वाराणसी। वाराणासी लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के खिलाफ टकसाल सिनेमा हॉल के पास से पैदल यात्रा करते हुए पूर्व बीएसएफ जवान तेजबहादुर नामांकन करने पहुंचे। उनके साथ कई बर्खास्त सीआरपीएफ और सेना से जुड़े जवान, उनके परिजन भी शामिल थे। चुनाव लड़ने के लिए तेजबहादुर हाथों में दानपत्र लेकर पहुंचे थे।
बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव ने नामांकन के तीसरे दिन वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान सेना से बर्खास्त कई जवान उनके साथ पहुंचे। नामांकन के दौरान तेजबहादुर हाथ में दानपेटी लिए पहुँचे और लोगों से सहयोग की अपील करते रहे।
ये वही तेजबहादुर हैं जिन्होंने सेना में खाने की खराब क़्वालिटी को लेकर सवाल खड़े किये थे और सोशल मीडिया पर वीडिओ के जरिये इस मुद्दे को उठाया था जिसके बाद उन्हें सेना से बर्खास्त कर दिया गया था। तेजबहादुर ने सेना में इसी भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने का बीड़ा उठाया है।
वाराणसी में सातवें चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए 22 अप्रैल से नामांकन शुरु हो गए हैं। नरेंद्र मोदी 26 अप्रैल को नामांकन करेंगे तो वहीं उनके खिलाफ चौकीदार का नारा देने वाले बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर भी चुनावी मैदान में उतरकर ताल ठोक रहे हैं। बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर आज पूर्व सेना के जवानों के साथ नामांकन करने के लिए पहुंचे इस मकान में सबसे बड़ी खास बात यह रही कि तेज बहादुर अपने हाथों में दान पत्र लेकर नामांकन के लिए पहुंचे थे और काशी वासियों से चुनाव लड़ने के लिए दान मांग रहे थे।
तेजबहादुर ने कहा कि पीएम मोदी ने कई वादे किये थे, जो आज तक पूऱे नहीं हुए बल्कि भ्रष्टाचार पर आवाज उठाने पर जवानों पर भी कार्यवाही कर दी गई। किसानों, रोजगार, बुनकरों का क्या हुआ। इनके लिए मोदी जी ने क्या किया। देश के कोने-कोने से मुझे समर्थन मिल रहा है। 70 साल में पहली बार कोई सेना का जवान संसद जाएगा तो हित की बात करेगा। मैंने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया तो खत्म कर दिया गया। तेजबहादुर ने कहा दुनियां में आजतक सेना का कोई जवान प्रधानमंत्री के खिलाफ खड़ा नही हुआ था। देश में जवान अब भ्रष्टाचार के खिलाफ बगावत कर रहे हैं। हम लोगों से एक-एक रुपया मांग रहे हैं, ताकि नकली चौकीदार से असली चौकीदार लड़ पाए।
बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव ने नामांकन के तीसरे दिन वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान सेना से बर्खास्त कई जवान उनके साथ पहुंचे। नामांकन के दौरान तेजबहादुर हाथ में दानपेटी लिए पहुँचे और लोगों से सहयोग की अपील करते रहे।
ये वही तेजबहादुर हैं जिन्होंने सेना में खाने की खराब क़्वालिटी को लेकर सवाल खड़े किये थे और सोशल मीडिया पर वीडिओ के जरिये इस मुद्दे को उठाया था जिसके बाद उन्हें सेना से बर्खास्त कर दिया गया था। तेजबहादुर ने सेना में इसी भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने का बीड़ा उठाया है।
वाराणसी में सातवें चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए 22 अप्रैल से नामांकन शुरु हो गए हैं। नरेंद्र मोदी 26 अप्रैल को नामांकन करेंगे तो वहीं उनके खिलाफ चौकीदार का नारा देने वाले बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर भी चुनावी मैदान में उतरकर ताल ठोक रहे हैं। बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर आज पूर्व सेना के जवानों के साथ नामांकन करने के लिए पहुंचे इस मकान में सबसे बड़ी खास बात यह रही कि तेज बहादुर अपने हाथों में दान पत्र लेकर नामांकन के लिए पहुंचे थे और काशी वासियों से चुनाव लड़ने के लिए दान मांग रहे थे।
तेजबहादुर ने कहा कि पीएम मोदी ने कई वादे किये थे, जो आज तक पूऱे नहीं हुए बल्कि भ्रष्टाचार पर आवाज उठाने पर जवानों पर भी कार्यवाही कर दी गई। किसानों, रोजगार, बुनकरों का क्या हुआ। इनके लिए मोदी जी ने क्या किया। देश के कोने-कोने से मुझे समर्थन मिल रहा है। 70 साल में पहली बार कोई सेना का जवान संसद जाएगा तो हित की बात करेगा। मैंने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया तो खत्म कर दिया गया। तेजबहादुर ने कहा दुनियां में आजतक सेना का कोई जवान प्रधानमंत्री के खिलाफ खड़ा नही हुआ था। देश में जवान अब भ्रष्टाचार के खिलाफ बगावत कर रहे हैं। हम लोगों से एक-एक रुपया मांग रहे हैं, ताकि नकली चौकीदार से असली चौकीदार लड़ पाए।