नई दिल्ली। दिल्ली के तुगलकाबाद स्थित 6 सौ साल पुराने ऐतिहासिक रविदास मंदिर तोड़े जाने के विरोध में भीम आर्मी ने रविवार को कारगिल चौक पर नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया। भीम आर्मी के प्रभारी ने कहा कि देश में बहुत सारे मंदिर सरकारी जमीन पर है, पर दलितों की प्रेरणा स्थली संत शिरोमणि गुरु रविदास जी के मंदिर पर बुलडोजर चलाया गया। ये केंद्र सरकार की दलित विरोधी नीति दर्शाता है। हम ये कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। अमर ज्योति ने कहा कि 21 अगस्त को बिहार से हजारों दलित दिल्ली पहुंचेंगे। वहां भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आज़ाद के नेतृत्व जंतर मंतर पर लाखों की संख्या में दलित पहुंच रहे हैं। चंद्र भास्कर ने कहा कि ये समय दलितों के एकजुट होने का है। हम मिलकर फिर से उसी जगह रविदास मंदिर बनवाएंगे।
मंदिर ध्वस्त किए जाने का मामला गर्माता ही जा रहा है। कांग्रेस ने भी इसका विरोध किया है, वहीं राज्य की आम आदमी पार्टी की सरकार ने सारा मामला बीजेपी के पाले में ही डाल दिया है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री पीएल पुनिया और कुमारी शैलजा की अगुवाई में रविवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी तुगलकाबाद के संत रविदास मंदिर को तोड़े जाने के खिलाफ प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार व डीडीए के खिलाफ नारेबाजी की। मंदिर को दोबारा बनवाने की मांग भी की गई।
इस मौके पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष देवेन्द्र यादव व राजेश लिलौठिया, दिल्ली सफाई आयोग के पूर्व अध्यक्ष व भगवान बाल्मीकि फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हरनाम सिंह समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद थे।
पीएल पुनिया ने बताया कि तुगलकाबाद का मंदिर करीब 600 साल पुराना है। 1959 में बाबू जगजीवन राम ने इसका निर्माण करवाया था। मंदिर तोड़ा जाना निंदनीय है। कुमारी शैलजा ने कहा कि प्राचीन मंदिर को ध्वस्त करना गैर संगत है। अनुसूचित समुदाय बिना गुरु रविदास मंदिर की पुन: स्थापना और मंदिर की जमीन वापस लिए संतुष्ट नहीं होगा।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि भाजपा एक तरफ तो अयोध्या मंदिर बनाने के नाम पर धार्मिक तनाव पैदा कर रही है और दूसरी ओर दिल्ली में 600 साल पुराना ऐतिहासिक गुरु रविदास मंदिर का विध्वंस कर अनुसूचित समुदाय में तनाव बढ़ाने का काम कर रही है। उन्होंने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि 21 अगस्त को होने वाली रैली को कांग्रेस का समर्थन है।
मंदिर ध्वस्त किए जाने का मामला गर्माता ही जा रहा है। कांग्रेस ने भी इसका विरोध किया है, वहीं राज्य की आम आदमी पार्टी की सरकार ने सारा मामला बीजेपी के पाले में ही डाल दिया है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री पीएल पुनिया और कुमारी शैलजा की अगुवाई में रविवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी तुगलकाबाद के संत रविदास मंदिर को तोड़े जाने के खिलाफ प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार व डीडीए के खिलाफ नारेबाजी की। मंदिर को दोबारा बनवाने की मांग भी की गई।
इस मौके पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष देवेन्द्र यादव व राजेश लिलौठिया, दिल्ली सफाई आयोग के पूर्व अध्यक्ष व भगवान बाल्मीकि फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हरनाम सिंह समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद थे।
पीएल पुनिया ने बताया कि तुगलकाबाद का मंदिर करीब 600 साल पुराना है। 1959 में बाबू जगजीवन राम ने इसका निर्माण करवाया था। मंदिर तोड़ा जाना निंदनीय है। कुमारी शैलजा ने कहा कि प्राचीन मंदिर को ध्वस्त करना गैर संगत है। अनुसूचित समुदाय बिना गुरु रविदास मंदिर की पुन: स्थापना और मंदिर की जमीन वापस लिए संतुष्ट नहीं होगा।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि भाजपा एक तरफ तो अयोध्या मंदिर बनाने के नाम पर धार्मिक तनाव पैदा कर रही है और दूसरी ओर दिल्ली में 600 साल पुराना ऐतिहासिक गुरु रविदास मंदिर का विध्वंस कर अनुसूचित समुदाय में तनाव बढ़ाने का काम कर रही है। उन्होंने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि 21 अगस्त को होने वाली रैली को कांग्रेस का समर्थन है।