नोएडा में भारतीय किसान परिषद के नेता सुखबीर खलीफा ने रविवार को कहा कि किसान नए कृषि कानूनों के तहत मुआवजे और लाभ की मांग को लेकर सोमवार को दिल्ली की ओर कूच करेंगे।
साभार : सोशल मीडिया एक्स (स्क्रीनशॉट)
किसान अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर दिल्ली में बड़े आंदोलन की राह पर हैं। नोएडा प्राधिकरण पर आंदोलनरत किसान नए अधिग्रहण कानून के तहत मुआवजा आदि मांगों को लेकर आज दिल्ली कूच करेंगे। वहीं हाल ही में दिल्ली बॉर्डर पर हुए ऐतिहासिक किसान आंदोलन की चौथी वर्षगांठ मनाने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा ने एक बार फिर MSP आदि लंबित मांगों को लेकर 6 दिसंबर से दिल्ली कूच का ऐलान किया है। किसान नेताओं के अनुसार, शंभू बॉर्डर से 6 दिसंबर को दिल्ली के लिए कूच किया जाएगा।
नोएडा में भारतीय किसान परिषद के नेता सुखबीर खलीफा ने रविवार को कहा कि किसान नए कृषि कानूनों के तहत मुआवजे और लाभ की मांग को लेकर सोमवार को दिल्ली की ओर कूच करेंगे। एनडीटीवी आदि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार खलीफा ने कहा, "हम दिल्ली की ओर अपने मार्च के लिए तैयार हैं। 2 दिसंबर को हम महामाया फ्लाईओवर (नोएडा में) के नीचे से दिल्ली की ओर अपना मार्च शुरू करेंगे। दोपहर के समय हम सभी वहां पहुंचेंगे और नए कानूनों के अनुसार, मुआवजे और लाभों की मांग करेंगे।"
किसानों की क्या मांग?
समझने वाली बात यह है कि किसान पिछले कुछ दिनों से नोएडा में यमुना प्राधिकरण कार्यालय के सामने बैठे थे, वहां भी उनकी तरफ से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। लेकिन अब किसानों का आरोप है कि सरकार ने उनकी किसी भी मांग को तवज्जो नहीं दी और इस वजह से अब दिल्ली कूच की तैयारी है। किसानों का यहां तक कहना है कि पिछले कई सालों से सर्किल रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है, ऐसे में उनकी इनकम बढ़ने का कोई साधन नहीं है। आरोप तो यह भी लगा है कि हाई पावर कमेटी की सिफारिशों को सरकार लागू नहीं कर रही है।"
ये हैं किसानों की मांगे
पुराने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत प्रभावित किसानों को 10% प्लॉट और 64.7% बढ़ा हुआ मुआवजा दिया जाए। 1 जनवरी 2014 के बाद अधिग्रहित भूमि पर नए कानून के तहत बाजार दर का 4 गुना मुआवजा और 20% प्लॉट दिया जाए। भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्वास का लाभ दिया जाए। हाई पावर कमेटी द्वारा पास किए गए मुद्दों पर सरकारी आदेश जारी किया जाए। आबादी क्षेत्र का उचित निस्तारण किया जाना चाहिए।
संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा आदि संगठनों का 6 दिसंबर से दिल्ली पैदल मार्च का ऐलान
इसके अलावा, किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा सहित अन्य किसान संगठनों ने 6 दिसंबर से दिल्ली की ओर पैदल मार्च शुरू करने की योजना बनाई है। इससे पहले, किसान मजदूर संघर्ष समिति (केएमएससी) के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने बताया कि शंभू बॉर्डर (पंजाब-हरियाणा सीमा) पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गारंटी सहित अपनी मांगों को लेकर 6 दिसंबर को दिल्ली की ओर मार्च करेंगे।
