दिल्ली: वर्कफोर्स से बाहर हुईं 83 प्रतिशत महिलाएं, बेरोजगारी पहुंची 28.5 प्रतिशत

Written by Sabrangindia Staff | Published on: March 18, 2021
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार की तरफ से किए गए एक सर्वे के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में बेरोजगारी दर अक्टूबर-नवंबर 2020 में बढ़कर 28.5 प्रतिशत हो गई जो जनवरी-फरवरी में 11.1 प्रतिशत थी। इंडियन एक्सप्रेस की एक विशेष रिपोर्ट के अनुसार, 83 प्रतिशत महिलाएं श्रम शक्ति से बाहर हैं, जबकि पुरुषों के लिए ये आंकड़ा 31.6 प्रतिशत है।



इन 83 प्रतिशत बेरोजगार महिलाओं में 16.6 प्रतिशत स्नातक हैं, 27.6 प्रतिशत ने कक्षा 12 और 23.8 प्रतिशत ने कक्षा 10 तक पढ़ाई की है। महिलाओं के मामले में, कोविड-19 महामारी से पहले बेरोजगारी दर 25.6 प्रतिशत थी, जबकि पुरुषों के मामले में 8.7 प्रतिशत थी।

वहीं महामारी के बाद, अक्टूबर-नवंबर में महिला बेरोजगारी की दर बढ़कर 54.7 प्रतिशत हो गई और पुरुष बेरोजगारी दर बढ़कर 23.2 प्रतिशत हो गई। राज्यों में चिंता का कारण है। भारत में महिला कर्मचारियों की संख्या में भारी गिरावट आई है।

आंकड़ों के मुताबिक, 2 करोड़ के करीब भारतीय महिलाओं ने 2004-05 और 2011-12 के बीच काम छोड़ दिया था। जबकि इसी अवधि में 2.4 करोड़ पुरुष वर्क फोर्स में शामिल हुए। 1993-94 में कामकाजी उम्र की महिलाओं के लिए श्रम बल की भागीदारी दर 2011-12 में 42 प्रतिशत से घटकर 31 प्रतिशत हो गई।

2011 की जनगणना के आधार पर देश के शहरी हिस्सों में रहने वाली महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में अपने समकक्षों की तुलना में घरेलू कामों में शामिल हैं। जनगणना 2011 के आंकड़ों और नेशनल सैंपल सर्वे (NSS) के नए आंकड़ों के अनुसार, ग्रामीण महिलाएं भारत में महिला कर्मचारियों की संख्या 81.29 प्रतिशत है।

इन महिलाओं में से ज्यादातर कृषि मजदूर हैं, जो मजदूरी के बदले किसी और की जमीन पर काम करती हैं। दिलचस्प बात ये है कि 56 प्रतिशत के करीब ग्रामीण महिलाएं अनपढ़ हैं। अनपढ़ शहरी कामकाजी महिलाओं की संख्या 28 प्रतिशत कम है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली में नियोजित लोगों में से सात प्रतिशत जनवरी-फरवरी में प्रति माह 5,000 रुपये से कम कमा रहे थे। अक्टूबर तक उनका हिस्सा बढ़कर 13 फीसदी हो गया और 10,000 रुपये से 15,000 रुपये महीना कमाने वालों की हिस्सेदारी 30 फीसदी से घटकर 20 फीसदी रह गई। वहीं उम्र के हिसाब से 15-25 आयु वर्ग में बेरोजगारी सबसे ज्यादा है।

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