दलित बारात पर हमलों का सिलसिला जारी : मेरठ में दूल्हा और तीन घायल, लूट की वारदात  

Written by sabrang india | Published on: March 3, 2025
कालिंदी गांव में बारात के प्रवेश के दौरान संगीत बजाने को लेकर ऊंची जाति के करीब 10 लोगों द्वारा कथित तौर पर हमला किए जाने से दूल्हा समेत दलित समुदाय के तीन सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए।



शादी में या अन्य मौकों पर दलितों पर ऊंची जातियों का हमला थम नहीं रहा है। हर रोज एक नए मामले सामने आते हैं। यह समाज में जातिवादी सोच का नतीजा है। गत शनिवार को मेरठ शहर के बाहरी इलाके में स्थित कालिंदी गांव में बारात के प्रवेश के दौरान संगीत बजाने को लेकर ऊंची जाति के करीब 10 लोगों द्वारा कथित तौर पर हमला किए जाने से दूल्हा समेत दलित समुदाय के तीन सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने मीडिया को ये जानकारी दी।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि मामले के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है। आरोप है कि हमलावरों ने पीड़ितों से दो अंगूठियां, एक सोने का कंगन और 2 लाख रुपये नकद भी छीन लिए।

सरधना थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, मुजफ्फरनगर के एक गांव का दूल्हा संजीव (26) 100 लोगों की बारात के साथ कालिंदी गांव आया था। बारात में शामिल लोग एक बस और तीन कारों में सवार थे।

शिकायतकर्ता गोविंद ने कहा, “जब हम कलिंदी गांव में दाखिल हुए तो संगीत बज रहा था। लेकिन अचानक, ऊंची जाति के आठ से 10 लोगों ने हमारे वाहनों को रोक लिया और लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से हम पर हमला कर दिया। दूल्हे समेत मेरे दो छोटे भाई और एक बहन गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्होंने महिलाओं का पीछा किया और उन्हें पीटा। उन्होंने कहा कि केवल ठाकुर ही अपनी शादी में संगीत बजा सकते हैं और दलित दूल्हे या दुल्हन को किसी भी तरह का संगीत बजाने की अनुमति नहीं देंगे।”

मेरठ के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राकेश मिश्रा ने कहा, “तीन लोग घायल हो गए और उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि अन्य की तलाश की जा रही है। कथित हमलावरों पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) अधिनियम और मारपीट के तहत मामला दर्ज किया गया है। हम मामले में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार करेंगे।”

कथित हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए नगीना के सांसद और आजाद पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर ने एक्स पर एक पोस्ट में चेतावनी दी कि अगर दोषियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया तो वे पूरे राज्य में आंदोलन शुरू कर देंगे।

उन्होंने लिखा, "मेरठ के कालिंदी गांव में दलित दूल्हे संजीव की बारात पर दबंगों ने हमला किया, जातिसूचक गालियां दीं, महिलाओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, दूल्हे के भाई का सिर फोड़ दिया और लाखों की लूटपाट भी की।यह सिर्फ एक शादी पर हमला नहीं, बल्कि जातिवादी सोच का वीभत्स चेहरा है, जो बहुजन समाज की खुशियों व सम्मान के जीवन को भी बर्दाश्त नहीं कर सकता।"

उन्होंने आगे लिखा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी दलित सम्मान और सुरक्षा की कितनी भी बातें कर ले, लेकिन जमीनी सच्चाई यही है कि यूपी में बहुजन समाज पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिल रहा है, इसलिए वे बेखौफ होकर हमारे समाज की खुशियों पर हमला कर रहे हैं। हम चेतावनी देते हैं—अगर सरकार ने तुरंत कार्रवाई नहीं की, तो पूरे प्रदेश में आंदोलन होगा!”

