नई दिलली। पिछले कई दिनों से एलोपैथी को लेकर दिए गए बयान से चर्चाओं में रहे योग गुरु स्वामी रामदेव के बचाव में अब आचार्य बालकृष्ण उतर आए हैं। उन्होंने बाबा रामदेव का बचाव करते हुए ट्वीट किया। आचार्य बालकृष्ण ने लिखा कि पूरे देश को ईसाई बनाने के लिए बाबा रामदेव को टारगेट किया जा रहा है। बाबा रामदेव को टारगेट कर आयुर्वेद को बदनाम किया जा रहा है। वहीं, जब इस बयान पर जब आचार्य बालकृष्ण से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें जो कहना था उन्होंने ट्वीट कर दिया है। बाकी कोई बात नहीं करनी है।
एलोपैथी दवाओं पर विवादित बयान को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के पत्र के बाद बाबा रामदेव ने रविवार को अपने बयान पर खेद व्यक्त किया था। वहीं, सोमवार को उन्होंने फार्मा कंपनियों और आईएमए को खुला पत्र जारी किया। पत्र में अलग-अलग बीमारियों के स्थायी इलाज से जुड़े 25 सवाल पूछे। बाबा रामदेव ने खुला पत्र अपने ट्वीटर एकाउंट पर जारी किया। जिसके बाद यह सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। बाबा रामदेव कोरोनाकाल में लंबे समय से सुर्खियों में हैं। पतंजलि के कोरोनिल दवा से कोरोना मरीजों के इलाज के दावे के बाद बीते दिनों एलोपैथी दवाओं पर उनके विवादित बयान का वीडियो वायरल हुआ था।
बयान पर आईएमए और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की कड़ी आलोचना के बाद बाबा रामदेव को बैकफुट पर आकर बयान वापस लेना पड़ा था। लेकिन सोमवार को फार्मा कंपनियों और आईएमए के नाम 25 सवालों का खुला पत्र जारी कर रामदेव फिर सुर्खियों में आ गए। इसके अलावा बाबा रामदेव सोमवार को आजतक न्यूज चैनल की डिबेट में नजर आए। इस दौरान आईएमए के महासचिव डॉ. लेले से उनकी जोरदार बहस हुई। इस दौरान डॉ. लेले ने उन्हें कई बार चुप कराने के लिए धमकाया भी।
एलोपैथी दवाओं पर विवादित बयान को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के पत्र के बाद बाबा रामदेव ने रविवार को अपने बयान पर खेद व्यक्त किया था। वहीं, सोमवार को उन्होंने फार्मा कंपनियों और आईएमए को खुला पत्र जारी किया। पत्र में अलग-अलग बीमारियों के स्थायी इलाज से जुड़े 25 सवाल पूछे। बाबा रामदेव ने खुला पत्र अपने ट्वीटर एकाउंट पर जारी किया। जिसके बाद यह सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। बाबा रामदेव कोरोनाकाल में लंबे समय से सुर्खियों में हैं। पतंजलि के कोरोनिल दवा से कोरोना मरीजों के इलाज के दावे के बाद बीते दिनों एलोपैथी दवाओं पर उनके विवादित बयान का वीडियो वायरल हुआ था।
बयान पर आईएमए और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की कड़ी आलोचना के बाद बाबा रामदेव को बैकफुट पर आकर बयान वापस लेना पड़ा था। लेकिन सोमवार को फार्मा कंपनियों और आईएमए के नाम 25 सवालों का खुला पत्र जारी कर रामदेव फिर सुर्खियों में आ गए। इसके अलावा बाबा रामदेव सोमवार को आजतक न्यूज चैनल की डिबेट में नजर आए। इस दौरान आईएमए के महासचिव डॉ. लेले से उनकी जोरदार बहस हुई। इस दौरान डॉ. लेले ने उन्हें कई बार चुप कराने के लिए धमकाया भी।