पंचायत अध्यक्ष एंथोनीयम्मल ने आरोप लगाया कि प्रभावशाली जाति के वार्ड सदस्यों के रिश्तेदार न केवल उन्हें लगातार जातिगत गालियां देते हैं बल्कि उनके काम में बाधा डालते हुए जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं।
साभार : द मूकनायक
तमिलनाडु की दलित महिला पंचायत अध्यक्ष ने उत्पीड़न व जातिगत भेदभाव का आरोप लगाया है। मामला तिरुनेलवेली जिले के मणिमुथार टाउन पंचायत की है। पंचायत अध्यक्ष एंथोनीयम्मल ने आरोप लगाया है कि कुछ प्रभावशाली जाति के वार्ड सदस्यों के रिश्तेदार न केवल उन्हें लगातार जातिगत गालियां देते हैं बल्कि उनके काम में बाधा डालते हुए जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं।
द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार, एंथोनीयम्मल ने बुधवार को अंबासमुद्रम उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) सतीश कुमार के समक्ष शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कुछ जाति हिंदू पंचायत सदस्यों के पतियों और रिश्तेदारों के खिलाफ जातिवाद के आधार पर उत्पीड़न और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया और कानूनी कार्रवाई की मांग की।
टाउन पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि उनकी जान को खतरा है। इसको लेकर उन्होंने डीएसपी से आरोपियों के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई करने की अपील की। एंथोनीयम्मल के साथ तमिलर उरिमाई मीटपु कझम के समन्वयक लेनिन कैनेडी और अन्य कार्यकर्ता भी डीएसपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने इस मामले में जिला कलेक्टर डॉ. के पी कार्तिकेयन को भी एक याचिका भेजी। शिकायतकर्ता ने उत्पीड़न को लेकर अपनी पार्टी के हाई कमान को भी जानकारी दी है।
मामले की जानकारी देते हुए उन्होंने यह भी कहा कि पंचायत बैठकों में नशे की हालत में आकर उन्हें अपमानित किया जाता है, सार्वजनिक स्थानों पर धमकाया जाता है और उनके अधिकारों को छीनने की कोशिश की जा रही है।
पंचायत अध्यक्ष एंथोनीयम्मल अनुसूचित जाति के तहत आने वाले देवेंद्र कुल वेलालर समुदाय से हैं। अपनी शिकायत में उन्होंने अपने दो साल के कार्यकाल के दौरान हुए भेदभाव व उत्पीड़न का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि पंचायत अध्यक्ष के रूप में सर्वसम्मति से चुने जाने के बावजूद, उन्हें अपमानजनक टिप्पणियों, धमकियों और अपने आधिकारिक कर्तव्यों के निर्वाह में कई रुकावटों का सामना करना पड़ा है।
एंथोनीयम्मल ने अपनी शिकायत में मारियप्पन, वार्ड 4 (आलाडियूर) की सदस्य सेल्वी के पति, कासी, वार्ड 7 (कील ईरमालपुरम) की सदस्य प्रेमा के पति, सत्थनाथन उर्फ़ थिरुपुदपांडियन, वार्ड 5 (कील ईरमालपुरम) की सदस्य मुप्पुडाथी के ससुर को शिकायत में नामजद किया है।
रिपोर्ट के अनुसार, एंथोनीयम्मल ने आरोप लगाया कि ये लोग अक्सर महिला वार्ड सदस्यों के स्थान पर अवैध रूप से पंचायत बैठकों में शामिल होते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ये लोग नशे की हालत में बैठक में आते हैं, कार्यवाही में बाधा डालते हैं और जब उनसे इस पर सवाल किया जाता है तब जातिगत गालियां और धमकियां देते हैं।
पुलिस की दो गई अपनी शिकायत में उन्होंने 12 नवंबर की उस घटना का जिक्र किया जब उन्हें पंचायत कार्यालय के पास कासी और मारियप्पन ने घेर लिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों व्यक्ति नशे में थे और सार्वजनिक स्थान पर उनसे अभद्र भाषा में बात की। उन्होंने कहा कि "त्याग पत्र लिखकर यह पद छोड़ दो। तुम्हें यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है। अगर तुम हमारी बात नहीं सुनोगी, तो हम तुम्हें गांव से बाहर कर देंगे।"
एंथोनीयम्मल ने शिकायत में बताया कि जब उन्होंने उनसे सम्मानपूर्वक बात करने को कहा तो उनके खिलाफ अपमानजनक जातिगत टिप्पणियां की गईं। उन्होंने कथित तौर पर कहा: "तुम्हारी जाति के लोग हमारे घरों में काम करते हैं, तुम्हें क्या इज्जत देनी है? अगर हमारी बात नहीं मानी तो पद छोड़ दो और गांव छोड़कर चली जाओ। नहीं तो तुम्हें जान से मार देंगे।"
शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग पंचायत में ठेके और फैसले लेने पर अपना नियंत्रण चाहते हैं और उन्हें स्वतंत्र रूप से काम करने नहीं देते।
पंचायत अध्यक्ष ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और आरोपियों पर जातिगत भेदभाव से प्रेरित शत्रुतापूर्ण कार्य वातावरण बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने अधिकारियों से आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने और उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की।
