कृषि कानून: 27 से यूपी में बेमियादी चक्‍काजाम, भारतीय किसान यूनियन का ऐलान

Written by Navnish Kumar | Published on: November 26, 2020
कृषि कानूनों के विरोध में हरियाणा व पंजाब के किसानों के आंदोलन को जिस तरह से भाजपा सरकार द्वारा दबाने की कोशिश की जा रही है, उससे यूपी के किसानों में भी रोष फैल गया है। इसी को लेकर भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कल शुक्रवार से यूपी के सभी जिलों में राष्ट्रीय राजमार्गों पर बेमियादी चक्का जाम करने का ऐलान किया है। 



गुरुवार शाम को भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ राकेश टिकैत ने पूरे यूपी में कल शुक्रवार से बेमियादी चक्‍काजाम का आह्वान किया है। 

दरअसल, केंद्र व हरियाणा की भाजपा सरकार किसान आंदोलन को दबाने का काम कर रही है और किसान नेताओं को रातों में गिरफ्तार करने का काम किया जा रहा है। किसानों पर भारी सर्दी में वाटर कैनन से पानी की बौछार की जा रही है और रास्तों में भारी पत्थरों और कांटेदार तारों की बाड़ लगाकर किसानों को रोका जा रहा है। इसने यूपी सहित देश भर के किसानों को झकझोर कर रख दिया है। यही कारण है कि अभी तक शांत चल रहे यूपी के किसानो में भी उबाल आ गया है। 

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कल शुक्रवार से बेमुद्दत हाइवे चक्‍का जाम के आह्वान के साथ भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि किसानों का दुर्भाग्य है कि वह विरोध करने दिल्‍ली नहीं जा सकते हैं। एनडीटीवी की खबर के अनुसार, राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर किसान दिल्‍ली नहीं जा सकता हैं तो सरकार उन्‍हें इस्‍लामाबाद भेज दे। 

राकेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर स्थित आवास पर बैठक में कहा कि किसान कानूनों के विरोध के मुद्दे पर भारतीय किसान यूनियन, देश के किसानों के साथ है। इस मामले में शुक्रवार को राष्‍ट्रीय राजमार्गों पर चक्‍का जाम किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'देश का किसान अपने से जुड़े मामलों का विरोध करने के लिए यदि दिल्ली नहीं जा सकता तो सरकार उन्‍हें इस्लामाबाद भेज दे। 

उन्‍होंने कहा कि देश के किसानों का यह दुर्भाग्य है कि आजाद देश मे वह अपनी राजधानी दिल्ली में अपना विरोध करने नहीं जा सकता है। टिकैत ने कहा कि जिस तरह से सर्दी में किसानों पर वाटर कैनन का प्रयोग किया गया है वह दुखद है। आज किसान अपना हक कानून के रूप में मांग रहा है। 

राकेश टिकैत ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री कहते हैं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य रहेगा तो कानून क्‍यों नही बनाते? प्रधानमंत्री की नोटबन्दी से क्या कालाधन समाप्त हुआ या 15 करोड़ किसी को मिले। देश के किसान को अगर यह कानून मंजूर नही है तो समझ नहीं आता कि सरकार क्‍यों अड़ी है? कानून को तुरंत वापस लेकर किसान हित में न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर फसल न बिके, इसके लिए कानून बनाने का काम करे। 

भारतीय किसान यूनियन शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश मे राष्‍ट्रीय राजमार्गों पर अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करेगी। उन्‍होंने दो टूक लहजे में कहा, 'इस बार किसान आर पार किये बिना वापस घर पर नही जाएंगे। किसान लंबे समय से आक्रोशित है जिसका नजारा सड़कों पर दिख रहा है। कल 11 बजे से यूपी सहित दूसरे राज्‍यों में भी सभी राष्‍ट्रीय राजमार्ग बन्द किए जाएंगे।

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आह्वान के साथ सहारनपुर में भी भाकियू नेताओ ने कल के चक्का जाम की तैयारी शुरू कर दी है। भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी विनय कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय आह्वान पर कल शुक्रवार से सहारनपुर में देहरादून नेशनल हाइवे को जाम किया जाएगा। 
भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष विनय कुमार ने कहा कि यूपी का किसान पूरी तरह, हरियाणा पंजाब के किसानों के साथ है। भाकियू जिला महासचिव अशोक कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय आह्वान पर हरियाणा पंजाब के किसानों को न्याय मिलने तक कल शुक्रवार से सहारनपुर में भी देहरादून नेशनल हाइवे जाम किया जाएगा। 

अशोक कुमार ने कहा कि जिलाध्यक्ष चौ चरण सिंह व युवा जिलाध्यक्ष अजय काम्बोज के नेतृत्व में छुटमलपुर व बिहारीगढ़ के बीच देहरादून हाइवे जाम किया जाएगा।

बाकी ख़बरें