"झूठी खबर फैलाकर सैकड़ों लोगों की भीड़ ने चारों युवकों को काफी देर तक बेरहमी से पीटा। सभी को लहूलुहान कर दिया गया, जिनमें से एक की हालत बेहद गंभीर है। अफरोज आलम ने कहा कि नफरत की राजनीति को बढ़ावा देने के लिए मुसलमानों पर लगातार सुनियोजित हमले किए जा रहे हैं।"

प्रतीकात्मक तस्वीर
अलीगढ़ में मुस्लिम युवकों की गौरक्षकों द्वारा बर्बर पिटाई करने वालों को सख्त सजा देने की मांग उठाई गई है। इंसाफ मंच के प्रदेश संयोजक अफरोज आलम ने शनिवार को अलीगढ़ में एक मीट कंपनी से भैंस का मांस बिक्री के लिए गाड़ी से ले जा रहे चार मुस्लिम युवकों की तथाकथित गौरक्षकों द्वारा की गई पिटाई को लेकर नाराजगी जाहिर की।
उन्होंने कहा कि झूठी खबर फैलाकर सैकड़ों लोगों की भीड़ ने चारों युवकों को काफी देर तक बेरहमी से पीटा। सभी को लहूलुहान कर दिया गया, जिनमें से एक की हालत बेहद गंभीर है। अफरोज आलम ने कहा कि नफरत की राजनीति को बढ़ावा देने के लिए मुसलमानों पर लगातार सुनियोजित हमले किए जा रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि न तो किसी ने पीड़ितों को बचाने की कोशिश की और न ही हमलावरों को रोकने या पकड़ने की कोई गंभीर पहल की गई। यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज जैसा माहौल है, जहां हमलावरों को मालूम है कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी, इसलिए उनका मनोबल इस तरह के अपराधों को अंजाम देने के लिए बढ़ता जा रहा है।
अफरोज आलम ने कहा कि योगी सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है। इस सरकार में सत्ता संरक्षित तत्वों द्वारा मुसलमानों और उनकी इबादतगाहों पर लगातार हमले किए जा रहे हैं, जिससे नफरत की राजनीति को बढ़ावा मिल रहा है। यह बात इस तथ्य से और पुष्ट होती है कि पिटाई के शिकार चारों पीड़ितों के ही खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है, जबकि जिन हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, वे बेखौफ घूम रहे हैं।
इंसाफ मंच नेता ने अलीगढ़ में चार मुस्लिम युवकों की बर्बर पिटाई करने वालों की तत्काल गिरफ्तारी और उन्हें सख्त सजा देने की मांग की है।
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ितों का दावा है कि वे भैंस का मांस ले जा रहे थे, जो प्रतिबंधित नहीं है। पुलिस का कहना है कि मांस के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं।
अलीगढ़ ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक अमृत जैन ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने उस गांव के लोगों से पीड़ितों के खिलाफ "शिकायत दर्ज कराने" को कहा है, जहां यह हमला हुआ था।
हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या इस हमले के लिए उन गुंडों के खिलाफ कोई मामला दर्ज किया जाएगा, जिनका संबंध बजरंग दल से कथित तौर पर जुड़े अखिल भारतीय हिंदू सेना से बताया जा रहा है।
शनिवार को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में कथित "गौरक्षकों" ने मीट से लदे एक मिनी ट्रक में सवार चार लोगों पर हमला किया।

प्रतीकात्मक तस्वीर
अलीगढ़ में मुस्लिम युवकों की गौरक्षकों द्वारा बर्बर पिटाई करने वालों को सख्त सजा देने की मांग उठाई गई है। इंसाफ मंच के प्रदेश संयोजक अफरोज आलम ने शनिवार को अलीगढ़ में एक मीट कंपनी से भैंस का मांस बिक्री के लिए गाड़ी से ले जा रहे चार मुस्लिम युवकों की तथाकथित गौरक्षकों द्वारा की गई पिटाई को लेकर नाराजगी जाहिर की।
उन्होंने कहा कि झूठी खबर फैलाकर सैकड़ों लोगों की भीड़ ने चारों युवकों को काफी देर तक बेरहमी से पीटा। सभी को लहूलुहान कर दिया गया, जिनमें से एक की हालत बेहद गंभीर है। अफरोज आलम ने कहा कि नफरत की राजनीति को बढ़ावा देने के लिए मुसलमानों पर लगातार सुनियोजित हमले किए जा रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि न तो किसी ने पीड़ितों को बचाने की कोशिश की और न ही हमलावरों को रोकने या पकड़ने की कोई गंभीर पहल की गई। यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज जैसा माहौल है, जहां हमलावरों को मालूम है कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी, इसलिए उनका मनोबल इस तरह के अपराधों को अंजाम देने के लिए बढ़ता जा रहा है।
अफरोज आलम ने कहा कि योगी सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है। इस सरकार में सत्ता संरक्षित तत्वों द्वारा मुसलमानों और उनकी इबादतगाहों पर लगातार हमले किए जा रहे हैं, जिससे नफरत की राजनीति को बढ़ावा मिल रहा है। यह बात इस तथ्य से और पुष्ट होती है कि पिटाई के शिकार चारों पीड़ितों के ही खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है, जबकि जिन हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, वे बेखौफ घूम रहे हैं।
इंसाफ मंच नेता ने अलीगढ़ में चार मुस्लिम युवकों की बर्बर पिटाई करने वालों की तत्काल गिरफ्तारी और उन्हें सख्त सजा देने की मांग की है।
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ितों का दावा है कि वे भैंस का मांस ले जा रहे थे, जो प्रतिबंधित नहीं है। पुलिस का कहना है कि मांस के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं।
अलीगढ़ ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक अमृत जैन ने संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने उस गांव के लोगों से पीड़ितों के खिलाफ "शिकायत दर्ज कराने" को कहा है, जहां यह हमला हुआ था।
हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या इस हमले के लिए उन गुंडों के खिलाफ कोई मामला दर्ज किया जाएगा, जिनका संबंध बजरंग दल से कथित तौर पर जुड़े अखिल भारतीय हिंदू सेना से बताया जा रहा है।
शनिवार को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में कथित "गौरक्षकों" ने मीट से लदे एक मिनी ट्रक में सवार चार लोगों पर हमला किया।