जी हां, सभी फसलों पर एमएसपी के लिए कानून बनाने समेत कई मांगों को लेकर किसानों ने एक बार फिर से आंदोलन के लिए हुंकार भर दी है। किसान संगठनों ने 6 दिसंबर को शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए पैदल मार्च निकालने और फिर दिल्ली में प्रदर्शन का एलान किया है। संगठन से जुड़े नेताओं ने दिल्ली कूच के लिए मास्टर प्लान भी बनाया है। किसानों के इस एलान के बाद से एक बार फिर केंद्र सरकार के साथ-साथ पंजाब और हरियाणा सरकार के हाथ-पांव फूलने लगे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से चंडीगढ़ में बैठक हुई। इसमें आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए किसान जत्थेबंदियों ने यह फैसला किया है। हरियाणा में चार जगहों पर जत्था रुकेगा, जिसमें अंबाला, मोड मंडी, खानपुर जट्टा और पीपली शामिल है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सुबह 9 से लेकर 5 बजे तक उनका दिल्ली के लिए रोजाना मार्च जारी रहेगा। अगर रास्ते में समय पर वह तय जगह नहीं पहुंच पाए तो वह सड़क पर ही मोर्चा लगा देंगे। इसी तरह मोर्चे की तरफ से सोमवार से वॉलंटियर को जोड़ने के लिए मेंबरशिप ड्राइव भी शुरू की जाएगी। दोपहर 3 बजे के बाद मोर्चे के सोशल मीडिया अकाउंट पर इस संबंध में फार्म उपलब्ध करवाए जाएंगे।
बिना ट्रैक्टर-ट्रॉली के निकालेंगे पैदल मार्च
किसान नेता पंधेर ने कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू व हरियाणा भाजपा के मंत्रियों ने भी कहा था कि अगर किसान बिना ट्रैक्टर ट्राली के दिल्ली कूच करना चाहते हैं तो उनको कोई एतराज नहीं है। मैं उनसे अपील करता हूं कि वह अपने इस बयान पर दिल्ली कूच के दौरान कायम रहे। अगर किसानों पर किसी भी तरह की त्रासदी की जाती है तो उससे सरकार की मंशा साफ हो जाएगी। किसानों की तरफ से किसी भी तरह का विरोध नहीं किया जाएगा और वह सिर पर कफन बांधकर हर जबर जुल्म सहने के लिए आगे बढ़ेंगे।
हरियाणा के कृषि मंत्री ने आंदोलन की आलोचना की
इस बीच हरियाणा के कृषि मंत्री श्यान सिंह राणा ने किसानों के आगामी दिल्ली मार्च की आलोचना की और कहा कि उनके पास वैध मुद्दे नहीं हैं। राणा ने करनाल में पत्रकारों से कहा, "उनके पास कोई मुद्दा नहीं है। पिछले किसान आंदोलन में एक मुद्दा था- तीन कृषि कानून। उन तीन कानूनों को बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रद्द कर दिया था और उन्होंने माफी भी मांगी थी। किसानों के आंदोलन से पंजाब को नुकसान हुआ है।" उन्होंने कहा, "पंजाब से चावल मिल उद्योग बिहार और मध्य प्रदेश चले गए हैं... हम किसी को भी हरियाणा में कानून-व्यवस्था की स्थिति के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे। उन्हें अपने मुख्यमंत्री से बात करनी चाहिए और अपनी समस्याओं का समाधान करना चाहिए।" उधर, नोएडा और उससे सटे दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन के मद्देनजर ट्रैफिक एडवायजरी जारी की गई है।
किसान आंदोलन के मद्देनजर नोएडा व दिल्ली में ट्रैफिक एडवायजरी जारी
