मुंबई। हाल ही में 26/11 के मुंबई हमलों में शहीद हुए हेमंत करकरे को लेकर भोपाल की बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने आपत्तिजनक बयान दिया था। उनके शर्मनाक बयान से लगी चिंगारी अभी तक नहीं बुझ पाई है। साध्वी के बयान के बाद मुंबई वासियों ने शहीद करकरे के स्मारक पर 23 अप्रैल को शाम 6:30 बजे विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है।
तीन दिन पहले भोपाल में हुई रैली के दौरान साध्वी ने दावा किया था कि उनकी बद्दुआओं के कारण शहीद करकरे की मृत्यु हुई। हेमंत करकरे मुंबई हमलों से पहले मालेगांव ब्लास्ट केस की जांच कर रहे थे जिसमें साध्वी प्रज्ञा का भी नाम शामिल है।
मीडिया से बातचीत के दौरान साध्वी ने कहा- "जांच टीम ने हेमंत को बुलाकर कहा कि अगर तुम्हारे पास इसके (साध्वी) खिलाफ कोई सबूत नहीं तो इसे जाने दो। उसने कहा कि, मैं इसके खिलाफ सबूत लाने में कोई कसर नहीं छोडूंगा पर इसे नहीं जाने दूँगा। यह उसके अंदर की कुटिलता थी। वो धर्म विरोधी और राष्ट्र विरोधी था। आप विश्वास नहीं करेंगे पर मैंने उसे कहा था "तेरा सर्वनाश होगा" और सवा माह के भीतर आतंकवादियों ने उसकी हत्या कर दी।
साध्वी प्रज्ञा के बयान की भाजपा के अलावा सभी दल व देशवासी आलोचना कर रहे हैं खासकर आईपीएस एसोसिएशन। एसोसिएशन ने ट्वीट किया कि "अशोक चक्र से सम्मानित शहीद हेमंत करकरे ने आतंकवादियों से लड़ते हुए राष्ट्र के नाम अपने प्राण त्याग दिए थे। हम सभी वर्दी वाले ऐसे बयान की आलोचना करते हैं और शहीदों के त्याग के प्रति सम्मान की माँग करते हैं।
हालांकि बाद में इन प्रतिक्रियाओं के बाद साध्वी को माफ़ी माँगनी पड़ी। पर उन्होंने सिर्फ हेमंत करकरे को राष्ट्र विरोधी कहने के लिए ही माफ़ी माँगी। ऐसे में आज मुंबईकर साध्वी के विरोध में प्रदर्शन करने जा रहे हैं।
तीन दिन पहले भोपाल में हुई रैली के दौरान साध्वी ने दावा किया था कि उनकी बद्दुआओं के कारण शहीद करकरे की मृत्यु हुई। हेमंत करकरे मुंबई हमलों से पहले मालेगांव ब्लास्ट केस की जांच कर रहे थे जिसमें साध्वी प्रज्ञा का भी नाम शामिल है।
मीडिया से बातचीत के दौरान साध्वी ने कहा- "जांच टीम ने हेमंत को बुलाकर कहा कि अगर तुम्हारे पास इसके (साध्वी) खिलाफ कोई सबूत नहीं तो इसे जाने दो। उसने कहा कि, मैं इसके खिलाफ सबूत लाने में कोई कसर नहीं छोडूंगा पर इसे नहीं जाने दूँगा। यह उसके अंदर की कुटिलता थी। वो धर्म विरोधी और राष्ट्र विरोधी था। आप विश्वास नहीं करेंगे पर मैंने उसे कहा था "तेरा सर्वनाश होगा" और सवा माह के भीतर आतंकवादियों ने उसकी हत्या कर दी।
साध्वी प्रज्ञा के बयान की भाजपा के अलावा सभी दल व देशवासी आलोचना कर रहे हैं खासकर आईपीएस एसोसिएशन। एसोसिएशन ने ट्वीट किया कि "अशोक चक्र से सम्मानित शहीद हेमंत करकरे ने आतंकवादियों से लड़ते हुए राष्ट्र के नाम अपने प्राण त्याग दिए थे। हम सभी वर्दी वाले ऐसे बयान की आलोचना करते हैं और शहीदों के त्याग के प्रति सम्मान की माँग करते हैं।
हालांकि बाद में इन प्रतिक्रियाओं के बाद साध्वी को माफ़ी माँगनी पड़ी। पर उन्होंने सिर्फ हेमंत करकरे को राष्ट्र विरोधी कहने के लिए ही माफ़ी माँगी। ऐसे में आज मुंबईकर साध्वी के विरोध में प्रदर्शन करने जा रहे हैं।