सरकार ने कोरोना वैक्सीन की खरीद पर अपनी सफाई में कहा है कि 28 अप्रैल को करोना वैक्सीन की 11 करोड़ डोज की खरीद के लिए SII को करीब 1700 करोड़ रुपए का अग्रिम भुगतान किया गया है वहीं उसी दिन 5 करोड़ Covaxin डोज की खरीद के लिए भारत बॉयो को 772.5 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। ये वैक्सीन मई, जून और जुलाई कई अवधि के लिए खरीदी गई है।
सरकार ने सूचित किया है कि 3 मई को Covishield vaccine के 9 करोड़ और Covaxin vaccine के 88.13 लाख डोज मिले हैं। ये आपूर्ति Covishield के लिए दिए गए 10 करोड़ डोज के पिछले ऑर्डर और Covaxin को 2 करोड़ डोज के पिछले ऑर्डरों से संबंधित है।
सरकार अभी तक वैक्सीन की खरीद और आपूर्ति के विवरण नहीं देती रही है लेकिन हाल ही में मीडिया में इस तरह की खबरें आई थीं सरकार को अभी तक दुनिया को सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के लिए वैक्सीन की सप्लाई नहीं मिली है। 18 साल के ऊपर के लिए सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू होने के बावजूद देश के तमाम हिस्से को लोगों को अभी तक वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन और तिथि नहीं मिली।
बता दें कि SII दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन मेकर है। कंपनी हर महीने Covishield के करीब 7 करोड़ डोज तैयार कर रही है। देश के कुल वैक्सीन उत्पादन और खपत में SII के Covishield का करीब 90 फीसदी योगदान है। इसके लिए नियम भी साफ हैं। SII के कुल 7 करोड़ डोज उत्पादन का 50 फीसदी हिस्सा केन्द्र सरकार को जाता है। वहीं, 50 फीसदी हिस्सा राज्य सरकारों को जाता है। राज्य सरकारें अपने हिस्से में से निजी अस्पतालों की आपूर्ति करती हैं।
Bharat Biotech की Covaxin पूरी तरह से देश में विकसित वैक्सीन है। इसका उत्पादन तुलनात्मक रुप से काफी कम है। Bharat Biotech साल भर में करीब 15 करोड़ डोज तैयार कर सकती है।
डिपार्टमेंट ऑफ बॉयो टेक्नोलॉजी ने हाल ही में एक पार्लियामेंटरी स्टैंडिंग कमेटी को सूचित किया था कि Covishield की अनुमानित उत्पादन क्षमता 7 से 10 करोड़ डोज महीने है। वहीं कोवैक्सीन की मासिक उत्पादन क्षमता बढ़ा कर 1.25 करोड़ डोज करने की है।
सरकार ने सूचित किया है कि 3 मई को Covishield vaccine के 9 करोड़ और Covaxin vaccine के 88.13 लाख डोज मिले हैं। ये आपूर्ति Covishield के लिए दिए गए 10 करोड़ डोज के पिछले ऑर्डर और Covaxin को 2 करोड़ डोज के पिछले ऑर्डरों से संबंधित है।
सरकार अभी तक वैक्सीन की खरीद और आपूर्ति के विवरण नहीं देती रही है लेकिन हाल ही में मीडिया में इस तरह की खबरें आई थीं सरकार को अभी तक दुनिया को सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के लिए वैक्सीन की सप्लाई नहीं मिली है। 18 साल के ऊपर के लिए सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू होने के बावजूद देश के तमाम हिस्से को लोगों को अभी तक वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन और तिथि नहीं मिली।
बता दें कि SII दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन मेकर है। कंपनी हर महीने Covishield के करीब 7 करोड़ डोज तैयार कर रही है। देश के कुल वैक्सीन उत्पादन और खपत में SII के Covishield का करीब 90 फीसदी योगदान है। इसके लिए नियम भी साफ हैं। SII के कुल 7 करोड़ डोज उत्पादन का 50 फीसदी हिस्सा केन्द्र सरकार को जाता है। वहीं, 50 फीसदी हिस्सा राज्य सरकारों को जाता है। राज्य सरकारें अपने हिस्से में से निजी अस्पतालों की आपूर्ति करती हैं।
Bharat Biotech की Covaxin पूरी तरह से देश में विकसित वैक्सीन है। इसका उत्पादन तुलनात्मक रुप से काफी कम है। Bharat Biotech साल भर में करीब 15 करोड़ डोज तैयार कर सकती है।
डिपार्टमेंट ऑफ बॉयो टेक्नोलॉजी ने हाल ही में एक पार्लियामेंटरी स्टैंडिंग कमेटी को सूचित किया था कि Covishield की अनुमानित उत्पादन क्षमता 7 से 10 करोड़ डोज महीने है। वहीं कोवैक्सीन की मासिक उत्पादन क्षमता बढ़ा कर 1.25 करोड़ डोज करने की है।