किसानों के आंदोलन के मद्देनजर गौतमबुद्धनगर से दिल्ली सीमा लगने वाले सभी बॉर्डरों पर बैरियर लगाकर दिल्ली पुलिस और गौतमबुद्ध नगर पुलिस सघन चैकिंग करेगी। गौतमबुद्ध नगर से दिल्ली बॉर्डर पर लगने वाले मार्गों पर यातायात का दबाव बढ़ने की स्थिति में डायवर्जन किया जाएगा। नोएडा पुलिस की ओर से जारी एडवायजरी में गौतमबुद्ध नगर से दिल्ली आने-जाने वाले लोगों को यातायात असुविधा से बचने के लिए मेट्रो के प्रयोग की सलाह दी गई है। इसके साथ ही यातायात असुविधा होने पर आप यातायात हेल्पलाइन नंबर 9971009001 पर संपर्क कर सकेंगे।
ट्रैफिक एडवायजरी के मुताबिक, यमुना एक्सप्रेस-वे से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे होकर दिल्ली जाने वाले और सिरसा से परी चौक होकर सूरजपुर जाने वाले मार्ग पर सभी प्रकार के मालवाहक वाहनों का आगमन प्रतिबंधित रहेगा। वाहन चालक असुविधा से बचने के लिए इन वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग कर सकते हैं। चिल्ला बॉर्डर से ग्रेटर नोएडा की ओर जाने वाले वाहन सेक्टर 14ए फ्लाईओवर से गोलचक्कर चौक सेक्टर 15 होकर संदीप पेपर मिल चौक, झुण्डपुरा चौक से जा सकेंगे। डीएनडी बॉर्डर से दिल्ली जाने वाले वाहन फिल्मसिटी फ्लाईओवर से सेक्टर 18 होकर एलिवेटेड का प्रयोग कर जा सकेंगे। कालिंदी बॉर्डर दिल्ली से आने वाले वाहन महामाया फ्लाईओवर से सेक्टर 37 के रास्ते गंतव्य पर पहुंच सकते हैं। ग्रेटर नोएडा से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन चरखा गोलचक्कर से कालिंदी कुंज होकर अपनी मंजिल पर जा सकते हैं। ग्रेटर नोएडा से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन हाजीपुर अंडरपास से कालिंदी कुंज की ओर तथा सेक्टर 51 से सेक्टर 60 से मॉडल टाउन होकर जा सकेंगे। यमुना एक्सप्रेस-वे का प्रयोग कर दिल्ली जाने वाला यातायात जेवर टोल से खुर्जा की ओर उतरकर जहांगीरपुर होकर जा सकेगा। पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से उतरकर सिरसा, परीचौक होकर दिल्ली जाने वाला यातायात सिरसा पर न उतरकर दादरी, डासना होकर गंतव्य को जा सकेगा।
साभार : सोशल मीडिया एक्स (स्क्रीनशॉट)
किसान अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर दिल्ली में बड़े आंदोलन की राह पर हैं। नोएडा प्राधिकरण पर आंदोलनरत किसान नए अधिग्रहण कानून के तहत मुआवजा आदि मांगों को लेकर आज दिल्ली कूच करेंगे। वहीं हाल ही में दिल्ली बॉर्डर पर हुए ऐतिहासिक किसान आंदोलन की चौथी वर्षगांठ मनाने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा ने एक बार फिर MSP आदि लंबित मांगों को लेकर 6 दिसंबर से दिल्ली कूच का ऐलान किया है। किसान नेताओं के अनुसार, शंभू बॉर्डर से 6 दिसंबर को दिल्ली के लिए कूच किया जाएगा।
नोएडा में भारतीय किसान परिषद के नेता सुखबीर खलीफा ने रविवार को कहा कि किसान नए कृषि कानूनों के तहत मुआवजे और लाभ की मांग को लेकर सोमवार को दिल्ली की ओर कूच करेंगे। एनडीटीवी आदि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार खलीफा ने कहा, "हम दिल्ली की ओर अपने मार्च के लिए तैयार हैं। 2 दिसंबर को हम महामाया फ्लाईओवर (नोएडा में) के नीचे से दिल्ली की ओर अपना मार्च शुरू करेंगे। दोपहर के समय हम सभी वहां पहुंचेंगे और नए कानूनों के अनुसार, मुआवजे और लाभों की मांग करेंगे।"
किसानों की क्या मांग?
