गेहूं चोरी के शक में तीन दलित लड़कों की पिटाई की गई, सिर मुंडकर घुमाया गया

Written by sabrang india | Published on: October 10, 2024
आरोपियों ने कथित तौर पर लड़कों की पिटाई की, उनके चेहरे पर कालिख पोत दी और उनके हाथों पर 'चोर' लिख कर इलाके में घुमाया।


साभार : द मूकनायक

उत्तर प्रदेश के बहराइच से बेहद शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक गांव में दो पोल्ट्री फार्म मालिकों ने कथित तौर पर दलित समुदाय के तीन लड़कों की पिटाई की। उन लड़कों पर 5 किलो गेहूं चोरी करने का शक था। इस आरोप में फार्म मालिकों ने दलित बच्चों का सिर मुंडाकर और चेहरे पर कालिख पोतकर उन्हें गांव में घुमाया। इतना ही नहीं, उनके हाथ पर 'चोर' भी लिख दिया गया।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ितों के परिवारों ने दावा किया कि दोनों ने लड़कों को प्रताड़ित किया क्योंकि वे काम के लिए पोल्ट्री फार्म पर नहीं आए थे। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना मंगलवार को उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के नानपारा पुलिस थाने के अंतर्गत ताजपुर टेडिया गांव की है।

आरोपियों ने कथित तौर पर 12-14 साल के तीन लड़कों की पिटाई की, उनके सिर मुंडे, उनके चेहरे पर कालिख पोत दी, उनके हाथों पर 'चोर' लिख दिया और फिर उनके हाथ बांधकर पूरे गांव में घुमाया।
नानपारा एसएचओ प्रदीप सिंह ने मीडिया को बताया कि पीड़ितों के परिवार के सदस्यों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर बुधवार को चार लोगों—नाजिम खान, कासिम खान, इनायत और शानू—के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और एससी/एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

एसएचओ ने बताया कि पूर्व ग्राम प्रधान शानू फरार है, जबकि बाकी तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दलित और ओबीसी समुदायों से ताल्लुक रखने वाले पीड़ितों ने बताया कि गांव में पोल्ट्री फार्म चलाने वाले नाजिम और कासिम ने उन पर 5 किलो गेहूं चोरी करने का आरोप लगाया था।

दोनों ने कथित तौर पर जातिवादी गालियां दीं, बिजली के तारों से उनका गला घोंटने की कोशिश की और फिर उन्हें गांव में घुमाया। पीड़ितों ने आरोप लगाया कि शानू और इनायत आरोपियों के साथ थे और लड़कों को धमका रहे थे।

ग्रामीणों ने दावा किया कि आरोपियों ने इस घटना को अपने मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड भी किया। इस बीच, पीड़ित के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि नाजिम और कासिम ने तीनों लड़कों को प्रताड़ित किया क्योंकि वे काम के लिए पोल्ट्री फार्म पर नहीं आए थे। पुलिस ने बताया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एहतियात के तौर पर गांव में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
देश भर में दलितों के साथ बदसलूकी का यह कोई पहला मामला नहीं है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में पुलिसकर्मियों की कथित बदसलूकी से नाराज एक दलित व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली थी। रिपोर्ट के अनुसार, रामलीला में कुर्सी पर बैठने पर कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर लात-घूंसे मारे जाने और अपमानित किए जाने से वह सदमे में आ गया था। 48 वर्षीय दलित व्यक्ति ने रात को सोरोन थाने के सलेमपुर विवि गांव में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

मृतक के परिजनों और दलित समुदाय के लोगों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया था।

कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में एक दलित युवक के साथ मनचलों ने मारपीट कर उस पर पेशाब कर दिया था। उसने इस घटना का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। घटना शक्तिनगर थाना इलाके की थी। पीड़ित युवक ने इस घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी अंकित भारती को गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में सात-आठ युवकों पर मुकदमा दर्ज किया।

इसी साल अगस्त महीने में राजधानी लखनऊ में एक शर्मनाक मामला सामने आया। जहां एक रेस्टोरेंट में खाना खाने के बाद दबंगों ने वेटर की जाति पूछी और जाति बताने पर उसकी पिटाई कर दी। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। आरोप था कि वेटर दलित वर्ग का था, ऐसे में खाना खाने आए युवकों ने इसी वजह से बिल देने से मना कर दिया। विरोध करने पर मैनेजर और वेटर दोनों की जमकर पिटाई की गई। शिकायत पर गोमती नगर थाना पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।

इसी साल जनवरी महीने में उत्तर प्रदेश के हाथरस और सहरानपुर जिले में दलित उत्पीड़न के मामले सामने आए। द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार, हाथरस की सासनी कोतवाली क्षेत्र के गांव सुसायत कला में मामूली कहासुनी के बाद ठाकुर और जाटव (दलित) के बीच मारपीट हुई। जाटवों ने पुलिस से शिकायत की, लेकिन आरोप था कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस कारण दलित परिवार ने घर के बाहर 'मकान बिकाऊ है' पोस्टर लगाए। यह तस्वीरें जब सोशल मीडिया पर वायरल हुईं तो हड़कंप मच गया। पुलिस ने इन मामलों में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया। वहीं, सहरानपुर के देवबंद में स्कूल से लौटते समय एक दलित छात्र की पिटाई कर दी गई।
 

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