इतिहास
November 17, 2018
अवतार सिंह संधू "पाश" एक क्रांतिकारी, लेखक और कवि थे. कविता 'सबसे ख़तरनाक' प्रभात रघुनंदन की आवाज़ मे
November 13, 2018
मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की जयंती समारोह पर सियासी घमासान देखने को मिला। बीजेपी को टीपू सुल्तान की जयंती मनाए जाने पर ऐतराज जताती आई है वहीं कांग्रेस मनाती रही है। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल प्रकाश डाल रहे हैं कि अंग्रेजों के दुश्मन लिस्ट में कौन राजा शामिल थे।
अनपढ़ संघियों को कोई बताए कि टीपू सुल्तान ने अंग्रेजों, ब्राह्मण पेशवा और निजाम तीनों की संयुक्त फौज का...
November 12, 2018
नई दिल्ली। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलने से शुरू किया नए नामकरण का सिलसिला फैजाबाद तक जा पहुंचा है। इस बीच गुजरात की भाजपा सरकार अहमदाबाद का नाम बदलने की तैयारी कर रही है। भाजपा के नामकरण के एजेंडे में पिछड़ते विकास को लेकर विभिन्न सवाल उठ रहे हैं। विभिन्न राज्यों में भाजपा की सरकारों द्वारा नाम बदलने की कवायद पर जाने-माने इतिहासकार इरफान हबीब ने टिप्पणी की है। हबीब ने...
November 6, 2018
नई दिल्ली. भारत, भारतीय और भारतीयता ये तीनों हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. आज भारतीय यानि हिंदुस्तानी होने को लेकर बहुत बड़ी बहस देशभर में छिड़ी है. अगर आप कथित तौर पर बहुसंख्यक वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाली पार्टी के खिलाफ खड़े होंगे वहां के आईटी सेल के लोग और कुछ मंत्री आदि सीधे आपको पाकिस्तान जाने के लिए कह देंगे. ऐसे में यह जानकारी भी होना जरुरी है कि जो लोग जरा सी बात पर देश निकाला...
November 5, 2018
रोजी रोटी हक की बातें जो भी मुंह पर लाएगा
कोई भी हो, निश्चय ही वह कम्युनिस्ट कहलायेगा।
ऐसा मैं नहीं कह रहा। यह तो स्पष्ट विचारों के धनी सीधे कथन वाले बाबा नागार्जुन दशकों पहले कह गए थे जो आज भी प्रासंगिक है। बिखरे बाल, बेतरतीब दाढ़ी, गहरी नीली आँखों, चेहरे पर झुर्रियां बस यही चेहरा बन जाता है आखों के सामने जब कोई बाबा नागार्जुन का नाम लेता है। आज उसी जन कवि बाबा नागार्जुन की...
October 25, 2018
ऐसा लगता है कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी नाम बदलने का अभियान चला रहे हैं। हाल में उन्होंने उत्तरप्रदेश के प्रसिद्ध शहर इलाहबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने की घोषणा की है। प्रयाग में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम है और शायद इसी कारण उन्होनें हमारे शहरों के नाम से इस्लामिक शब्दों को हटाने के अभियान के तहत इस शहर का नाम बदलने का निर्णय लिया है। वैसे इलाहबाद का नाम...
September 1, 2018
ताकि लोकतंत्र के प्रेशर कूकर में विस्फोट न हो.
लाहौर,12 फ़रवरी 1983, विरोध रैली में कविता सुनते हुए हबीब जालिब. चित्र का श्रेय: मैमूना शिराज़ी के ट्विटर पोस्ट से.
भारत में आज जिस प्रकार से संविधान के सिपाहियों पर शिकंजे लगाए जा रहे हैं, और देश भर के बुद्धिजीवियों, लेखकों, कवियों, वकीलों तथा मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर बेबुनियाद इलज़ाम लगा कर गिरफ़्तार किया जा रहा है. ऐसे में हबीब जालिब जैसे...
August 24, 2018
जिस भेद-भाव ने एकलव्य से अंगूठे के रूप में उसका परिश्रम, उसकी प्रतिभा छीनी थी, क्या वह आज भी भारतीय समाज में व्यापक नहीं है? रोहित से लेकर कई दलित, प्रतिभावान युवक भारतीय विश्विद्यालयों में खुद को अकेला पाते है। अपने साथ वे न समाज को और न ही गुरु द्रोणाचार्य को खड़ा पाते है। ऐसे में कितने एकलव्य स्वयं ही अपना अस्तित्व मिटा देने पर मजबूर हो रहे है। एक युवा प्रतिभा द्वारा बनाई हुई...
July 27, 2018
करीब ढाई महीने की जद्दोजहद के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जिस नेता को राजस्थान में भाजपा की सरकार दोबारा बनवाने के लिए कमान सौंपने का निश्चय किया था, उसी नेता ने अब न केवल मॉब लिंचिंग का समर्थन कर दिया है, बल्कि इतिहास को लेकर ऐसा तथ्य भी गढ़ दिया है कि बड़े-बड़े इतिहासकार चकरा जाएंगे।
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बात राजस्थान भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी की है...
May 19, 2018
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना, एक साहित्यकार कवि थे. इस वीडियो में मयंक सक्सेना इसी कवि के कई कविताएँ पढ़ कर सुना रहे हैं. यह कविताओं के नाम है; 'भेड़िए की आंखें सुर्ख हैं', 'गुर्राता है भेड़िया और' देश 'कागज पर बना नक्शा नहीं होता'.