समझने वाली बात यह है कि किसान पिछले कुछ दिनों से नोएडा में यमुना प्राधिकरण कार्यालय के सामने बैठे थे, वहां भी उनकी तरफ से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। लेकिन अब किसानों का आरोप है कि सरकार ने उनकी किसी भी मांग को तवज्जो नहीं दी और इस वजह से अब दिल्ली कूच की तैयारी है। किसानों का यहां तक कहना है कि पिछले कई सालों से सर्किल रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है, ऐसे में उनकी इनकम बढ़ने का कोई साधन नहीं है। आरोप तो यह भी लगा है कि हाई पावर कमेटी की सिफारिशों को सरकार लागू नहीं कर रही है।"
ये हैं किसानों की मांगे
पुराने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत प्रभावित किसानों को 10% प्लॉट और 64.7% बढ़ा हुआ मुआवजा दिया जाए। 1 जनवरी 2014 के बाद अधिग्रहित भूमि पर नए कानून के तहत बाजार दर का 4 गुना मुआवजा और 20% प्लॉट दिया जाए। भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्वास का लाभ दिया जाए। हाई पावर कमेटी द्वारा पास किए गए मुद्दों पर सरकारी आदेश जारी किया जाए। आबादी क्षेत्र का उचित निस्तारण किया जाना चाहिए।
संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा आदि संगठनों का 6 दिसंबर से दिल्ली पैदल मार्च का ऐलान
इसके अलावा, किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा सहित अन्य किसान संगठनों ने 6 दिसंबर से दिल्ली की ओर पैदल मार्च शुरू करने की योजना बनाई है। इससे पहले, किसान मजदूर संघर्ष समिति (केएमएससी) के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने बताया कि शंभू बॉर्डर (पंजाब-हरियाणा सीमा) पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गारंटी सहित अपनी मांगों को लेकर 6 दिसंबर को दिल्ली की ओर मार्च करेंगे।
जी हां, सभी फसलों पर एमएसपी के लिए कानून बनाने समेत कई मांगों को लेकर किसानों ने एक बार फिर से आंदोलन के लिए हुंकार भर दी है। किसान संगठनों ने 6 दिसंबर को शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए पैदल मार्च निकालने और फिर दिल्ली में प्रदर्शन का एलान किया है। संगठन से जुड़े नेताओं ने दिल्ली कूच के लिए मास्टर प्लान भी बनाया है। किसानों के इस एलान के बाद से एक बार फिर केंद्र सरकार के साथ-साथ पंजाब और हरियाणा सरकार के हाथ-पांव फूलने लगे हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से चंडीगढ़ में बैठक हुई। इसमें आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए किसान जत्थेबंदियों ने यह फैसला किया है। हरियाणा में चार जगहों पर जत्था रुकेगा, जिसमें अंबाला, मोड मंडी, खानपुर जट्टा और पीपली शामिल है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सुबह 9 से लेकर 5 बजे तक उनका दिल्ली के लिए रोजाना मार्च जारी रहेगा। अगर रास्ते में समय पर वह तय जगह नहीं पहुंच पाए तो वह सड़क पर ही मोर्चा लगा देंगे। इसी तरह मोर्चे की तरफ से सोमवार से वॉलंटियर को जोड़ने के लिए मेंबरशिप ड्राइव भी शुरू की जाएगी। दोपहर 3 बजे के बाद मोर्चे के सोशल मीडिया अकाउंट पर इस संबंध में फार्म उपलब्ध करवाए जाएंगे।
बिना ट्रैक्टर-ट्रॉली के निकालेंगे पैदल मार्च
किसान नेता पंधेर ने कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू व हरियाणा भाजपा के मंत्रियों ने भी कहा था कि अगर किसान बिना ट्रैक्टर ट्राली के दिल्ली कूच करना चाहते हैं तो उनको कोई एतराज नहीं है। मैं उनसे अपील करता हूं कि वह अपने इस बयान पर दिल्ली कूच के दौरान कायम रहे। अगर किसानों पर किसी भी तरह की त्रासदी की जाती है तो उससे सरकार की मंशा साफ हो जाएगी। किसानों की तरफ से किसी भी तरह का विरोध नहीं किया जाएगा और वह सिर पर कफन बांधकर हर जबर जुल्म सहने के लिए आगे बढ़ेंगे।
