कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के मतदान के बीच कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच सीएम ममता बनर्जी ने बंगाल में नाइट कर्फ्यू या लॉकडाउन लगाने की संभावना को खारिज कर दिया है। सीएम ममता बनर्जी ने मालदा में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट हैं, लेकिन फिलहाल नाइट कर्फ्यू या लॉकडाउन की जरूरत नहीं है। कोरोना की दूसरी लहर के लिए पीएम मोदी जिम्मेदार हैं।

बता दें कि कोरोना महामारी के मद्देनजर दिल्ली और राजस्थान सरकार ने कर्फ्यू का ऐलान किया है। सोमवार की ममता बनर्जी ने राज्य के आला अधिकारियों को कोरोना को लेकर कदम उठाने का निर्देश दिया था। राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय और स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। उसके बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ को पूरी स्थिति की जानकारी दी थी। धनखड़ ने कहा कि ‘‘मानवता के प्रति इस खतरे’’ से निबटने के लिए केंद्र तथा राज्य सरकार को तालमेल के साथ काम करना चाहिए। धनखड़ ने ट्वीट किया, ‘‘उनसे कहा गया है कि लोगों का पूरा सहयोग प्राप्त करने के लिए सभी कदम उठाए जाएं।’’
कोरोना की दूसरी लहर के लिए पीएम मोदी जिम्मेदार
ममता बनर्जी ने पीएम से सवाल पूछा है कि आपने पिछले 6 माह में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कोई योजना क्यों नहीं बनाई? आपको इसका जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के प्रधानमंत्री मोदी जिम्मेदार हैं। यदि उन्होंने सही समय पर सही कदम उठाया होता तो हालात ऐसे नहीं होते। उन्होंने कहा कि उन लोगों ने पहले ही पीएम से वैक्सीन की मांग की थी, लेकिन वैक्सीन नहीं दिए गए। यदि वैक्सीन दिए जाते हैं, तो आज यह स्थिति नहीं होती।
लॉकडाउन लगाये जाने पर ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में चुनाव को लेकर बाहर से हजारों की संख्या में लोग आ रहे हैं। पीएम की सेक्युरिटी में ही इतने लोग होते हैं। रेल गाड़ियां चल रही हैं। बसें चल रही हैं। बाहर से लोग आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में लॉकडाउन के क्या मायने हैं। बंगाल में एक लाख से अधिक केंद्रीय बल के जवान हैं, जो मतदान के कारण राज्य के विभिन्न इलाकों में जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी रैलियां कम दी हैं। उन्हें लगता है कि सभी पार्टियों को यह करनी चाहिए और बाकी तीन चरण के मतदान एक चरण में कराये जाने चाहिए। इस बाबत चुनाव आयोग को पत्र दिया गया है। उन्होंने कहा कि बंगाल में कल से स्कूल बंद कर दिए गए हैं। सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति घटा कर 50 फीसदी कर दी गई है। बेडों की संख्या में इजाफा किया गया है।

बता दें कि कोरोना महामारी के मद्देनजर दिल्ली और राजस्थान सरकार ने कर्फ्यू का ऐलान किया है। सोमवार की ममता बनर्जी ने राज्य के आला अधिकारियों को कोरोना को लेकर कदम उठाने का निर्देश दिया था। राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय और स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। उसके बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ को पूरी स्थिति की जानकारी दी थी। धनखड़ ने कहा कि ‘‘मानवता के प्रति इस खतरे’’ से निबटने के लिए केंद्र तथा राज्य सरकार को तालमेल के साथ काम करना चाहिए। धनखड़ ने ट्वीट किया, ‘‘उनसे कहा गया है कि लोगों का पूरा सहयोग प्राप्त करने के लिए सभी कदम उठाए जाएं।’’
कोरोना की दूसरी लहर के लिए पीएम मोदी जिम्मेदार
ममता बनर्जी ने पीएम से सवाल पूछा है कि आपने पिछले 6 माह में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कोई योजना क्यों नहीं बनाई? आपको इसका जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के प्रधानमंत्री मोदी जिम्मेदार हैं। यदि उन्होंने सही समय पर सही कदम उठाया होता तो हालात ऐसे नहीं होते। उन्होंने कहा कि उन लोगों ने पहले ही पीएम से वैक्सीन की मांग की थी, लेकिन वैक्सीन नहीं दिए गए। यदि वैक्सीन दिए जाते हैं, तो आज यह स्थिति नहीं होती।
लॉकडाउन लगाये जाने पर ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में चुनाव को लेकर बाहर से हजारों की संख्या में लोग आ रहे हैं। पीएम की सेक्युरिटी में ही इतने लोग होते हैं। रेल गाड़ियां चल रही हैं। बसें चल रही हैं। बाहर से लोग आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में लॉकडाउन के क्या मायने हैं। बंगाल में एक लाख से अधिक केंद्रीय बल के जवान हैं, जो मतदान के कारण राज्य के विभिन्न इलाकों में जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी रैलियां कम दी हैं। उन्हें लगता है कि सभी पार्टियों को यह करनी चाहिए और बाकी तीन चरण के मतदान एक चरण में कराये जाने चाहिए। इस बाबत चुनाव आयोग को पत्र दिया गया है। उन्होंने कहा कि बंगाल में कल से स्कूल बंद कर दिए गए हैं। सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति घटा कर 50 फीसदी कर दी गई है। बेडों की संख्या में इजाफा किया गया है।