योगी के दावे फर्जी! आगरा के अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 8 लोगों की मौत

Written by Sabrangindia Staff | Published on: April 27, 2021
लखनऊ। ऑक्सीजन संकट का सामना कर रहे अस्पतालों और मरीजों की खबरों के बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से सोशल मीडिया पर फेक न्यूज और “अफवाहें” फैलाने वाले व ‘माहौल खराब’ करने वाले लोगों की संपत्ति को जब्त करने और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिया है। अपनी छवि सुधारने की कोशिश में लगे योगी आदित्यनाथ ने दवा व ऑक्सीजन की कमी नहीं होने की बात कही लेकिन सीएम के दावे के अगले दिन ही आज तक की रिपोर्ट ने उनके दावों की पोल खोल दी है। 



कोविड-19 की इस दूसरी लहर की भयावह तस्वीरें देश के हर राज्य से आ रही हैं। उत्तर प्रदेश भी इस महामारी की चपेट में है। यूं तो सूबे के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने दावा करते हुए कहा था कि उत्तर प्रदेश में ना तो ऑक्सीजन की किल्लत है ना दवाइयों की कमी है और ना ही अस्पतालों में बेड की दिक्कत है, लेकिन इन दावों की जमीनी पड़ताल कुछ और ही कहानी कहती है। आगरा के पारस अस्पताल में तो 8 मरीजों की ऑक्सीजन की किल्लत के चलते मौत हो गई।

आगरा के कई निजी अस्पतालों ने अपने दरवाजों पर बेड की अनुपलब्धता के पोस्टर लगा दिए हैं, जिसे देखकर ही मरीज निराश होकर लौट जाए। वहीं कई अस्पतालों ने नोटिस चस्पा करके कह दिया है कि ऑक्सीजन है नहीं, इसलिए अपने मरीजों के लिए ऑक्सीजन का प्रबंध खुद करें। जिसे अपनों की फिक्र है वह कुछ भी करें लेकिन ऑक्सीजन लेकर कर आए।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा था कि प्रदेश के किसी भी निजी या सरकारी कोविड अस्पताल में मेडिकल ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। मुख्यमंत्री ने साथ ही कहा कि राज्य सरकार विभिन्न संस्थानों के साथ मिलकर इस जीवन रक्षक गैस के संबंध में ऑडिट करेगी। विभिन्न अखबारों के संपादकों के साथ ऑनलाइन बातचीत के दौरान योगी आदित्यनाथ ने यह बातें कहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस को सामान्य वायरल बुखार की तरह लेना एक बड़ी भूल होगी। 

शहर के प्रभा हॉस्पिटल में भी ऑक्सीजन की किल्लत है और अस्पताल की ओर से मरीज के तीमारदारों को अस्पताल की ओर से खाली सिलेंडर और एक चिट्ठी दी जा रही है। इस चिट्ठी में सिलेंडर में ऑक्सीजन रिफिल करने वालों से गुहार लगाई कि मरीज के परिवार को आक्सीजन देने की कृपा करें। आगरा के पारस अस्पताल में तो 8 मरीजों की ऑक्सीजन की किल्लत के चलते मौत हो गई। अस्पताल में काम करने वाली तनु चतुर्वेदी का कहना है कि सात से आठ लोगों की मौत ऑक्सीजन की कमी के चलते हुई है और हमने इसकी जानकारी प्रशासन को दे दी थी।

आगरा के जिलाधिकारी प्रभु सिंह भी ये मान रहे हैं कि हां पिछले 24 घंटों में किल्लत हुई थी लेकिन व्यवस्था जल्दी ठीक हो जाएगी। प्रभु सिंह के मुताबिक मरीजों की संख्या अचानक बढ़ी है इसलिए ऑक्सीजन की मांग में भी बढ़ोतरी हुई है लेकिन जल्दी ही सप्लाई पहुंच जाएगी।

राष्ट्रीय राजमार्ग पर भगवती अस्पताल में स्थिति भयावह है। पिछले 3 दिनों से भगवती अस्पताल के बाहर अलग-अलग नोटिस लगाए गए हैं, जिसमें मरीजों के तीमारदारों से कहा गया है कि ऑक्सीजन की किल्लत है कृपया ऑक्सीजन का प्रबंध करें। भगवती अस्पताल की मैनेजर जरीखा खान का कहना है कि दिक्कत हो रही है। इसलिए हम मरीजों के परिवार वालों को जानकारी दे रहे हैं कि वह ऑक्सीजन का प्रबंध करें क्योंकि हमारे पास सप्लाई नहीं आ रही है।

प्रभा जैसे न जाने आगरा में ऐसे कितने अस्पताल है जिन्होंने अपने दरवाजे पर नोटिस लगा दिया है कि बेड उपलब्ध नहीं है। प्रभा अस्पताल के इंचार्ज कहते हैं कि अस्पताल में लगभग 100 मरीज हैं और सब को ऑक्सीजन की जरूरत है और ऑक्सीजन हाई फ्लो पर चल रहा है। कहते हैं कि सप्लाई नहीं हुई तो लोग मरने लगेंगे।

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