साभार : द मूकनायक
तमिलनाडु की दलित महिला पंचायत अध्यक्ष ने उत्पीड़न व जातिगत भेदभाव का आरोप लगाया है। मामला तिरुनेलवेली जिले के मणिमुथार टाउन पंचायत की है। पंचायत अध्यक्ष एंथोनीयम्मल ने आरोप लगाया है कि कुछ प्रभावशाली जाति के वार्ड सदस्यों के रिश्तेदार न केवल उन्हें लगातार जातिगत गालियां देते हैं बल्कि उनके काम में बाधा डालते हुए जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं।
द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार, एंथोनीयम्मल ने बुधवार को अंबासमुद्रम उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) सतीश कुमार के समक्ष शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कुछ जाति हिंदू पंचायत सदस्यों के पतियों और रिश्तेदारों के खिलाफ जातिवाद के आधार पर उत्पीड़न और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया और कानूनी कार्रवाई की मांग की।
टाउन पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि उनकी जान को खतरा है। इसको लेकर उन्होंने डीएसपी से आरोपियों के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई करने की अपील की। एंथोनीयम्मल के साथ तमिलर उरिमाई मीटपु कझम के समन्वयक लेनिन कैनेडी और अन्य कार्यकर्ता भी डीएसपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने इस मामले में जिला कलेक्टर डॉ. के पी कार्तिकेयन को भी एक याचिका भेजी। शिकायतकर्ता ने उत्पीड़न को लेकर अपनी पार्टी के हाई कमान को भी जानकारी दी है।
मामले की जानकारी देते हुए उन्होंने यह भी कहा कि पंचायत बैठकों में नशे की हालत में आकर उन्हें अपमानित किया जाता है, सार्वजनिक स्थानों पर धमकाया जाता है और उनके अधिकारों को छीनने की कोशिश की जा रही है।
पंचायत अध्यक्ष एंथोनीयम्मल अनुसूचित जाति के तहत आने वाले देवेंद्र कुल वेलालर समुदाय से हैं। अपनी शिकायत में उन्होंने अपने दो साल के कार्यकाल के दौरान हुए भेदभाव व उत्पीड़न का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि पंचायत अध्यक्ष के रूप में सर्वसम्मति से चुने जाने के बावजूद, उन्हें अपमानजनक टिप्पणियों, धमकियों और अपने आधिकारिक कर्तव्यों के निर्वाह में कई रुकावटों का सामना करना पड़ा है।
एंथोनीयम्मल ने अपनी शिकायत में मारियप्पन, वार्ड 4 (आलाडियूर) की सदस्य सेल्वी के पति, कासी, वार्ड 7 (कील ईरमालपुरम) की सदस्य प्रेमा के पति, सत्थनाथन उर्फ़ थिरुपुदपांडियन, वार्ड 5 (कील ईरमालपुरम) की सदस्य मुप्पुडाथी के ससुर को शिकायत में नामजद किया है।
रिपोर्ट के अनुसार, एंथोनीयम्मल ने आरोप लगाया कि ये लोग अक्सर महिला वार्ड सदस्यों के स्थान पर अवैध रूप से पंचायत बैठकों में शामिल होते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ये लोग नशे की हालत में बैठक में आते हैं, कार्यवाही में बाधा डालते हैं और जब उनसे इस पर सवाल किया जाता है तब जातिगत गालियां और धमकियां देते हैं।
पुलिस की दो गई अपनी शिकायत में उन्होंने 12 नवंबर की उस घटना का जिक्र किया जब उन्हें पंचायत कार्यालय के पास कासी और मारियप्पन ने घेर लिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों व्यक्ति नशे में थे और सार्वजनिक स्थान पर उनसे अभद्र भाषा में बात की। उन्होंने कहा कि "त्याग पत्र लिखकर यह पद छोड़ दो। तुम्हें यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है। अगर तुम हमारी बात नहीं सुनोगी, तो हम तुम्हें गांव से बाहर कर देंगे।"
एंथोनीयम्मल ने शिकायत में बताया कि जब उन्होंने उनसे सम्मानपूर्वक बात करने को कहा तो उनके खिलाफ अपमानजनक जातिगत टिप्पणियां की गईं। उन्होंने कथित तौर पर कहा: "तुम्हारी जाति के लोग हमारे घरों में काम करते हैं, तुम्हें क्या इज्जत देनी है? अगर हमारी बात नहीं मानी तो पद छोड़ दो और गांव छोड़कर चली जाओ। नहीं तो तुम्हें जान से मार देंगे।"
शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग पंचायत में ठेके और फैसले लेने पर अपना नियंत्रण चाहते हैं और उन्हें स्वतंत्र रूप से काम करने नहीं देते।
पंचायत अध्यक्ष ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और आरोपियों पर जातिगत भेदभाव से प्रेरित शत्रुतापूर्ण कार्य वातावरण बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने अधिकारियों से आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने और उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की।