“उसने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया था, फिर भी उसे मार दिया गया। यह कैसा न्याय है? क्या लोगों को सड़कों पर इतनी आसानी से मारा जा सकता है?”

फोटो साभार : मकतूब
हरियाणा के पानीपत में शनिवार शाम को टोपी पहनने को लेकर हुए विवाद में एक मुस्लिम युवक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई। एफआईआर के अनुसार, 24 वर्षीय फिरदौस आलम उर्फ असजद बाबू को 24 मई को रात करीब 8:30 बजे सनोली चौक के पास सुखराम कॉलोनी इलाके में चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई।
मक्तूब से बात करते हुए फिरदौस आलम के भाई असद रजा ने कहा कि उनके छोटे भाई की शादी छह महीने पहले ही हुई थी। रजा ने कहा, “उसने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया था, फिर भी उसे मार दिया गया। यह कैसा न्याय है? क्या लोगों को सड़कों पर इतनी आसानी से मारा जा सकता है?”
इंडस्ट्रियल सेक्टर 29 पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर नंबर 0288/2025 में कहा गया है कि आरोपी नरेंद्र उर्फ “सुसु लाला” ने टोपी पहनने को लेकर फिरदौस आलम का मजाक उड़ाया।
असद रजा की शिकायत के अनुसार, आलम और उसके दोस्त एक खेल के मैदान के पास बैठे थे तभी आरोपी उनके पास आया और उन्हें गाली देना शुरू कर दिया। आरोपी द्वारा कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए आलम के टोपी पहनने का मजाक उड़ाने के बाद स्थिति तेजी से बिगड़ गई।
हरियाणा पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 103 (1) के तहत मामला दर्ज किया है, जो गैर इरादतन हत्या से जुड़ा है। मुस्लिम मिरर के अनुसार, आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है।
रजा ने कहा कि आरोपी का पहले भी आक्रामक व्यवहार रहा है और उसने पहले भी उसके भाई को धमकाया था।
आलम और रजा मूल रूप से बिहार के किशनगंज जिले के कोचाधामन ब्लॉक के कैरी बीरपुर गांव के रहने वाले हैं। आलम पानीपत में दर्जी का काम करता था।
ज्ञात हो कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में कथित तौर पर भैंस का मीट ले जा रहे कुछ मुस्लिम युवकों को गौरक्षकों ने बर्बर तरीके से पीटा था जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
पीड़ितों का दावा है कि वे भैंस का मांस ले जा रहे थे, जो प्रतिबंधित नहीं है। पुलिस का कहना है कि मांस के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं।
अलीगढ़ ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक अमृत जैन ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने उस गांव के लोगों से पीड़ितों के खिलाफ "शिकायत दर्ज कराने" को कहा है, जहां यह हमला हुआ था।
हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या इस हमले के लिए उन आरोपियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज किया जाएगा, जिनका संबंध बजरंग दल से कथित तौर पर जुड़े अखिल भारतीय हिंदू सेना से बताया जा रहा है।
शनिवार को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में कथित "गौरक्षकों" ने मीट से लदे एक मिनी ट्रक में सवार चार लोगों पर हमला किया।
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, अलीगढ़ में चार लोगों की पिटाई करने और कथित तौर पर गोमांस से लदे एक मिनी ट्रक में आग लगाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। अन्य हमलावरों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए विशेष पुलिस दल बनाए गए हैं और पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए लैब टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
घायल हुए चार लोगों की पहचान अकील (35), नदीम (32), अकील (43) और अरबाज (38) के रूप में की गई है।
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फोटो साभार : मकतूब
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मक्तूब से बात करते हुए फिरदौस आलम के भाई असद रजा ने कहा कि उनके छोटे भाई की शादी छह महीने पहले ही हुई थी। रजा ने कहा, “उसने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया था, फिर भी उसे मार दिया गया। यह कैसा न्याय है? क्या लोगों को सड़कों पर इतनी आसानी से मारा जा सकता है?”
इंडस्ट्रियल सेक्टर 29 पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर नंबर 0288/2025 में कहा गया है कि आरोपी नरेंद्र उर्फ “सुसु लाला” ने टोपी पहनने को लेकर फिरदौस आलम का मजाक उड़ाया।
असद रजा की शिकायत के अनुसार, आलम और उसके दोस्त एक खेल के मैदान के पास बैठे थे तभी आरोपी उनके पास आया और उन्हें गाली देना शुरू कर दिया। आरोपी द्वारा कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए आलम के टोपी पहनने का मजाक उड़ाने के बाद स्थिति तेजी से बिगड़ गई।
हरियाणा पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 103 (1) के तहत मामला दर्ज किया है, जो गैर इरादतन हत्या से जुड़ा है। मुस्लिम मिरर के अनुसार, आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है।
रजा ने कहा कि आरोपी का पहले भी आक्रामक व्यवहार रहा है और उसने पहले भी उसके भाई को धमकाया था।
आलम और रजा मूल रूप से बिहार के किशनगंज जिले के कोचाधामन ब्लॉक के कैरी बीरपुर गांव के रहने वाले हैं। आलम पानीपत में दर्जी का काम करता था।
ज्ञात हो कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में कथित तौर पर भैंस का मीट ले जा रहे कुछ मुस्लिम युवकों को गौरक्षकों ने बर्बर तरीके से पीटा था जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
पीड़ितों का दावा है कि वे भैंस का मांस ले जा रहे थे, जो प्रतिबंधित नहीं है। पुलिस का कहना है कि मांस के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं।
अलीगढ़ ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक अमृत जैन ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने उस गांव के लोगों से पीड़ितों के खिलाफ "शिकायत दर्ज कराने" को कहा है, जहां यह हमला हुआ था।
हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या इस हमले के लिए उन आरोपियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज किया जाएगा, जिनका संबंध बजरंग दल से कथित तौर पर जुड़े अखिल भारतीय हिंदू सेना से बताया जा रहा है।
शनिवार को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में कथित "गौरक्षकों" ने मीट से लदे एक मिनी ट्रक में सवार चार लोगों पर हमला किया।
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, अलीगढ़ में चार लोगों की पिटाई करने और कथित तौर पर गोमांस से लदे एक मिनी ट्रक में आग लगाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। अन्य हमलावरों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए विशेष पुलिस दल बनाए गए हैं और पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए लैब टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
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