लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) बढ़नी में कोविड-19 टीकाकरण को लेकर लापरवाही की पराकाष्ठा का मामला सामने आया है। यहां 20 ग्रामीणों को दूसरी खुराक में कोविशील्ड के बजाय कोवाक्सिन का टीका लगा दिया गया। इन्हें पहली खुराक कोविशील्ड की दी गई थी।
स्वास्थ्य विभाग की जांच में इस लापरवाही की पुष्टि हुई। अभी तक देश में ऐसा कोई परीक्षण नहीं हुआ है, जिसके आधार पर टीकों की अदला-बदली संभव हो सके। डॉ मानते हैं कि इससे टीका लेने वालों को परेशानी हो सकती है। हालांकि इस मामले में विभाग की जांच में सभी ग्रामीण स्वस्थ मिले हैं।
सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने बताया, लापरवाही बरतने वाली एएनएम कमलावती को निलंबित किया गया है। कोल्डचेन मेंटेन करने वाली प्रभारी आईओ शांति सिंह के खिलाफ वित्तिय वसूली और अधिक्षक डॉ एसके पटेल को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है।
शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र के औंदहीकला के 20 लोगों में दूसरी कंपनी का टीका लगाने का मामला सामने आया था। ग्रामीणों को पहली बार एक अप्रैल को कोविशिल्ड का टीका लगा था, जबकि दूसरी डोज में उन्हें कोवाक्सिन का टीका लगा दिया गया।
अच्छी खबर है कि दूसरी कंपनी का टीका लगने के बाद दहशत में ग्रामीणों की तबीयत खराब नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी की सेहत की जांच की और उन पर नजर रखी हुई है। गांव की मालती देवी, छेदीलाल, सनेही, शहाबुद्दीन, मोहम्मद इकराम धोबी, रामसूरत, राधेश्याम शुक्ल, बेलावती, इंद्र बहादुर, रामकुमार, गोपाल, मुन्नी, अनारकली, चंद्रावती, सोमना, रामकिशोर, रामप्रसाद, उर्मिला, नंदलाल चौधरी सहित 20 लोगों को कोरोना टीका का दूसरा डोज दूसरी कंपनी का लगा दिया गया था।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. सौरव चतुर्वेदी एवं एसीएमओ डॉ. डीके चौधरी ने जांच पूरी कर सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी को भेज दी है। टीम ने पीएचसी के अधीक्षक डॉ. एसके पटेल, एएनएम, आशा कार्यकर्ता और टीका लगवाने वाले पांच लोगों का बयान लिया है। इस मामले में स्वास्थ्य कर्मियों पर बातचीत की वीडियो भी वायरल हुई थी।
स्वास्थ्य विभाग की जांच में इस लापरवाही की पुष्टि हुई। अभी तक देश में ऐसा कोई परीक्षण नहीं हुआ है, जिसके आधार पर टीकों की अदला-बदली संभव हो सके। डॉ मानते हैं कि इससे टीका लेने वालों को परेशानी हो सकती है। हालांकि इस मामले में विभाग की जांच में सभी ग्रामीण स्वस्थ मिले हैं।
सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने बताया, लापरवाही बरतने वाली एएनएम कमलावती को निलंबित किया गया है। कोल्डचेन मेंटेन करने वाली प्रभारी आईओ शांति सिंह के खिलाफ वित्तिय वसूली और अधिक्षक डॉ एसके पटेल को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है।
शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र के औंदहीकला के 20 लोगों में दूसरी कंपनी का टीका लगाने का मामला सामने आया था। ग्रामीणों को पहली बार एक अप्रैल को कोविशिल्ड का टीका लगा था, जबकि दूसरी डोज में उन्हें कोवाक्सिन का टीका लगा दिया गया।
अच्छी खबर है कि दूसरी कंपनी का टीका लगने के बाद दहशत में ग्रामीणों की तबीयत खराब नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी की सेहत की जांच की और उन पर नजर रखी हुई है। गांव की मालती देवी, छेदीलाल, सनेही, शहाबुद्दीन, मोहम्मद इकराम धोबी, रामसूरत, राधेश्याम शुक्ल, बेलावती, इंद्र बहादुर, रामकुमार, गोपाल, मुन्नी, अनारकली, चंद्रावती, सोमना, रामकिशोर, रामप्रसाद, उर्मिला, नंदलाल चौधरी सहित 20 लोगों को कोरोना टीका का दूसरा डोज दूसरी कंपनी का लगा दिया गया था।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. सौरव चतुर्वेदी एवं एसीएमओ डॉ. डीके चौधरी ने जांच पूरी कर सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी को भेज दी है। टीम ने पीएचसी के अधीक्षक डॉ. एसके पटेल, एएनएम, आशा कार्यकर्ता और टीका लगवाने वाले पांच लोगों का बयान लिया है। इस मामले में स्वास्थ्य कर्मियों पर बातचीत की वीडियो भी वायरल हुई थी।