लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने अदालत को बताया, “मामले की गंभीरता को देखते हुए हमने एक एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी मामले की जांच करेगी।”
फ़ोटो साभार: PTI
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को यहां एक विशेष अदालत को बताया कि भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
पुलिस ने अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट हरजीत सिंह जसपाल की अदालत में यह जानकारी दी। अदालत ने पहले पुलिस को स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया था।
लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने अदालत को बताया, ‘‘मामले की गंभीरता को देखते हुए हमने एक एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी मामले की जांच करेगी।’’
उन्होंने कहा कि मामले में स्थिति रिपोर्ट दाखिल की गयी है।
उन्होंने अनुरोध किया कि मामले की गंभीरता पर विचार करते हुए रिपोर्ट किसी को भी साझा न की जाए। दिल्ली पुलिस ने सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट सौंपी है।
दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने मामले पर अगली सुनवाई के लिए 27 मई की तारीख तय की।
अदालत ने पहलवानों की याचिका पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था। याचिका में जांच की निगरानी करने तथा कथित पीड़ितों के बयान अदालत के समक्ष दर्ज करने का अनुरोध किया गया है।
प्रदर्शनरत पहलवान सिंह को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि सिंह ने एक नाबालिग समेत कई महिला पहलवानों का यौन शोषण किया।
दिल्ली पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण सिंह के ख़िलाफ़ दो प्राथमिकियां दर्ज की हैं जिसमें से एक प्राथमिकी बाल यौन अपराध संरक्षण (पोक्सो) कानून की धारा 10 के तहत दर्ज की गयी है।
सिंह ने सभी आरोपों से इनकार किया है।
आपको बता दें बीते भाजपा सांसद व भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ पहलवानों का ये प्रदर्शन बीते कई दिनों से जारी है। इस मामले में 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की थी। इस कार्रवाई को पहलवानों ने ‘जीत की ओर पहला क़दम’ करार दिया था। हालांकि इसके साथ ही पहलवानों ने इसे अधूरा इंसाफ़ बताया और कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह को उनके सभी पदों से हटाए जाने तक अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।
(न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को यहां एक विशेष अदालत को बताया कि भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
पुलिस ने अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट हरजीत सिंह जसपाल की अदालत में यह जानकारी दी। अदालत ने पहले पुलिस को स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया था।
लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने अदालत को बताया, ‘‘मामले की गंभीरता को देखते हुए हमने एक एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी मामले की जांच करेगी।’’
उन्होंने कहा कि मामले में स्थिति रिपोर्ट दाखिल की गयी है।
उन्होंने अनुरोध किया कि मामले की गंभीरता पर विचार करते हुए रिपोर्ट किसी को भी साझा न की जाए। दिल्ली पुलिस ने सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट सौंपी है।
दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने मामले पर अगली सुनवाई के लिए 27 मई की तारीख तय की।
अदालत ने पहलवानों की याचिका पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था। याचिका में जांच की निगरानी करने तथा कथित पीड़ितों के बयान अदालत के समक्ष दर्ज करने का अनुरोध किया गया है।
प्रदर्शनरत पहलवान सिंह को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि सिंह ने एक नाबालिग समेत कई महिला पहलवानों का यौन शोषण किया।
दिल्ली पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण सिंह के ख़िलाफ़ दो प्राथमिकियां दर्ज की हैं जिसमें से एक प्राथमिकी बाल यौन अपराध संरक्षण (पोक्सो) कानून की धारा 10 के तहत दर्ज की गयी है।
सिंह ने सभी आरोपों से इनकार किया है।
आपको बता दें बीते भाजपा सांसद व भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ पहलवानों का ये प्रदर्शन बीते कई दिनों से जारी है। इस मामले में 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की थी। इस कार्रवाई को पहलवानों ने ‘जीत की ओर पहला क़दम’ करार दिया था। हालांकि इसके साथ ही पहलवानों ने इसे अधूरा इंसाफ़ बताया और कहा कि वे भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह को उनके सभी पदों से हटाए जाने तक अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।
(न्यूज़ एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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