अहमदाबाद। गुजरात में अहमदाबाद के वीरमगाम तालुका के कराथकल गांव में लंबी मूंछ रखने पर एक दलित व्यक्ति पर 11 व्यक्तियों ने कथित रूप से हमला कर दिया। इस सिलसिले में अब तक तीन लोग गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस उपाधीक्षक डीएस व्यास ने सोमवार को बताया कि अनुसूचित जाति के सुरेश वाघेला ने शिकायत की है कि लंबी मूंछ रखने के कारण अन्य पिछड़ा वर्ग के 11 लोगों ने उस पर हमला किया।
व्यास ने कहा, ‘वाघेला का अस्पताल में उपचार चल रहा है। हमने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।’ वाघेला की प्राथमिकी के अनुसार, रविवार को कराथकल गांव में उसके घर के बाहर धमा ठाकोर की अगुवाई में लोगों का एक समूह पहुंच गया और उन सभी ने लंबी मूंछ रखने को लेकर उसे जातिवादी गालियां दीं। शिकायत में कहा गया है कि इन सभी लोगों ने धारदार हथियार और डंडों से वाघेला पर हमला किया। इस हमले में वाघेला की बहन भी घायल हो गई।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, घटना के बाद सोमवार को वीरमगाम ग्रामीण थाने में छह नामजद और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस ने कहा कि इस हमले में सिर में चोट लगने के बाद पीड़ित को रविवार देर रात शिव अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पीड़ित सुरेश वाघेला अहमदाबाद के साणंद जीआईडीसी इलाके की एक कंपनी में कार्यरत हैं। आरोपियों की पहचान कराथकल गांव के रहने वाले धमा ठाकोर, कौशिक वालेंद, अत्रिक ठाकोर, संजय ठाकोर, आनंद ठाकोर और विजय ठाकोर के रूप में हुई है।
वाघेला ने अपनी शिकायत में कहा, ‘रविवार की रात करीब 10 बजे मेरे माता-पिता खाने के बाद सोने के लिए चले गए और मुझे धमा भाई का फोन आया, जिन्होंने मुझसे पूछा कि मैं मूंछ क्यों रखा हूं। कुछ ही मिनटों बाद धमाभाई और नौ अन्य लोग लाठी-डंडे लेकर मेरे घर आ गए। उन्होंने मेरे खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया और मेरे साथ मारपीट की। बाद में मुझे प्राथमिक उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और फिर शिव अस्पताल में भर्ती कराया गया।’
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए वाघेला ने कहा, ‘जिन लोगों ने मुझ पर हमला किया, उनसे मेरी कोई दुश्मनी नहीं थी। उन्होंने बस मुझे फोन किया और पूछा कि मैं मूंछ क्यों रख रहा हूं।’ पुलिस ने कहा कि वह पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच कर रही है।
अहमदाबाद ग्रामीण के पुलिस उपाधीक्षक बी एस व्यास ने बताया, ‘मामले में एक केस दर्ज किया गया है और हमने सात में से तीन को हिरासत में लिया है, जबकि अन्य को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। बंदियों का पहले कोविड-19 टेस्ट कराया जाएगा और फिर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।’
व्यास ने कहा, ‘वाघेला का अस्पताल में उपचार चल रहा है। हमने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।’ वाघेला की प्राथमिकी के अनुसार, रविवार को कराथकल गांव में उसके घर के बाहर धमा ठाकोर की अगुवाई में लोगों का एक समूह पहुंच गया और उन सभी ने लंबी मूंछ रखने को लेकर उसे जातिवादी गालियां दीं। शिकायत में कहा गया है कि इन सभी लोगों ने धारदार हथियार और डंडों से वाघेला पर हमला किया। इस हमले में वाघेला की बहन भी घायल हो गई।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, घटना के बाद सोमवार को वीरमगाम ग्रामीण थाने में छह नामजद और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस ने कहा कि इस हमले में सिर में चोट लगने के बाद पीड़ित को रविवार देर रात शिव अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पीड़ित सुरेश वाघेला अहमदाबाद के साणंद जीआईडीसी इलाके की एक कंपनी में कार्यरत हैं। आरोपियों की पहचान कराथकल गांव के रहने वाले धमा ठाकोर, कौशिक वालेंद, अत्रिक ठाकोर, संजय ठाकोर, आनंद ठाकोर और विजय ठाकोर के रूप में हुई है।
वाघेला ने अपनी शिकायत में कहा, ‘रविवार की रात करीब 10 बजे मेरे माता-पिता खाने के बाद सोने के लिए चले गए और मुझे धमा भाई का फोन आया, जिन्होंने मुझसे पूछा कि मैं मूंछ क्यों रखा हूं। कुछ ही मिनटों बाद धमाभाई और नौ अन्य लोग लाठी-डंडे लेकर मेरे घर आ गए। उन्होंने मेरे खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया और मेरे साथ मारपीट की। बाद में मुझे प्राथमिक उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और फिर शिव अस्पताल में भर्ती कराया गया।’
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए वाघेला ने कहा, ‘जिन लोगों ने मुझ पर हमला किया, उनसे मेरी कोई दुश्मनी नहीं थी। उन्होंने बस मुझे फोन किया और पूछा कि मैं मूंछ क्यों रख रहा हूं।’ पुलिस ने कहा कि वह पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच कर रही है।
अहमदाबाद ग्रामीण के पुलिस उपाधीक्षक बी एस व्यास ने बताया, ‘मामले में एक केस दर्ज किया गया है और हमने सात में से तीन को हिरासत में लिया है, जबकि अन्य को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। बंदियों का पहले कोविड-19 टेस्ट कराया जाएगा और फिर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।’