पीड़ित ने कहा, "उन्होंने मुझे लातों, घूंसों और डंडों से पीटा। रविंद्र ने वीडियो रिकॉर्ड किया। उन्होंने मुझे जातिसूचक गालियां दीं और धमकियां भी दीं।"

झांसी में एक दलित युवक पर कुछ लोगों ने हमला किया। इन लोगों ने उसे सिगरेट देने के बहाने बुलाया था। वहां पहुंचने के बाद उन्होंने उसे चप्पलों, मुक्कों, लातों और डंडों से पीटा, उस पर पिस्तौल तान दी और उसे कपड़े उतारने पर मजबूर किया। उन्होंने उसे अपने एक दोस्त के पैर छूने के लिए भी बाध्य किया और पूरे हमले का वीडियो बनाया। यह घटना 22 नवंबर को प्रेम नगर पुलिस स्टेशन क्षेत्र के एक गांव में हुई थी। अब यह वीडियो सामने आया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
द ऑब्जर्वर पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित ने बताया कि वह राजगढ़ में गोस्वामी रेस्टोरेंट के पास खड़ा था, तभी निशांत सक्सेना, सुकृत और कनिष्क उसके पास आए। उसने कहा, "उन्होंने मुझसे सिगरेट पीने के लिए साथ चलने को कहा। हम चारों एक ही स्कूटर पर गए।"
लेकिन दुकान ले जाने के बजाय वे उसे निशांत सक्सेना के घर ले गए, जहां पहले से ही दो और लोग — भानु पाल और रविंद्र — मौजूद थे। उसने आगे बताया, "उन्होंने मुझे लातों, घूंसों और डंडों से पीटा। रविंद्र ने वीडियो रिकॉर्ड किया। उन्होंने मुझे जातिसूचक गालियां दीं और धमकियां भी दीं।”
लगभग पांच मिनट के वीडियो में हमलावर युवक को बार-बार धमकाते और बेइज्जत करते हुए सुने जा सकते हैं। एक जगह निशांत उससे पूछता है, "क्या तुम्हें याद है तुमने क्या कहा था?"
पीड़ित सफाई देने की कोशिश करता है और उनके पैर पकड़कर कहता है, "भाई, मैं अपनी गलती मानता हूं।" वे उसे एक कुर्सी पर धक्का देकर बैठाते हैं और पुलिस स्टेशन ले जाने की धमकी देते हैं। युवक हाथ जोड़कर विनती करता है, "मैं कहीं नहीं जाना चाहता। प्लीज भाई, मुझे जाने दो।"
हमला और भी हिंसक हो जाता है। एक आरोपी उसे जोर से थप्पड़ मारता है और कहता है, "क्या तुम्हें पता है मैं कौन हूं? मैं राजगढ़ का राजा हूं।"
पीड़ित अपने कान पकड़कर माफी मांगता है। जब वह कहता है कि उसने किसी को फोन नहीं किया, तो हमलावर चप्पल उठाकर उसे कई बार मारता है। फिर निशांत उस पर पिस्तौल तानता है और उसे कपड़े उतारने का आदेश देता है।
डरा हुआ पीड़ित कहता है, "भाई, मैं तुम्हारी कसम खाता हूं, मुझे जाने दो।” इसके बाद उसे सीने पर लात मारी जाती है, डंडों से पीटा जाता है और हमलावर के पैर छूने के लिए मजबूर किया जाता है। वह हाथ जोड़कर कहता है, "मैं अपनी बेटी की कसम खाता हूं कि मैं दोबारा ऐसी गलती नहीं करूंगा।”
CO सदर रामवीर सिंह ने बताया कि वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के साथ-साथ SC/ST एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा, “हमने सुकृत, आनंद नायक और कनिष्क अहिरवार को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी निशांत सक्सेना फरार है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। हमले की वजह अभी स्पष्ट नहीं है।”
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झांसी में एक दलित युवक पर कुछ लोगों ने हमला किया। इन लोगों ने उसे सिगरेट देने के बहाने बुलाया था। वहां पहुंचने के बाद उन्होंने उसे चप्पलों, मुक्कों, लातों और डंडों से पीटा, उस पर पिस्तौल तान दी और उसे कपड़े उतारने पर मजबूर किया। उन्होंने उसे अपने एक दोस्त के पैर छूने के लिए भी बाध्य किया और पूरे हमले का वीडियो बनाया। यह घटना 22 नवंबर को प्रेम नगर पुलिस स्टेशन क्षेत्र के एक गांव में हुई थी। अब यह वीडियो सामने आया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
द ऑब्जर्वर पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित ने बताया कि वह राजगढ़ में गोस्वामी रेस्टोरेंट के पास खड़ा था, तभी निशांत सक्सेना, सुकृत और कनिष्क उसके पास आए। उसने कहा, "उन्होंने मुझसे सिगरेट पीने के लिए साथ चलने को कहा। हम चारों एक ही स्कूटर पर गए।"
लेकिन दुकान ले जाने के बजाय वे उसे निशांत सक्सेना के घर ले गए, जहां पहले से ही दो और लोग — भानु पाल और रविंद्र — मौजूद थे। उसने आगे बताया, "उन्होंने मुझे लातों, घूंसों और डंडों से पीटा। रविंद्र ने वीडियो रिकॉर्ड किया। उन्होंने मुझे जातिसूचक गालियां दीं और धमकियां भी दीं।”
लगभग पांच मिनट के वीडियो में हमलावर युवक को बार-बार धमकाते और बेइज्जत करते हुए सुने जा सकते हैं। एक जगह निशांत उससे पूछता है, "क्या तुम्हें याद है तुमने क्या कहा था?"
पीड़ित सफाई देने की कोशिश करता है और उनके पैर पकड़कर कहता है, "भाई, मैं अपनी गलती मानता हूं।" वे उसे एक कुर्सी पर धक्का देकर बैठाते हैं और पुलिस स्टेशन ले जाने की धमकी देते हैं। युवक हाथ जोड़कर विनती करता है, "मैं कहीं नहीं जाना चाहता। प्लीज भाई, मुझे जाने दो।"
हमला और भी हिंसक हो जाता है। एक आरोपी उसे जोर से थप्पड़ मारता है और कहता है, "क्या तुम्हें पता है मैं कौन हूं? मैं राजगढ़ का राजा हूं।"
पीड़ित अपने कान पकड़कर माफी मांगता है। जब वह कहता है कि उसने किसी को फोन नहीं किया, तो हमलावर चप्पल उठाकर उसे कई बार मारता है। फिर निशांत उस पर पिस्तौल तानता है और उसे कपड़े उतारने का आदेश देता है।
डरा हुआ पीड़ित कहता है, "भाई, मैं तुम्हारी कसम खाता हूं, मुझे जाने दो।” इसके बाद उसे सीने पर लात मारी जाती है, डंडों से पीटा जाता है और हमलावर के पैर छूने के लिए मजबूर किया जाता है। वह हाथ जोड़कर कहता है, "मैं अपनी बेटी की कसम खाता हूं कि मैं दोबारा ऐसी गलती नहीं करूंगा।”
CO सदर रामवीर सिंह ने बताया कि वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के साथ-साथ SC/ST एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा, “हमने सुकृत, आनंद नायक और कनिष्क अहिरवार को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी निशांत सक्सेना फरार है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। हमले की वजह अभी स्पष्ट नहीं है।”
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