उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के पर्सनल अकाउंट से ब्लू टिक हटाने और फिर बहाल करने के तुरंत बाद ट्विटर ने एक और बड़ा एक्शन लिया है। ट्विटर ने इस बार आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया है और उसे अनवेरिफाइड कर दिया है। दरअसल, कुछ समय से नए आईटी नियमों को लेकर केंद्र सरकार और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ट्वविटर के बीच विवाद छिड़ा हुआ है। ऐसे में सबसे पहले ट्विटर ने भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी ट्विटर हैंडल से वैरिफाइड ब्लू टिक वापस ले लिया तो बवाल मच गया। सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना होने लगी। हालांकि थोड़ी ही देर बाद उनके अकाउंट को दोबारा वैरिफाई कर दिया गया।
मगर अब संघ प्रमुख के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटाने पर हंगामा मच सकता है। अगर मोहन भागवत के ट्विटर हैंडल पर गौर करें तो यह अकाउंट 2019 में बना हुआ दिख रहा है। हालांकि, अभी इस अकाउंट पर एक भी ट्वीट नहीं दिख रहा है। मोहन भागवत सिर्फ आरएसएस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल को फॉलो करते हैं, जबकि उनके फॉलोअरों की लिस्ट में 2 लाख से अधिक लोग हैं। हालांकि, इस मसले पर ट्विटर की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
दरअसल, ट्विटर ने शनिवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी अकाउंट से सत्यापन वाला ब्लू टिक हटाया और बाद में इसे बहाल कर दिया। उपराष्ट्रपति सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि ट्विटर पर नायडू का निजी अकाउंट लंबे समय से निष्क्रिय था और ट्विटर अल्गोरिद्म ने ब्लू टिक हटा दिया। इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि ट्विटर सत्यापन पहचान को बहाल करने की प्रक्रिया में है। उपराष्ट्रपति के इस निजी अकाउंट से पिछले साल 23 जुलाई को आखिरी बार पोस्ट की गयी थी।
अधिकारियों ने बताया कि अकाउंट से ब्लू टिक हटने के बारे में शनिवार सुबह पता चलने के बाद ट्विटर से संपर्क किया गया और इसके बाद ब्लू टिक को बहाल कर दिया गया। ट्विटर ने कहा कि यह अकाउंट जुलाई 2020 से निष्क्रिय था और अब उसे सत्यापित करने वाले ब्लू टिक को बहाल कर दिया गया है। उपराष्ट्रपति ट्वीट करने के लिए आधिकारिक अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं।
मगर अब संघ प्रमुख के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटाने पर हंगामा मच सकता है। अगर मोहन भागवत के ट्विटर हैंडल पर गौर करें तो यह अकाउंट 2019 में बना हुआ दिख रहा है। हालांकि, अभी इस अकाउंट पर एक भी ट्वीट नहीं दिख रहा है। मोहन भागवत सिर्फ आरएसएस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल को फॉलो करते हैं, जबकि उनके फॉलोअरों की लिस्ट में 2 लाख से अधिक लोग हैं। हालांकि, इस मसले पर ट्विटर की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
दरअसल, ट्विटर ने शनिवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी अकाउंट से सत्यापन वाला ब्लू टिक हटाया और बाद में इसे बहाल कर दिया। उपराष्ट्रपति सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि ट्विटर पर नायडू का निजी अकाउंट लंबे समय से निष्क्रिय था और ट्विटर अल्गोरिद्म ने ब्लू टिक हटा दिया। इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि ट्विटर सत्यापन पहचान को बहाल करने की प्रक्रिया में है। उपराष्ट्रपति के इस निजी अकाउंट से पिछले साल 23 जुलाई को आखिरी बार पोस्ट की गयी थी।
अधिकारियों ने बताया कि अकाउंट से ब्लू टिक हटने के बारे में शनिवार सुबह पता चलने के बाद ट्विटर से संपर्क किया गया और इसके बाद ब्लू टिक को बहाल कर दिया गया। ट्विटर ने कहा कि यह अकाउंट जुलाई 2020 से निष्क्रिय था और अब उसे सत्यापित करने वाले ब्लू टिक को बहाल कर दिया गया है। उपराष्ट्रपति ट्वीट करने के लिए आधिकारिक अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं।