नफ़रत फैलाने वाले भाषण के लिए यति नरसिंहानंद के खिलाफ़ एफआईआर, हिरासत में लिया गया

Written by sabrang india | Published on: October 5, 2024
यह भाषण मेजर आशाराम व्याघ्र सेवा संस्थान द्वारा डासना मंदिर में आयोजित एक कार्यक्रम में दिया गया था, जहां यति नरसिंहानंद मुख्य पुजारी हैं।  



डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद पुलिस लाइन में हिरासत में लिया गया है। उनके खिलाफ "पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ ईशनिंदा वाले बयान" के लिए एफआईआर दर्ज की गई है। शुक्रवार की रात को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गाजियाबाद और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यति नरसिंहानंद पर 4 अक्टूबर को गाजियाबाद में कथित तौर पर नफ़रत फैलाने वाला भाषण देने का आरोप है।

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की उत्तराखंड इकाई ने नरसिंहानंद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। एआईएमआईएम के उत्तराखंड अध्यक्ष नैयर काजमी ने कहा, "यति नरसिंहानंद बार-बार पैगंबर का अपमान करते हैं। मैंने कई शिकायतें दर्ज कराई हैं, लेकिन सरकार की नरमी और पुलिस पक्षपात के कारण उन्हें बचा लिया गया है।"

पुलिस ने गुरुवार को यति नरसिंहानंद के खिलाफ़ 29 सितंबर को गाजियाबाद के लोहिया नगर में हिंदी भवन में दिए गए कथित नफ़रत भरे भाषण के लिए मामला दर्ज किया।

पुलिस उपनिरीक्षक त्रिवेंद्र सिंह की शिकायत के आधार पर बीएनएस की धारा 302 (किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) के तहत एफआईआर दर्ज की गई। सिहानी गेट पुलिस स्टेशन के एसएचओ सचिन कुमार ने कहा, "हमने अभी तक उन्हें गिरफ़्तार नहीं किया है।" उन्होंने कहा कि पुलिस ने कथित नफ़रत भरे भाषण का एक वीडियो भी देखा है जो वायरल हो रहा है।

उन्होंने बताया, "कथित वीडियो की जांच के बाद कोई कार्रवाई की जाएगी।" यह भाषण मेजर आशाराम व्याघ्र सेवा संस्थान द्वारा डासना मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में दिया गया था, जहां वे मुख्य पुजारी हैं।

यति नरसिंहानंद के खिलाफ कई मामले हैं। उन्हें 2022 में भड़काऊ भाषण के मामले में गिरफ्तार किया गया था। दिसंबर 2021 में उन्होंने हरिद्वार में 'धर्म संसद' में एक सभा के दौरान हिंदुओं को मुसलमानों से कथित खतरों के खिलाफ खुद को अधिक प्रभावी हथियारों से लैस करने की सलाह दी थी।

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