ज्ञात हो कि पिछले कुछ समय से यह देखा गया है कि देश भर में दलित समाज की शादी के दौरान दूल्हे और बारात पर ऊंची जाति के लोगों द्वारा निरंतर हमले किए गए हैं।

हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, इसी साल फरवरी में गुरुग्राम के गांव बादशाहपुर टैठड़ में गाजे-बाजे के साथ निकल रही दलित युवक की बारात पर पथराव करने का मामला सामने आया। बारातियों ने जैसे-तैसे दूल्हे को विवाह स्थल तक सुरक्षित पहुंचाया। हालांकि, इस पथराव में 10 बाराती घायल हो गए। आरोप है कि दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ा देखकर लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। घायलों में आठ को सोहना अस्पताल में भर्ती करवाया, जबकि दो बारातियों को गुरुग्राम अस्पताल में भेजा गया। थाना सोहना पुलिस ने इस मामले में सवर्ण समाज की 18 महिलाओं और पुरुषों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

पिछले साल 16 दिसंबर को बुलंदशहर के जहांगीराबाद इलाके में एक दलित कांस्टेबल की शादी के बारात पर कथित तौर पर ऊंची जाति के लोगों ने हमला किया था, जिन्होंने तेज डीजे संगीत पर आपत्ति जताई और गाड़ी में तोड़फोड़ की, पथराव किया, दूल्हे को उसके घोड़े से उतार दिया और कई मेहमानों को घायल कर दिया।

साल 2024 के दिसंबर में मध्य प्रदेश के दमोह जिले के देहात थाना क्षेत्र के चौरई गांव में मंगलवार को एक दलित परिवार की शादी में दूल्हे को बग्गी पर बिठाकर बारात निकालना दबंगों को नागवार गुजरा। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, दलित दूल्हे की बारात बग्गी पर निकाले जाने से दबंग ठाकुर समाज के लोग नाराज हो गए। इसके बाद उन लोगों ने बारात में तो कोई बाधा नहीं डाली, लेकिन लौटते समय बग्गी चालक राहुल रजक, जगदीश और कृष्णा रजक पर हमला कर दिया। इसके साथ ही युवाओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया और उनके वाहन में भी तोड़फोड़ भी की गई।

बीते साल जुलाई महीने में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में दलित समुदाय के तीन लोग घायल हो गए, जब कथित तौर पर ऊंची जाति के लोगों ने दलित दूल्हे के घोड़ी चढ़ने पर आपत्ति जताई थी। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना खतौली पुलिस स्टेशन के अंतर्गत मदकरीमपुर गांव में हुई।

सर्किल ऑफिसर रामाशीष यादव ने समाचार एजेंसी को बताया था कि दूल्हे पक्ष पर घोड़ी चढ़ने की रस्म के दौरान "जातिवादी" गाने बजाने का भी आरोप लगाया गया है।

एक शिकायत में, दूल्हे पक्ष ने आरोप लगाया कि कुछ ऊंची जाति के लोगों ने दूल्हे के घोड़ी चढ़ने पर आपत्ति जताई। इसमें कहा गया है कि ऊंची जाति के लोगों ने कहा कि दलितों को घोड़ी पर बैठने का अधिकार नहीं है। इसमें कहा गया है कि इसके बाद कथित तौर पर बारात पर धारदार हथियारों, डंडों और बंदूकों से हमला किया गया। एफआईआर में यह भी कहा गया है कि हमले में दूल्हे के भाई सहित कई लोग घायल हो गए।

आज तक की रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 के जून में मध्य प्रदेश के छतरपुर में दलित दूल्हा घोड़ी पर चढ़कर बारात लेकर निकला तो दबंगों ने पथराव किया। फिर पुलिस आई. तब पुलिस के पहरे में दलित दूल्हा अपनी बारात घोड़ी पर चढकर निकाल पाया।

मई 2023 में देवास में एक दलित दूल्हे की बारात पर दबंगों ने हमला कर दिया था। न्यूज18 हिंदी की रिपोर्ट के अनुसार, हमले की वजह दूल्हा घोड़ी पर चढ़कर बारात ले जा रहा था। दलित समाज के दूल्हे का घोड़ी चढ़ना दबंगों को नागवार गुजरा। गांव के इन दबंगों ने पहले दूल्हे को घोड़ी से उतारकर बेइज्जत किया। फिर दूल्हा घोड़ी से उतरकर जब बाइक से जाने लगा तो दबंगों को ये भी मंजूर नहीं था। उन्होंने बारात पर पत्थर बरसा दिए। इसमें दूल्हे का भाई गंभीर रूप से घायल हो गया।

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