अमेरिका स्थित एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में वरिष्ठ कार्यकारी 30 वर्षीय अशर और एमबीए कर चुकी 29 वर्षीय अवनी ने चार महीने पहले अमेरिका में शादी की थी। रिसेप्शन अलीगढ़ में करने की तैयारी चल रही थी। रिश्तेदारों और दोस्तों को कार्ड भेज दिए गए जिसके बाद दक्षिणपंथी समूहों का विरोध शुरू हो गया।
बजरंग दल, करणी सेना और ब्राह्मण महासभा सहित दक्षिणपंथी समूहों के विरोध के बाद अलीगढ़ में 21 दिसंबर को होने वाला एक शादी का रिसेप्शन रद्द कर दिया गया। इन समूहों ने दावा किया कि यह आयोजन सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ सकता है और इसे “लव जिहाद” बताया। अमेरिका में रहने वाले पेशेवर जोड़े अशर चौधरी और अवनी भार्गव ने अपने परिवार और दोस्तों के साथ शादी का जश्न मनाने प्लान किया था।
द ऑब्जर्वर पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका स्थित एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में वरिष्ठ कार्यकारी 30 वर्षीय अशर और एमबीए कर चुकी 29 वर्षीय अवनी ने चार महीने पहले अमेरिका में शादी की थी। सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में विशेष विवाह अधिनियम के तहत उनकी शादी का पंजीकरण हो चुका है। उन्होंने अपने गृहनगर अलीगढ़ में जी.टी. रोड पर एक हॉल में इसका जश्न मनाने की योजना बनाई गई थी।
विवाद तब शुरू हुआ जब उनके रिसेप्शन का निमंत्रण कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। दक्षिणपंथी समूहों ने इस आयोजन पर आपत्ति जताते हुए दावा किया कि इससे सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता है।
15 दिसंबर को प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट तक मार्च निकाला और कार्यक्रम को रद्द करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने रिसेप्शन को "लव जिहाद" बताया।
चौहान ने कहा, "हम पीछे नहीं हटेंगे, चाहे इसके लिए हमें होटल में घुसना पड़े या प्रशासन को चुनौती देनी पड़े।"
अलीगढ़ की पूर्व मेयर शकुंतला भारती ने भी इसी तरह की राय जाहिर करते हुए कहा, "किसी भी परिस्थिति में रिसेप्शन नहीं होना चाहिए। अगर कोई घटना होती है, तो होटल मालिक और जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा।"
बजरंग दल के संयोजक गौरव शर्मा ने कहा, "हालांकि संविधान के तहत वयस्कों को अपनी मर्जी से शादी करने की आजादी है, लेकिन अलीगढ़ जैसे संवेदनशील शहर में इस तरह के आयोजन से अशांति फैल सकती है। हम शादी के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि यहां रिसेप्शन के खिलाफ हैं।"
बढ़ते दबाव के बीच, जोड़े के परिवारों ने रिसेप्शन रद्द करने का फैसला किया। सोशल मीडिया पर दिए गए बयान में उन्होंने "अप्रत्याशित परिस्थितियों" को इसका कारण बताया।
एक पारिवारिक मित्र ने बताया, "कार्यक्रम 21 दिसंबर को होना था, लेकिन मेहमानों की सुरक्षा को लेकर चिंता के कारण इसे रद्द कर दिया गया।"
वहीं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अमित कुमार भट्ट ने ज्ञापन मिलने की पुष्टि की और स्थानीय पुलिस ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
बजरंग दल, करणी सेना और ब्राह्मण महासभा सहित दक्षिणपंथी समूहों के विरोध के बाद अलीगढ़ में 21 दिसंबर को होने वाला एक शादी का रिसेप्शन रद्द कर दिया गया। इन समूहों ने दावा किया कि यह आयोजन सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ सकता है और इसे “लव जिहाद” बताया। अमेरिका में रहने वाले पेशेवर जोड़े अशर चौधरी और अवनी भार्गव ने अपने परिवार और दोस्तों के साथ शादी का जश्न मनाने प्लान किया था।
द ऑब्जर्वर पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका स्थित एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में वरिष्ठ कार्यकारी 30 वर्षीय अशर और एमबीए कर चुकी 29 वर्षीय अवनी ने चार महीने पहले अमेरिका में शादी की थी। सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास में विशेष विवाह अधिनियम के तहत उनकी शादी का पंजीकरण हो चुका है। उन्होंने अपने गृहनगर अलीगढ़ में जी.टी. रोड पर एक हॉल में इसका जश्न मनाने की योजना बनाई गई थी।
विवाद तब शुरू हुआ जब उनके रिसेप्शन का निमंत्रण कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। दक्षिणपंथी समूहों ने इस आयोजन पर आपत्ति जताते हुए दावा किया कि इससे सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता है।
15 दिसंबर को प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट तक मार्च निकाला और कार्यक्रम को रद्द करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने रिसेप्शन को "लव जिहाद" बताया।
चौहान ने कहा, "हम पीछे नहीं हटेंगे, चाहे इसके लिए हमें होटल में घुसना पड़े या प्रशासन को चुनौती देनी पड़े।"
अलीगढ़ की पूर्व मेयर शकुंतला भारती ने भी इसी तरह की राय जाहिर करते हुए कहा, "किसी भी परिस्थिति में रिसेप्शन नहीं होना चाहिए। अगर कोई घटना होती है, तो होटल मालिक और जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा।"
बजरंग दल के संयोजक गौरव शर्मा ने कहा, "हालांकि संविधान के तहत वयस्कों को अपनी मर्जी से शादी करने की आजादी है, लेकिन अलीगढ़ जैसे संवेदनशील शहर में इस तरह के आयोजन से अशांति फैल सकती है। हम शादी के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि यहां रिसेप्शन के खिलाफ हैं।"
बढ़ते दबाव के बीच, जोड़े के परिवारों ने रिसेप्शन रद्द करने का फैसला किया। सोशल मीडिया पर दिए गए बयान में उन्होंने "अप्रत्याशित परिस्थितियों" को इसका कारण बताया।
एक पारिवारिक मित्र ने बताया, "कार्यक्रम 21 दिसंबर को होना था, लेकिन मेहमानों की सुरक्षा को लेकर चिंता के कारण इसे रद्द कर दिया गया।"
वहीं अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अमित कुमार भट्ट ने ज्ञापन मिलने की पुष्टि की और स्थानीय पुलिस ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।