नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ नक्सल हमले को लेकर गंभीर सवाल उठाए है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ शुक्रवार-शनिवार जो ऑपरेशन चला, वह ठीक से डिजाइन नहीं किया गया था।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि यदि कोई इंटेलिजेंस विफलता नहीं है, तो 1:1 मौत के अनुपात का मतलब है कि यह ऑपरेशन खराब तरीके से डिजाइन किया गया था और पूरी तरह से गलत तरीके से एग्जीक्यूट किया गया। हमारे जवान तोपों का चारा नहीं, जिन्हें जब चाहें तब शहीद कर दिया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि हमारे जवानों को जब चाहे तब शहीद होने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता। राहुल गांधी ने सीआरपीएफ के महानिदेश कुलदीप सिंह के एक बयान से जुड़ी खबर का हवाला देते हुए यह बयान दिया है।
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में कहा कि 'हमारे जवान तोपों के लिए कोई चारा नहीं हैं कि उन्हें जब चाहें, तब शहीद होने के लिए भेज दिया जाए।' इससे पहले, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने रविवार को कहा था कि यह हमला इंटेलिजेंस फेल्योर नहीं है। उनके मुताबिक, नक्सलियों का प्रभाव लगातार सिमट रहा है और अब उनका असर एक सीमित इलाके में रह गया है।
अधिकारियों ने बताया था कि इस मुठभेड़ में शहीद हुए 24 जवानों में सीआरपीएफ के 8 जवान शामिल हैं जिसमें से 7 कोबरा कमांडो से जबकि 1 जवान बस्तरिया बटालियन से है। शेष डीआरजी और विशेष कार्यबल के जवान हैं। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ के 1 इंस्पेक्टर अब भी लापता हैं। जानकारी है कि माओवादियों ने इस इलाके में सुरक्षाबलों के जवानों को तीन तरफ से घेर लिया था और कई घंटों तक उनपर मशीनगन और IED से हमला करते रहे।
बता दें कि शनिवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर हुए माओवादी हमले में सीआरपीएएफ के 24 जवान शहीद हो गए थे, वहीं 31 जवान घायल हैं और एक जवान लापता है।
वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को छत्तीसगढ़ के जगदलपुर पहुंचकर उन्होंने श्रद्धांजलि दी। उन्होंने घटनास्थल का भी दौरा करेंगे और वहां मौजूद तमाम वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। सीआरपीएफ महानिदेशक पहले ही वहां पहुंच चुके हैं। इसके बाद गृह मंत्री अस्पताल जाकर घायल जवानों से मुलाकात करेंगे।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि यदि कोई इंटेलिजेंस विफलता नहीं है, तो 1:1 मौत के अनुपात का मतलब है कि यह ऑपरेशन खराब तरीके से डिजाइन किया गया था और पूरी तरह से गलत तरीके से एग्जीक्यूट किया गया। हमारे जवान तोपों का चारा नहीं, जिन्हें जब चाहें तब शहीद कर दिया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि हमारे जवानों को जब चाहे तब शहीद होने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता। राहुल गांधी ने सीआरपीएफ के महानिदेश कुलदीप सिंह के एक बयान से जुड़ी खबर का हवाला देते हुए यह बयान दिया है।
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में कहा कि 'हमारे जवान तोपों के लिए कोई चारा नहीं हैं कि उन्हें जब चाहें, तब शहीद होने के लिए भेज दिया जाए।' इससे पहले, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने रविवार को कहा था कि यह हमला इंटेलिजेंस फेल्योर नहीं है। उनके मुताबिक, नक्सलियों का प्रभाव लगातार सिमट रहा है और अब उनका असर एक सीमित इलाके में रह गया है।
अधिकारियों ने बताया था कि इस मुठभेड़ में शहीद हुए 24 जवानों में सीआरपीएफ के 8 जवान शामिल हैं जिसमें से 7 कोबरा कमांडो से जबकि 1 जवान बस्तरिया बटालियन से है। शेष डीआरजी और विशेष कार्यबल के जवान हैं। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ के 1 इंस्पेक्टर अब भी लापता हैं। जानकारी है कि माओवादियों ने इस इलाके में सुरक्षाबलों के जवानों को तीन तरफ से घेर लिया था और कई घंटों तक उनपर मशीनगन और IED से हमला करते रहे।
बता दें कि शनिवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर हुए माओवादी हमले में सीआरपीएएफ के 24 जवान शहीद हो गए थे, वहीं 31 जवान घायल हैं और एक जवान लापता है।
वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को छत्तीसगढ़ के जगदलपुर पहुंचकर उन्होंने श्रद्धांजलि दी। उन्होंने घटनास्थल का भी दौरा करेंगे और वहां मौजूद तमाम वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। सीआरपीएफ महानिदेशक पहले ही वहां पहुंच चुके हैं। इसके बाद गृह मंत्री अस्पताल जाकर घायल जवानों से मुलाकात करेंगे।