नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों द्वारा हाल ही में सात नागरिकों की हत्या के विरोध में दिल्ली में प्रदर्शन किया गया। नेशनल अलायंस ऑफ पीपुल्स मूवमेंट, खुदाई खिदमतगार, PUCL (दिल्ली), दिल्ली सॉलिडेरिटी ग्रुप, सोशल युवजन सभा (SYS), सद्भाव मिशन आदि संगठनों के कार्यकर्ता दिल्ली के जंतर मंतर पर एकत्रित हुए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों के साथ झड़प के दौरान 15 दिसंबर को 11 लोगों की मौत हो गई थी और तीन दर्जन से ज्यादा नागरिक प्रदर्शनकारियों को चोटें आई थीं। मारे गए 11 लोगों में सात नागरिक व एक सेना का जवान व तीन आतंकी शामिल हैं।
इस मामले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने नागरिकों की हत्या की जांच की मांग की थी। साथ ही उन्होंने सुरक्षा बलों से नागरिकों पर गोलीबारी करने से बचने को कहा था।
आजाद ने नागरिकों के मारे जाने पर दुख जाहिर करते हुए कहा था, "हमारे सशस्त्र बलों ने जब भी आतंकवादियों को मार गिराया है, वे हमेशा सराहनीय रहे हैं, लेकिन जब निर्दोष नागरिक मारे जाते हैं तो पीड़ा होती है। कश्मीर, पुलवामा में सात से ज्यादा नागरिकों की हत्या अस्वीकार्य है।"
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों के साथ झड़प के दौरान 15 दिसंबर को 11 लोगों की मौत हो गई थी और तीन दर्जन से ज्यादा नागरिक प्रदर्शनकारियों को चोटें आई थीं। मारे गए 11 लोगों में सात नागरिक व एक सेना का जवान व तीन आतंकी शामिल हैं।
इस मामले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने नागरिकों की हत्या की जांच की मांग की थी। साथ ही उन्होंने सुरक्षा बलों से नागरिकों पर गोलीबारी करने से बचने को कहा था।
आजाद ने नागरिकों के मारे जाने पर दुख जाहिर करते हुए कहा था, "हमारे सशस्त्र बलों ने जब भी आतंकवादियों को मार गिराया है, वे हमेशा सराहनीय रहे हैं, लेकिन जब निर्दोष नागरिक मारे जाते हैं तो पीड़ा होती है। कश्मीर, पुलवामा में सात से ज्यादा नागरिकों की हत्या अस्वीकार्य है।"