नई दिल्ली। कृषि कानून के खिलाफ किसान अब भी डटे हुए हैं। किसान संगठनों के नेताओं ने कहा कि नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर सद्भावना दिवस मनाएंगे और दिन भर का उपवास रखेंगे। किसान नेताओं ने कहा कि सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक उपवास रखा जाएगा। उन्होंने देश के लोगों से किसानों के साथ जुड़ने की अपील की।

वहीं शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में किसानों की महापंचायत हुई। इसमें फैसला किया गया कि मुजफ्फरनगर और पश्चिमी यूपी के अन्य जिलों से किसान शनिवार को दिल्ली की तरफ कूच करेंगे।
हरियाणा से भी किसान दिल्ली बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं। इससे हरियाणा की खट्टर सरकार घबरा गई है। हरियाणा सरकार ने तत्काल प्रभाव से अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाड़ी और सिरसा जिलों में वॉयस कॉल को छोड़कर इंटरनेट सेवाओं (2जी/3जी/4जी/सीडीएमए/जीपीआरएस), सभी एसएमएस सेवाओं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़) और मोबाइल नेटवर्क पर सभी डोंगल सेवाओं को 30 जनवरी, 2021 शाम 5 बजे तक बंद करने का निर्णय लिया है।
इसके अलावा, सोनीपत, पलवल और झज्जर जिलों में इंटरनेट सेवाओं को बंद करने की अवधि अगले 24 घंटे यानी 30 जनवरी शाम 5 बजे तक के लिए बढ़ा दी है।
बताते चलें कि 30 जनवरी, 1948 की शाम को नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की जान ले ली थी। विडम्बना देखिए कि अहिंसा को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाकर अंग्रेजों को देश से बाहर का रास्ता दिखाने वाले महात्मा गांधी खुद हिंसा का शिकार हुए।

वहीं शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में किसानों की महापंचायत हुई। इसमें फैसला किया गया कि मुजफ्फरनगर और पश्चिमी यूपी के अन्य जिलों से किसान शनिवार को दिल्ली की तरफ कूच करेंगे।
हरियाणा से भी किसान दिल्ली बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं। इससे हरियाणा की खट्टर सरकार घबरा गई है। हरियाणा सरकार ने तत्काल प्रभाव से अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाड़ी और सिरसा जिलों में वॉयस कॉल को छोड़कर इंटरनेट सेवाओं (2जी/3जी/4जी/सीडीएमए/जीपीआरएस), सभी एसएमएस सेवाओं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़) और मोबाइल नेटवर्क पर सभी डोंगल सेवाओं को 30 जनवरी, 2021 शाम 5 बजे तक बंद करने का निर्णय लिया है।
इसके अलावा, सोनीपत, पलवल और झज्जर जिलों में इंटरनेट सेवाओं को बंद करने की अवधि अगले 24 घंटे यानी 30 जनवरी शाम 5 बजे तक के लिए बढ़ा दी है।
बताते चलें कि 30 जनवरी, 1948 की शाम को नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की जान ले ली थी। विडम्बना देखिए कि अहिंसा को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाकर अंग्रेजों को देश से बाहर का रास्ता दिखाने वाले महात्मा गांधी खुद हिंसा का शिकार हुए।