बदलते मौसम ने गाजीपुर बॉर्डर पर बढ़ाईं किसानों की दुश्वारियां

Written by sabrang india | Published on: March 12, 2021
गाजीपुर बॉर्डर। शुक्रवार सुबह मौसम में बदलाव ने गाजीपुर बॉर्डर पर डटे किसानों की मुश्किलें बढा दीं। बारिश के कारण किसान स्टोर रूम में रखी खाद्य-सामग्रियों को सुरक्षित करने में जुट गए। जिन टेंटों से पानी टपक रहा था, उसे दुरुस्त करने में जुट गए। कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर्स पर किसानों ने अपना डेरा डाला हुआ है। इससे पहले मंगलवार को तेज हवाओं के साथ आई बरसात ने बॉर्डर पर किसानों के टेंट तक उखाड़ दिए थे।



शुक्रवार सुबह आई बरसात के चलते किसानों के बिस्तर आदि भी भीग गए। उन्हें तुरन्त बदल कर दूसरे बिस्तर किसानों को दिए गए ताकि किसी तरह की कोई समस्या न आए और आंदोलन में किसी तरह का कोई बदलाव न हो।

किसानों ने कहा, "मौसम में बदलाव के साथ कुछ परेशानियां तो आती ही हैं, हमें इन परेशानियों के आने से दिक्कत नहीं आती। खेतों में भी तो हमारे साथ यही होता है। यह हमारा रोज का काम है।"

किसानों के जो टेंट उखड़े हैं, उन्हें फिर से ठीक किया जा रहा है। दूसरी ओर, नेशनल हाइवे पर बारिश के कारण पैदल चलना दुश्वार हो गया है। सुबह आई बारिश से सड़क पर गाड़ियों की लंगी कतारें दिखीं और पैदल चल रहे लोगों को भी दिक्कत पेश आ रही थी।

दरअसल, हाइवे पर लंगर सेवा शुरू की गई है, जिसके कारण सड़कों पर ही तेल पदार्थ की परतें चिपक गई हैं। यही वजह है कि सड़कों पर फिसलन जैसी समस्या सामने आ रही है।

कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर्स पर किसानों का आंदोलन 106वें दिन भी जारी है। बदलते मौसम के कारण किसानों के सामने अड़चन पैदा हो रही है। आंदोलन स्थल पर मक्खियों की बढ़ती तादाद, पेयजल की कमी और बढ़ती गंदगी के कारण उनकी समस्याएं और बढ़ने लगी हैं। शुक्रवार सुबह गाजियाबाद जिला प्रशासन के अधिकारी किसानों से मुलाकात करने पहुंचे। उनके साथ अपर जिलाधिकारी नगर शैलेन्द्र कुमार सिंह, एसपी सिटी 2 ज्ञानेंद्र सिंह और कौशाम्बी थाना इंचार्ज महेंद्र सिंह भी थे।

इस मुलाकात में किसानों ने अपनी समस्याओं को अधिकारियों के सामने रखा। किसानों ने अधिकारियों से पर्याप्त मात्रा में पानी की व्यवस्था कराने का आग्रह किया। उन्होंने दावा किया कि आंदोलन स्थल पर करीब 50 हजार रुपये का पानी प्रतिदिन आ रहा है।

अपर जिलाधिकारी नगर शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया, "मौसम काफी बदल गया है..बारिश भी हुई। अभी हम किसानों के साथ बैठे और उनसे इस सभी मसलों पर बातचीत हुई है। बिजली कनेक्शन, पानी की व्यवस्था और साफ-सफाई आदि समस्याओं को शाम तक निस्तारण किया जाएगा।"

किसानों ने बढ़ती गंदगी से पैदा हो रही दुगर्ंध की समस्या भी अधिकारियों के सामने रखी। इसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया कि जल्द ही इन समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा।

भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने बताया, "आंदोलन स्थल पर सफाई, पानी, बिजली आदि मसले पर बात हुई। धरना-स्थल के पास गंदगी भी हो गई है, जिससे दुगर्ंध आ रही है। इसके कारण गर्मियों में बीमारी भी फैलती है।"

उन्होंने कहा, "जिला प्रशासन के साथ बैठक हुई। उन्होंने हमारी समस्याओं को जल्द ही सुलझाने की बात कही है। समस्याओं पर ज्यादा हम लोग चिंतित नहीं हैं। हम आंदोलनकारी हैं, समस्या हमारे इरादों को नहीं हिला सकती है।"

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