हरियाणा के कृषि मंत्री ने आंदोलन की आलोचना की
इस बीच हरियाणा के कृषि मंत्री श्यान सिंह राणा ने किसानों के आगामी दिल्ली मार्च की आलोचना की और कहा कि उनके पास वैध मुद्दे नहीं हैं। राणा ने करनाल में पत्रकारों से कहा, "उनके पास कोई मुद्दा नहीं है। पिछले किसान आंदोलन में एक मुद्दा था- तीन कृषि कानून। उन तीन कानूनों को बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रद्द कर दिया था और उन्होंने माफी भी मांगी थी। किसानों के आंदोलन से पंजाब को नुकसान हुआ है।" उन्होंने कहा, "पंजाब से चावल मिल उद्योग बिहार और मध्य प्रदेश चले गए हैं... हम किसी को भी हरियाणा में कानून-व्यवस्था की स्थिति के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे। उन्हें अपने मुख्यमंत्री से बात करनी चाहिए और अपनी समस्याओं का समाधान करना चाहिए।" उधर, नोएडा और उससे सटे दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन के मद्देनजर ट्रैफिक एडवायजरी जारी की गई है।
किसान आंदोलन के मद्देनजर नोएडा व दिल्ली में ट्रैफिक एडवायजरी जारी
किसानों के आंदोलन के मद्देनजर गौतमबुद्धनगर से दिल्ली सीमा लगने वाले सभी बॉर्डरों पर बैरियर लगाकर दिल्ली पुलिस और गौतमबुद्ध नगर पुलिस सघन चैकिंग करेगी। गौतमबुद्ध नगर से दिल्ली बॉर्डर पर लगने वाले मार्गों पर यातायात का दबाव बढ़ने की स्थिति में डायवर्जन किया जाएगा। नोएडा पुलिस की ओर से जारी एडवायजरी में गौतमबुद्ध नगर से दिल्ली आने-जाने वाले लोगों को यातायात असुविधा से बचने के लिए मेट्रो के प्रयोग की सलाह दी गई है। इसके साथ ही यातायात असुविधा होने पर आप यातायात हेल्पलाइन नंबर 9971009001 पर संपर्क कर सकेंगे।
ट्रैफिक एडवायजरी के मुताबिक, यमुना एक्सप्रेस-वे से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे होकर दिल्ली जाने वाले और सिरसा से परी चौक होकर सूरजपुर जाने वाले मार्ग पर सभी प्रकार के मालवाहक वाहनों का आगमन प्रतिबंधित रहेगा। वाहन चालक असुविधा से बचने के लिए इन वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग कर सकते हैं। चिल्ला बॉर्डर से ग्रेटर नोएडा की ओर जाने वाले वाहन सेक्टर 14ए फ्लाईओवर से गोलचक्कर चौक सेक्टर 15 होकर संदीप पेपर मिल चौक, झुण्डपुरा चौक से जा सकेंगे। डीएनडी बॉर्डर से दिल्ली जाने वाले वाहन फिल्मसिटी फ्लाईओवर से सेक्टर 18 होकर एलिवेटेड का प्रयोग कर जा सकेंगे। कालिंदी बॉर्डर दिल्ली से आने वाले वाहन महामाया फ्लाईओवर से सेक्टर 37 के रास्ते गंतव्य पर पहुंच सकते हैं। ग्रेटर नोएडा से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन चरखा गोलचक्कर से कालिंदी कुंज होकर अपनी मंजिल पर जा सकते हैं। ग्रेटर नोएडा से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन हाजीपुर अंडरपास से कालिंदी कुंज की ओर तथा सेक्टर 51 से सेक्टर 60 से मॉडल टाउन होकर जा सकेंगे। यमुना एक्सप्रेस-वे का प्रयोग कर दिल्ली जाने वाला यातायात जेवर टोल से खुर्जा की ओर उतरकर जहांगीरपुर होकर जा सकेगा। पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से उतरकर सिरसा, परीचौक होकर दिल्ली जाने वाला यातायात सिरसा पर न उतरकर दादरी, डासना होकर गंतव्य को जा सकेगा।