नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के निराशजनक नतीजों के बाद कांग्रेस ने हार की समीक्षा करने का निर्णय लिया है। इसी के चलते बुधवार को हुई बैठक में यह तय किया गया है कि एक माह तक कोई भी पार्टी प्रवक्ता टीवी डिबेट में हिस्सा नहीं लेंगे। इस बात की जानकारी स्वयं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर दी है।
सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए लिखा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने फैसला लिया है कि वह एक महीने तक टीवी डिबेट के लिए पार्टी के प्रवक्ता को नहीं भेजेगी। सभी न्यूज चैनल /संपादकों से अनुरोध है कि वह कांग्रेस के प्रतिनिधियों को अपने शो में शामिल न करें।
गौरतलब है कि बीते शनिवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में यह बात उठी थी कि मीडिया चैनल्स के डिबेट में पार्टी प्रवक्ताओं को न जाने दिया जाए। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी मोदी सरकार पर शुरुआती एक महीने तक किसी भी टीका-टिप्पणी और आलोचना से बचना चाहती है, इसलिए यह फैसला किया गया है।
बता दें कि समाजवादी पार्टी ने पहले ही मीडिया चैनलों पर पार्टी के प्रवक्ताओं के शामिल होने को लेकर प्रतिबंध लगा दिया था। साथ ही चैनलों से पार्टी के किसी भी प्रवक्ता को आमंत्रित न करने के लिए कहा है।
फिलहाल विपक्ष चुनाव में मिली कड़ी हार की समीक्षा करने के साथ नई पारी की योजनाओं पर भी चिंतन जरूर करेगा। इससे पहले समाजवादी पार्टी अपने प्रवक्ताओं को किसी भी चैनल की डिबेट में जाने से मना कर चुकी है।
सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए लिखा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने फैसला लिया है कि वह एक महीने तक टीवी डिबेट के लिए पार्टी के प्रवक्ता को नहीं भेजेगी। सभी न्यूज चैनल /संपादकों से अनुरोध है कि वह कांग्रेस के प्रतिनिधियों को अपने शो में शामिल न करें।
गौरतलब है कि बीते शनिवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में यह बात उठी थी कि मीडिया चैनल्स के डिबेट में पार्टी प्रवक्ताओं को न जाने दिया जाए। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी मोदी सरकार पर शुरुआती एक महीने तक किसी भी टीका-टिप्पणी और आलोचना से बचना चाहती है, इसलिए यह फैसला किया गया है।
बता दें कि समाजवादी पार्टी ने पहले ही मीडिया चैनलों पर पार्टी के प्रवक्ताओं के शामिल होने को लेकर प्रतिबंध लगा दिया था। साथ ही चैनलों से पार्टी के किसी भी प्रवक्ता को आमंत्रित न करने के लिए कहा है।
फिलहाल विपक्ष चुनाव में मिली कड़ी हार की समीक्षा करने के साथ नई पारी की योजनाओं पर भी चिंतन जरूर करेगा। इससे पहले समाजवादी पार्टी अपने प्रवक्ताओं को किसी भी चैनल की डिबेट में जाने से मना कर चुकी है।