मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर चिंता जाहिर करने वाली 50 से ज्यादा हस्तियों के खिलाफ गुरुवार को मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस ने बताया कि इन 50 लोगों के खिलाफ मुकदमा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूर्यकांत तिवारी के आदेश पर दर्ज किया गया है।
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक कोर्ट ने स्थानीय वकील सुधीर कुमार ओझा की तरफ से दो महीने पहले दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए 20 अगस्त को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। इस पर अमल करते हुए बृहस्पतिवार को सदर पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
ओझा ने पत्र लिखने वाले लोगों पर जानबूझकर देश की छवि खराब करने और प्रधानमंत्री की प्रभावी उपलब्धियों को कमतर दिखाने का प्रयास करने के आरोप में याचिका दाखिल की थी।
पत्र लिखने वालों में इतिहासकार रामचंद्र गुहा, फिल्म निर्देशक मणिरत्नम, फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप, फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल, अभिनेता सौमित्र चटर्जी, अभिनेत्री अपर्णा सेन और गायिका सुधा मुद्गल आदि शामिल हैं।
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक कोर्ट ने स्थानीय वकील सुधीर कुमार ओझा की तरफ से दो महीने पहले दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए 20 अगस्त को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। इस पर अमल करते हुए बृहस्पतिवार को सदर पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
ओझा ने पत्र लिखने वाले लोगों पर जानबूझकर देश की छवि खराब करने और प्रधानमंत्री की प्रभावी उपलब्धियों को कमतर दिखाने का प्रयास करने के आरोप में याचिका दाखिल की थी।
पत्र लिखने वालों में इतिहासकार रामचंद्र गुहा, फिल्म निर्देशक मणिरत्नम, फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप, फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल, अभिनेता सौमित्र चटर्जी, अभिनेत्री अपर्णा सेन और गायिका सुधा मुद्गल आदि शामिल हैं।