मनुवाद के खिलाफ नागपुर में 10 मार्च को बहुजन महिलाओं का हल्ला बोल

Published on: March 8, 2017
नई दिल्ली। 10 मार्च 2017 को सावित्रीबाई फुले को याद करते हुए नागपुर में एक कार्यक्रम होने जा रहा है। इस कार्यक्रम की अध्यक्ष मनीषा बांगर है। इस कार्यक्रम के बारे में मनीषा ने बताया कि यह दिन एक ऐतिहासिक दिन होगा। 

Women Protest

जिस दिन हम सब मिलकर भारत की पहली प्रशिक्षित शिक्षिका कवयित्री, लेखिका, महिला अधिकारों की युगनायिका क्रन्तिज्योती सावित्रीबाई फुले, जो खुद पिछड़ी जाति में जन्मी थी। उनके स्मृति दिवस पर नागपुर में भरी संख्या में एकत्र होकर पाखंड और कर्मकांड के विरुद्ध अपनी अभिव्यक्तियों को नया आयाम दें।
 

 
देश की बड़ी बहुजन महिला डॉक्टर मनीषा बांगर
दलित, मुस्लिम, आदिवासी, बहुजन आदि लोगों के लिए समनता और सम्मान की आवाज को उठाने वाली डॉक्टर और बामसेफ की राष्ट्रिय उपाध्यक्ष मनीषा बांगर बहुजन आंदोलन में एक जाना माना नाम है।
 

 
मनीषा लगभग 18 साल से बामसेफ से जुडी हैं और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी के साथ-साथ केन्द्रीय कार्यकारी परिषद की सदस्य के रूप में भी बामसेफ के आन्दोलन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी से जुडी हैं। मनीषा बामसेफ की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनने से पहले वे मूलनिवासी महिला संघ की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
 

 
मनीषा अभी डिपार्टमेंट ऑफ़ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डेक्कन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज हैदराबाद में एसोसिएट प्रोफेसर हैं और हैदराबाद के कॉरपरेट हॉस्पिटल में लीवर ट्रांसप्लांट की विशेषज्ञ हैं।
 

 
नागपुर में जनमी, पली-बढी मनीषा ने और वहीं से एम.बी.बी.एस. तथा एमडी तक की शिक्षा गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से प्राप्त की, उसके बाद उन्होंने गैस्ट्रोलाजी में सुपर स्पेश्लाइजेशन पीजीआई चंडीगढ़ और जी बी पन्त इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली से हासिल की।
 

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