झारखंड में तबरेज अंसारी की मौत का मामला अभी थमा भी नहीं था कि एक और लिंचिंग की घटना को अंजाम दे दिया गया है। यहां प्रतिबंधित मांस बेचने के शक में एक शख्स को पीट-पीटकर मार दिया गया। जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। इस मामले में पुलिस ने शुरुआती कार्रवाई करते हुए फिलहाल 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।
द क्विंट की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीणों को सूचना मिली कि तीन लोग ऐसा मांस बेच रहे हैं जिस पर बैन है। जिसके बाद भीड़ ने तीनों को घेर लिया और पीटने लगे। तभी कुछ ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस जब तक मौके पर पहुंचती काफी देर हो चुकी थी। भीड़ ने तीनों को लहूलुहान कर दिया था। तीनों में से एक शख्स ने रास्ते में दम तोड़ दिया। बाकी दो की हालत काफी गंभीर है।
इस लिंचिंग की घटना में बुरी तरह से घायल दो व्यक्तियों का रांची के रिम्स में इलाज चल रहा है। पुलिस का कहना है कि अब घायलों की हालत ठीक है। उन्हें सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी। इस छापेमारी के दौरान पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी लोगों की भी तलाश जारी है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही पुलिस ये भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि जिस मांस को बेचने के आरोप में इस घटना को अंजाम दिया गया वो क्या था। पुलिस का कहना है कि जल्द मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके लिए टीमें बना दी गई हैं।
झारखंड में लिचिंग का ये पहला केस नहीं है। इससे पहले यहां के सरायकेला-खरसावां जिले में 17 जून को तबरेज अंसारी नाम के युवक पर एक भीड़ ने उस समय हमला कर दिया था, जब वह अपने एक रिश्तेदार के यहां से लौट रहा था। उसे चोरी के आरोप में एक खंभे से बांधकर करीब सात घंटे तक मारा-पीटा गया और इसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया गया।
इसके बाद गंभीर रूप से घायल अंसारी को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे जेल भेजे जाने की मंजूरी दे दी। इसके चार दिन बाद जब अंसारी की हालत और खराब हो गई तो उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे ‘मृत लाया हुआ’ बताया गया। अंसारी के सिर पर गंभीर चोटें आई थी।
इसके बाद पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की, लेकिन उससे हत्या का चार्ज हटा दिया गया। बताया गया कि उसकी मौत कार्डिएक अरेस्ट के कारण हुई थी। लेकिन मामले के तूल पकड़ने के बाद पूरक चार्जशीट दाखिल की गई। जिसमें पुलिस ने आखिरकार माना कि तबरेज की हत्या हुई थी।
द क्विंट की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीणों को सूचना मिली कि तीन लोग ऐसा मांस बेच रहे हैं जिस पर बैन है। जिसके बाद भीड़ ने तीनों को घेर लिया और पीटने लगे। तभी कुछ ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस जब तक मौके पर पहुंचती काफी देर हो चुकी थी। भीड़ ने तीनों को लहूलुहान कर दिया था। तीनों में से एक शख्स ने रास्ते में दम तोड़ दिया। बाकी दो की हालत काफी गंभीर है।
इस लिंचिंग की घटना में बुरी तरह से घायल दो व्यक्तियों का रांची के रिम्स में इलाज चल रहा है। पुलिस का कहना है कि अब घायलों की हालत ठीक है। उन्हें सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी। इस छापेमारी के दौरान पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी लोगों की भी तलाश जारी है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। साथ ही पुलिस ये भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि जिस मांस को बेचने के आरोप में इस घटना को अंजाम दिया गया वो क्या था। पुलिस का कहना है कि जल्द मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके लिए टीमें बना दी गई हैं।
झारखंड में लिचिंग का ये पहला केस नहीं है। इससे पहले यहां के सरायकेला-खरसावां जिले में 17 जून को तबरेज अंसारी नाम के युवक पर एक भीड़ ने उस समय हमला कर दिया था, जब वह अपने एक रिश्तेदार के यहां से लौट रहा था। उसे चोरी के आरोप में एक खंभे से बांधकर करीब सात घंटे तक मारा-पीटा गया और इसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया गया।
इसके बाद गंभीर रूप से घायल अंसारी को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे जेल भेजे जाने की मंजूरी दे दी। इसके चार दिन बाद जब अंसारी की हालत और खराब हो गई तो उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे ‘मृत लाया हुआ’ बताया गया। अंसारी के सिर पर गंभीर चोटें आई थी।
इसके बाद पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की, लेकिन उससे हत्या का चार्ज हटा दिया गया। बताया गया कि उसकी मौत कार्डिएक अरेस्ट के कारण हुई थी। लेकिन मामले के तूल पकड़ने के बाद पूरक चार्जशीट दाखिल की गई। जिसमें पुलिस ने आखिरकार माना कि तबरेज की हत्या हुई थी।