नलहड़ महादेव मंदिर से झीर केश्वर महादेव मंदिर होते हुए सिंगार मंदिर तक के यात्रा मार्ग पर 14 जुलाई को मांस, मछली या किसी भी प्रकार के मांसाहारी खाद्य पदार्थों की बिक्री और सार्वजनिक प्रदर्शन पर एक दिन का प्रतिबंध लगाया गया है।

प्रतीकात्मक तस्वीर; साभार : पीटीआई
हरियाणा सरकार ने 14 जुलाई को होने वाली बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा से पहले नूंह जिले में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाएं निलंबित कर दी हैं। साथ ही यात्रा मार्ग पर मांसाहारी भोजन की बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है।
द ऑब्जर्वर पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेट सेवाएं 13 जुलाई रात 9 बजे से 14 जुलाई रात 9 बजे तक बंद रहेंगी। हालांकि, बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज से संबंधित एसएमएस सेवाएं चालू रहेंगी।
नलहड़ महादेव मंदिर से झीर केश्वर महादेव मंदिर होते हुए सिंगार मंदिर तक के यात्रा मार्ग पर 14 जुलाई को मांस, मछली या किसी भी प्रकार के मांसाहारी खाद्य पदार्थों की बिक्री और सार्वजनिक प्रदर्शन पर एक दिन का प्रतिबंध लगाया गया है।
सावधानी के तौर पर 14 जुलाई को नूंह जिले के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। अलवर, दिल्ली और गुरुग्राम जैसे आसपास के क्षेत्रों से आने वाले भारी वाहनों के लिए ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया गया है।
यात्रा के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए 24 ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस व अर्धसैनिक बलों की 22 यूनिट तैनात की जाएंगी। निगरानी के लिए नाइट-विज़न ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रशासन ने 13 और 14 जुलाई को ड्रोन, माइक्रोलाइट, पतंग और पटाखों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही यात्रा के दौरान खुले में पेट्रोल और डीजल की बिक्री पर भी रोक लगाई गई है।
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने किसी भी प्रकार के हथियार लेकर चलने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसमें लाइसेंसी हथियार, बंदूकें, तलवारें, लाठियां, त्रिशूल, सरिए, चाकू और चेन शामिल हैं। हालांकि, सिख समुदाय द्वारा धार्मिक प्रतीक के रूप में पहना जाने वाला म्यान में रखा हुआ कृपाण इस प्रतिबंध से मुक्त रहेगा। साथ ही, धार्मिक रूप से भड़काऊ, असंवेदनशील या किसी विशेष समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाले लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
बता दें कि 2023 की नूंह हिंसा में आरोपी गौरक्षक बिट्टू बजरंगी को इस बार यात्रा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है और उसके सोशल मीडिया अकाउंट भी निलंबित कर दिए गए हैं।
गौरतलब है कि 2023 में इसी तरह की यात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें दो होम गार्ड्स की मौत हो गई थी और 15 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
श्रावण माह के पहले सोमवार को हर वर्ष निकाली जाने वाली यह यात्रा नलहड़ के मंदिर में पवित्र जल अर्पित करने से शुरू होती है और फिर फिरोजपुर झिरका के झिर मंदिर होते हुए पुन्हाना के श्रृंगेश्वर मंदिर पर समाप्त होती है।
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प्रतीकात्मक तस्वीर; साभार : पीटीआई
हरियाणा सरकार ने 14 जुलाई को होने वाली बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा से पहले नूंह जिले में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाएं निलंबित कर दी हैं। साथ ही यात्रा मार्ग पर मांसाहारी भोजन की बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है।
द ऑब्जर्वर पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेट सेवाएं 13 जुलाई रात 9 बजे से 14 जुलाई रात 9 बजे तक बंद रहेंगी। हालांकि, बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज से संबंधित एसएमएस सेवाएं चालू रहेंगी।
नलहड़ महादेव मंदिर से झीर केश्वर महादेव मंदिर होते हुए सिंगार मंदिर तक के यात्रा मार्ग पर 14 जुलाई को मांस, मछली या किसी भी प्रकार के मांसाहारी खाद्य पदार्थों की बिक्री और सार्वजनिक प्रदर्शन पर एक दिन का प्रतिबंध लगाया गया है।
सावधानी के तौर पर 14 जुलाई को नूंह जिले के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। अलवर, दिल्ली और गुरुग्राम जैसे आसपास के क्षेत्रों से आने वाले भारी वाहनों के लिए ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया गया है।
यात्रा के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए 24 ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस व अर्धसैनिक बलों की 22 यूनिट तैनात की जाएंगी। निगरानी के लिए नाइट-विज़न ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रशासन ने 13 और 14 जुलाई को ड्रोन, माइक्रोलाइट, पतंग और पटाखों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही यात्रा के दौरान खुले में पेट्रोल और डीजल की बिक्री पर भी रोक लगाई गई है।
द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने किसी भी प्रकार के हथियार लेकर चलने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसमें लाइसेंसी हथियार, बंदूकें, तलवारें, लाठियां, त्रिशूल, सरिए, चाकू और चेन शामिल हैं। हालांकि, सिख समुदाय द्वारा धार्मिक प्रतीक के रूप में पहना जाने वाला म्यान में रखा हुआ कृपाण इस प्रतिबंध से मुक्त रहेगा। साथ ही, धार्मिक रूप से भड़काऊ, असंवेदनशील या किसी विशेष समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाले लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
बता दें कि 2023 की नूंह हिंसा में आरोपी गौरक्षक बिट्टू बजरंगी को इस बार यात्रा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है और उसके सोशल मीडिया अकाउंट भी निलंबित कर दिए गए हैं।
गौरतलब है कि 2023 में इसी तरह की यात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें दो होम गार्ड्स की मौत हो गई थी और 15 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
श्रावण माह के पहले सोमवार को हर वर्ष निकाली जाने वाली यह यात्रा नलहड़ के मंदिर में पवित्र जल अर्पित करने से शुरू होती है और फिर फिरोजपुर झिरका के झिर मंदिर होते हुए पुन्हाना के श्रृंगेश्वर मंदिर पर समाप्त होती है।
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