वाराणसी: यूपी कॉलेज में बाहरी लोगों के एंट्री पर रोक, सख्ती के निर्देश, निगरानी बढ़ी

Written by sabrang india | Published on: December 4, 2024
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कहा कि यूपी कॉलेज प्रशासन ने परिसर का माहौल शांतिपूर्ण बनाए रखने की अपील की है। अनुरोध किया है कि शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित न हों।


साभार : अमर उजाला

वाराणसी स्थित यूपी काॅलेज में बीते शुक्रवार से ही तनावपूर्ण माहाैल बना है। छात्रों ने परिसर में मुस्लिमों के प्रवेश करने पर रोक लगा दी है। इसको लेकर पुलिस व प्रबंधन की ओर से बातचीत की गई। साथ ही कॉलेज की निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने वालों के साथ पुलिस सख्त बर्ताव करेगी।

अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कहा कि यूपी कॉलेज प्रशासन ने परिसर का माहौल शांतिपूर्ण बनाए रखने की अपील की है। अनुरोध किया है कि शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित न हों। अब पुलिस यह सुनिश्चित करेगी कि कॉलेज परिसर में वहां के शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं के अलावा कोई बाहरी प्रवेश न करने पाए। कॉलेज की निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी तरह से माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने वालों के साथ पुलिस सख्ती से पेश आएगी।

इससे पहले विवाद के दौरान यूपी कॉलेज से तितर-बितर किए गए कुछ छात्र नाराजगी में शिवपुर थाने का घेराव करने जा रहे थे। इस पर पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक कर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। छात्र वापस यूपी कॉलेज के गेट पर आ गए और नारेबाजी करने लगे।

पुलिस ने छात्रों को चेतावनी दी कि वे अपने पढ़ाई लिखाई पर ध्यान दें और कार्रवाई करने के लिए मजबूर न करें। इसके बाद जाकर माहौल शांत हुआ। इस बीच दोपहर में कुछ लोग कॉलेज परिसर स्थित मस्जिद में नमाज पढ़ने जा रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें परीक्षा का हवाला देकर रोक दिया और उन्हें दूसरे मस्जिद में जाने को कहा।

ज्ञात हो कि यूपी कॉलेज के 115वें स्थापना दिवस समारोह में पिछले महीने 25 नवंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ शामिल हुए थे। उन्होंने यह घोषणा की थी कि ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण यूपी कॉलेज को विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाएगा।

सीएम की इस घोषणा के बाद साल 2018 का एक पुराना पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस पत्र के अनुसार वक्फ बोर्ड ने यूपी कॉलेज प्रशासन को नोटिस दिया है। इस नोटिस में कहा है कि वसीम अहमद के अनुसार यूपी कॉलेज की जमीन वक्फ बोर्ड की संपत्ति है। यूपी कॉलेज ने वक्फ की संपत्ति पर कब्जा कर रखा है। यूपी कॉलेज प्रशासन द्वारा जवाब न देने पर जमीन को वक्फ बोर्ड की संपत्ति के तौर पर कब्जा कर लिया जाएगा।

इस बीच यूपी कॉलेज का माहौल अचानक खराब हो गया। इसको लेकर बुद्धिजीवी को यह आशंका है कि कहीं जान-बूझकर माहौल खराब करने का प्रयास तो नहीं किया जा रहा है।

उधर ज्ञानवापी की प्रबंधन करने वाली अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने मंगलवार को स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि यूपी कॉलेज प्रशासन को जारी नोटिस वर्ष 2021 में ही निरस्त किया जा चुका है। इसलिए कोई भी किसी भी के उकसावे में न आए और अफवाहों पर ध्यान न देकर शांतिपूर्ण तरीके से रहें।

अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, इस संबंध में उन्होंने यूपी कॉलेज स्थित मस्जिद के संबंध में यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड से पत्राचार कर वास्तविक स्थिति की जानकारी मांगी। वक्फ बोर्ड के विधि अधिकारी अब्दुल मोबीन खां द्वारा उन्हें लिखित में बताया गया कि छह दिसंबर 2018 को तत्कालीन सहायक सचिव आले अतीक ने नोटिस जारी किया था। मगर, 18 जनवरी 2021 को वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के आदेश पर नोटिस निरस्त कर दिया गया था। उस नोटिस के संबंध में काेई भी कार्यवाही अब प्रचलन में नहीं है। 

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