों पर रहेगा।”

यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय बेहद रणनीतिक ढंग से यात्रा का पहला चरण शुरू कर रहे हैं। मठ, मंदिरों, दरगाहों, गुरुद्वारों और चर्चों में माथा टेकते हुए कांग्रेस नेता यात्रा के जरिये भाईचारा और सर्वधर्म समभाव का संदेश भी देंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि यूपी जोड़ो यात्रा मुख्य तौर पर 20 दिसंबर से सहारनपुर के गंगोह से शुरू की जाएगी. सबसे पहले यहां मां शाकुंभरी के दर्शन किये जायेंगे. लेकिन 16 दिसंबर से खरमास शुरू हो रहा है, तो 15 दिसंबर को बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर काशी से यात्रा का सांकेतिक प्रारंभ कर दिया गया है।

कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने शुक्रवार को बताया कि बाबा काशी विश्वनाथ और काशी कोतवाल काल भैरव से आशीर्वाद से आज काशी से सांकेतिक रूप से यूपी जोड़ो यात्रा की शुरुआत की गई है। लेकिन विधिवत तौर से यूपी जोड़ो यात्रा का शुभारंभ 20 दिसंबर को सहारनपुर से शक्तिपीठ मां शाकंभरी देवी के दर्शनों से किया जाएगा। इसके बाद गंगोह से सूफी संत हजरत कुतुबे आलम की दरगाह पर चादर चढ़ाकर यात्रा की विधिवत शुरूआत की जाएगी।

संगठन महासचिव अनिल यादव के मुताबिक, करीब 20 से 22 दिन तक चलने वाली पद यात्रा 11 जिलों से होकर गुजरेगी। इस यात्रा के जरिए करीब 15 लोकसभा कवर की जाएंगी। गगोह में सूफी संत हजरत कुतुबे आलम की दरगाह पर चादर भी चढ़ाई जाएगी। वहीं गंगोह से शुरू होने वाली इस यात्रा को सीतापुर स्थित तीर्थ स्थल नैमिषारण्य में समाप्त करने की योजना है। यात्रा के दौरान जनसभाएं करके जनता की समस्याओं को उठाया जाएगा और आम लोगों को पार्टी से जोड़ने पर फोकस किया जाएगा। यात्रा में शामिल होने के लिए प्रदेश कमेटी की ओर से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी न्योता भेजा गया है। यही नहीं, यात्रा के लिए सपा समेत सहयोगी दलों को भी न्योता दिया गया है।

यूपी पार्टी प्रमुख अजय राय के नेतृत्व में आयोजित यात्रा को सफल बनाने के लिए आराधना मिश्रा मोना, निर्मल खत्री, सलमान खुर्शीद, अजय लल्लू, बृजलाल खबरी, जफर अली नकवी व इमरान मसूद आदि कांग्रेस नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारिया दी गई है। यात्रा में शामिल होने के लिए प्रदेश कमेटी की ओर से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी न्योता भेजा गया है।

कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (UPCC) ने परिवर्तन यात्रा का नेतृत्व करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित करने का प्रस्ताव रखा है, जिनमें वायनाड से सांसद राहुल गांधी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की महासचिव (यूपी प्रभारी) प्रियंका गांधी वाद्रा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हो सकते हैं। पदयात्रा में नए साल के आसपास कुछ दिन के लिए ब्रेक हो सकता है। यात्रा के बीच में ही कांग्रेस का स्थापना दिवस (28 दिसंबर) पड़ेगा। सूत्रों के मुताबिक पार्टी जनता के बीच में ही स्थापना दिवस मनाएगी। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर औपचारिक कार्यक्रम होगा।

कांग्रेस 1989 से राज्य में सत्ता से बाहर है। सालों, अपना खोया हुआ समर्थन आधार वापस पाने के लिए समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़ने की कोशिश कर रही है। अभी हाल ही में 9 अक्टूबर को बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्य तिथि पर दलितों को लुभाने के लिए दलित गौरव संवाद शुरू किया। प्रियंका गांधी की आधिकारिक तौर पर राजनीति में इंट्री साल 2019 हुई थी। और उन्हें यूपी का प्रभारी बनाया गया था। जब से प्रियंका को कांग्रेस का यूपी प्रभारी बनाया गया है, तब से पार्टी की सभी गतिविधियां उनके इर्द-गिर्द रही हैं।

भाजपा की विभाजनकारी नीतियों के विरुद्ध कांग्रेस जन-जन और घर-घर जोड़ने के लिए संकल्पित: राय 

प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि सहारनपुर से आरम्भ होने वाली यात्रा का उद्देश्य भाजपा की विभाजनकारी नीतियों के विरुद्ध कांग्रेस जन-जन और घर-घर जोड़ने के लिए संकल्पित है।राष्ट्रीय एकता अखण्डता शांति सदभाव प्रेम भाईचारा और राष्ट्रीयता की प्रबल भावना जगाने बढ़ाने तथा समस्त प्रदेशवासियों को धर्म पंथ क्षेत्र भाषा सम्प्रदाय समुदाय एवं जाति-वर्ग गत संकीर्णताओं से ऊपर उठकर संगठित होने जुड़ने व जोड़ने के व्यापक उद्देश्यों को लेकर कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के तहत ‘‘यूपी जोड़ो यात्रा’’ का शुरुआत हो रही है। प्रदेश हित में अभूतपूर्व ऐतिहासिक साहसिक एवं सम-सामयिक महा जन सम्पर्क अभियान है।

अजय राय ने कहा कि यह यात्रा कांग्रेस जनों का जनता से सीधे सम्पर्क संवाद तथा प्रदेश को जानने समझने और समझाने का प्रभावशाली जीवंत व सतत् सशक्त माध्यम भी है। यूपी जोड़ो यात्रा से प्रदेश में सकारात्मक रचनात्मक एवं सृजनात्मक वातावरण का निर्माण होना तय है। जनविरोधी भाजपा सरकार के नीतियों के खिलाफ आमजनमानस को जागरूक करने के लिए उत्तर प्रदेश में यूपी जोड़ो यात्रा की जाएगी जो आज देश में पिछले 45 सालों में सबसे ज़्यादा बेरोज़गारी है, पढ़े-लिखे नौजवान  रोज़गार की तलाश में भटक रहे हैं, निराशा की गिरफ़्त में हैं।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हमारा कर्तव्य भी है और आज समय की मांग भी है कि हम अपने युवाओं की रीढ़ मज़बूत करें, उन्हें सकारात्मकता की तरफ लेकर आएं यही यात्रा की प्राथमिकता है। यूपी जोड़ो यात्रा का मकसद भी यही है कि हम बच्चे, बूढ़े, नौजवान, महिलाएं, मजदूर, गरीब, किसान और आदिवासियों सबकी बात सुन सकें, उनकी समस्याओं का समाधान निकाल सकें। हम सफल भी हो रहें हैं, युवा खुल कर हमसे बात कर रहे हैं, साथ चल रहे हैं। मुझे उम्मीद है हम सब मिलकर अपने भारत को जोड़ेंगे भी और आगे भी बढ़ाएंगे।

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