27, Aug 2017 By बगुला भगत
नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ प्रोग्राम की वजह से आज आकाशवाणी के दो कर्मचारियों की नौकरी चली गयी। बताया जा रहा है कि दोनों कर्मचारी ‘मन की बात’ की रिकॉर्डिंग के दौरान हँस पड़े थे, जिस वजह से दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है। हालांकि, प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस मामले में अभी तक चुप्पी साध रखी है।
modi-mann-ki-baat यहीं पर हँसे थे आकाशवाणी के दोनों कर्मचारी आकाशवाणी के सूत्रों के मुताबिक, ये दोनों कर्मचारी मोदी जी की 35वीं ‘मन की बात’ की रिकॉर्डिंग के लिये प्रधानमंत्री निवास गये थे। उन्होंने माइक-वाइक लगाकर सब कुछ सेट कर दिया और एक साइड में बैठ गये। मोदी जी आये और “मेरे प्यारे देशवासियों…” बोलकर चालू हो गये। दो-चार मिनट तक तो सब कुछ ठीक-ठाक चलता रहा।
लेकिन जैसे ही मोदी जी ने कहा, “आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी। क़ानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है…”, तो दोनों कर्मचारियों की हँसी छूट गयी और दोनों मुँह छुपाकर बाहर भाग गये। मोदी जी ने रिकॉर्डिंग वहीं रोक दी और दोनों को वहीं के वहीं सस्पेंड कर दिया।
थोड़ी देर बाद दूसरे कर्मचारी बुलाये गये। मोदी जी ने उनसे कहा- “जितनी रिकॉर्ड हो गयी है, उससे आगे से शुरु करते हैं। ओके?” इस पर कर्मचारी बोले कि “सर, आपके साथ-साथ उन दोनों की हँसी की आवाज़ भी आ रही है, इसलिये पूरी रिकॉर्डिंग दोबारा करनी पड़ेगी।” इस तरह, उसे डिलीट करके फिर से रिकॉर्ड किया गया।
इस बीच, देश के कुछ अन्य हिस्सों से भी लोगों के हँसने की ख़बरें आ रही हैं। रांची के एक श्रोता ने भी पीएमओ को पत्र लिखकर बताया है कि कुछ लोग ‘मन की बात’ को सुनकर हँस रहे थे। उसने उन लोगों के हँसते हुए फ़ोटो भी भेजे हैं। पीएमओ का कहना है कि इस घटना के बाद पूरे देश में सीसीटीवी लगाए जाएंगे और जो भी उनमें हँसता दिखाई देगा, उस पर सख़्त कार्रवाई की जायेगी।
यह विचित्र घटना है। अगर वे रोते तब भी यही हश्र होता। थोड़ी देर हँस लिए। हँसो पर मौके से।
(फ़ेसबुक पर राजकिशोर जी की वाल से)