नई दिल्ली: बुलंदशहर की हिंसा को लेकर सोशल मीडिया पर अब तक कई वीडियो वायरल हो चुके हैं. इसमें इंस्पेक्टर सुबोध को मारकर भागते युवकों का वीडियो, गोकशी को लेकर हंगामा करते युवकों का वीडियो, पुलिस के लाठीचार्ज, युवकों द्वारा चौकी में आगजनी, सुमित को गोली लगने का वीडियो वायरल हो चुका है. बुधवार को एक और कथित वीडियो जारी हुआ, जिसे सुमित को गोली लगने की घटना से पहले का बताया जा रहा है. इसमें कुछ युवक पुलिस पर पथराव करते दिखाई दे रहे हैं. इन युवकों में सुमित को भी शामिल दिखाया गया है, जो पुलिस पर पथराव करता नजर आ रहा है.
![](/sites/default/files/bulandshahr-violence.jpg?881)
बुलंदशहर हिंसा से जुड़े इस वीडियो में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या से पहले की पूरी वारदात कैद है. मोबाइल से बनाया गया यह सिर्फ तीन मिनट का वीडियो है. इस कथित वीडियो में खुलेआम भीड़ की अराजकता दिख रही है. वीडियो को देखकल लग रहा है कि भीड़ में शामिल किसी को कानून का जरा भी खौफ नहीं है. खेत में खड़े एक पुलिसवाले को देख आक्रोशित भीड़ पथराव करती हुई...मारो-मारो की आवाज लगा रही है. पथराव करती इसी भीड़ में सुमित नामक युवक भी शुमार दिख रहा है, जिसकी इस हिंसा में बाद में गोली लगने से मौत हो गई.
हालांकि, परिवार वाले युवक के भीड़ में शामिल न होने की बात कह रहे हैं, उनका कहना है कि सुमित केवल उस रास्ते से गुजर रहा था. हालांकि कथित वीडियो में सुमित दिख रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि भीड़ खेतों में घुसी हुई है. वीडियो मे एक तरफ सुमित लहूलुहान दिख रहा है. खेत में दूर एक पुलिसवाला बंदूक लिए दिख रहा है. उधर भीड़ से आवाज आती है....बंदूक छीन लो...कुछ देर बाद एक पुलिस वाला नीचे पड़ा देखा....बताया जा रहा कि यह पुलिसवाला कोई और नही फर्ज निभाने के लिए जान की बाजी लगा देने वाले कोतवाल सुबोध सिंह रहे. जिन्हें गोली मारकर जमीन पर गिरा दिया गया.
गौरतलब है कि सुमित की मौत के बाद उसके परिजनों ने बताया कि सुमित ने पुलिस भर्ती की परीक्षा भी दी थी, जिसका परिणाम आने वाला है. सोमवार दोपहर सुमित का एक दोस्त अरविंद के घर पर शादी का कार्ड देने के लिए गया हुआ था. चाय पीने के बाद वह दोस्त को बाइक पर लेकर चिंगरावठी पुलिस चौकी के सामने बस स्टॉप पर छोड़ने चला गया. थोड़ी ही देर बाद उसके गोली लगने की सूचना परिजनों को मिली. वहीं स्थानीय पुलिस का कहना है कि पहली फायरिंग ग्रामीणों की तरफ से हुई थी जबकि पुलिस की तरफ से हवा में फायरिंग की गई थी. एफआईआर में भी ये बात कही गई हैं. उन्होंने कहा कि इस घटना में सुमित की भी मौत हुई है और उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने से मौत की पुष्टि हुई है.
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बुलंदशहर हिंसा से जुड़े इस वीडियो में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या से पहले की पूरी वारदात कैद है. मोबाइल से बनाया गया यह सिर्फ तीन मिनट का वीडियो है. इस कथित वीडियो में खुलेआम भीड़ की अराजकता दिख रही है. वीडियो को देखकल लग रहा है कि भीड़ में शामिल किसी को कानून का जरा भी खौफ नहीं है. खेत में खड़े एक पुलिसवाले को देख आक्रोशित भीड़ पथराव करती हुई...मारो-मारो की आवाज लगा रही है. पथराव करती इसी भीड़ में सुमित नामक युवक भी शुमार दिख रहा है, जिसकी इस हिंसा में बाद में गोली लगने से मौत हो गई.
हालांकि, परिवार वाले युवक के भीड़ में शामिल न होने की बात कह रहे हैं, उनका कहना है कि सुमित केवल उस रास्ते से गुजर रहा था. हालांकि कथित वीडियो में सुमित दिख रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि भीड़ खेतों में घुसी हुई है. वीडियो मे एक तरफ सुमित लहूलुहान दिख रहा है. खेत में दूर एक पुलिसवाला बंदूक लिए दिख रहा है. उधर भीड़ से आवाज आती है....बंदूक छीन लो...कुछ देर बाद एक पुलिस वाला नीचे पड़ा देखा....बताया जा रहा कि यह पुलिसवाला कोई और नही फर्ज निभाने के लिए जान की बाजी लगा देने वाले कोतवाल सुबोध सिंह रहे. जिन्हें गोली मारकर जमीन पर गिरा दिया गया.
गौरतलब है कि सुमित की मौत के बाद उसके परिजनों ने बताया कि सुमित ने पुलिस भर्ती की परीक्षा भी दी थी, जिसका परिणाम आने वाला है. सोमवार दोपहर सुमित का एक दोस्त अरविंद के घर पर शादी का कार्ड देने के लिए गया हुआ था. चाय पीने के बाद वह दोस्त को बाइक पर लेकर चिंगरावठी पुलिस चौकी के सामने बस स्टॉप पर छोड़ने चला गया. थोड़ी ही देर बाद उसके गोली लगने की सूचना परिजनों को मिली. वहीं स्थानीय पुलिस का कहना है कि पहली फायरिंग ग्रामीणों की तरफ से हुई थी जबकि पुलिस की तरफ से हवा में फायरिंग की गई थी. एफआईआर में भी ये बात कही गई हैं. उन्होंने कहा कि इस घटना में सुमित की भी मौत हुई है और उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने से मौत की पुष्टि हुई है.