नई दिल्ली: मुसलमानों के प्रति हिंसा फैलाने वालों के स्वागत का ट्रेंड सा बन गया है। मॉब लिंचिंग के कई आरोपियों को बीजेपी के मंत्री माला पहनाकर सम्मानित कर चुके हैं। यही सिलसिला बुलंदशहर में नजर आया जब यहां हिंसा के आरोपी जेल से बाहर आए। इनका जय श्री राम और वंदे मातरम के नारों के बीच उनका भव्य स्वागत किया गया। जेल से बाहर आए आरोपियों के साथ लोगों ने फूलों की माला पहनाई और उनके साथ सेल्फी ली।
PC- indianexpress.com
बता दें कि पिछले साल दिसंबर महीने को स्याना के चिंगरावटी गांव में गौकशी की अफवाह के बाद इलाके में हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पूरा गांव आगजनी और बवाल की भेंट चढ़ गया था। लोगों ने सरकारी वाहन और पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया था। उत्तर प्रदेश पुलिस ने 38 लोगों को गिरफ्तार किया था। 38 में से 6 आरोपी जमानत पर रिहा होकर शनिवार को बाहर निकले।
शिखर अग्रवाल भाजपा युवा मोर्चा स्याना का पूर्व नगर अध्यक्ष है। जबकि उपेंद्र सिंह राघव अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद का विभाग अध्यक्ष है। इसके अलावा अन्य तीन की पहचान जीतू फौजी, सौरव और रोहित राघव के रूप में हुई थी। जब यह आरोपी बाहर आए तो फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया। इस दौरान भारत माता की जय, वन्दे मातरम और जय श्री राम के नारे लगाए गए। इस दौरान पूरी घटना का वीडियो किसी ने बना लिया। ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में आरोपियों को फूलों की माला पहनाई जा रही है। कुल लोग आरोपियों के संग सेल्फी लेते हुए भी नजर आए।
बुलंदशहर में उस वक्त हिंसा भड़क गई थी जब कुछ लोगों को गोवंश के टुकड़े गांव में मिले थे। इसके बाद गुस्साए 400 लोगों ने जमकर हंगामा किया। कई वाहनों को आग लगा दी गई और पुलिस पर पत्थर और कथित तौर पर गोलियां चलाईं। इस घटना में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के अलावा और एक और युवक की मौत हो गई थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसआईटी का गठन करते हुए इस मामले के जांच के आदेश दिए थे। जिसमें 5 लोगों पर इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या का आरोप लगा था साथ ही 33 लोगों पर हिंसा और आगजनी उकसाने के आरोप लगाए थे। जिनमें शिखर अग्रवाल और उपेंद्र राघव का नाम शामिल है।
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बता दें कि पिछले साल दिसंबर महीने को स्याना के चिंगरावटी गांव में गौकशी की अफवाह के बाद इलाके में हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पूरा गांव आगजनी और बवाल की भेंट चढ़ गया था। लोगों ने सरकारी वाहन और पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया था। उत्तर प्रदेश पुलिस ने 38 लोगों को गिरफ्तार किया था। 38 में से 6 आरोपी जमानत पर रिहा होकर शनिवार को बाहर निकले।
शिखर अग्रवाल भाजपा युवा मोर्चा स्याना का पूर्व नगर अध्यक्ष है। जबकि उपेंद्र सिंह राघव अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद का विभाग अध्यक्ष है। इसके अलावा अन्य तीन की पहचान जीतू फौजी, सौरव और रोहित राघव के रूप में हुई थी। जब यह आरोपी बाहर आए तो फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया। इस दौरान भारत माता की जय, वन्दे मातरम और जय श्री राम के नारे लगाए गए। इस दौरान पूरी घटना का वीडियो किसी ने बना लिया। ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में आरोपियों को फूलों की माला पहनाई जा रही है। कुल लोग आरोपियों के संग सेल्फी लेते हुए भी नजर आए।
बुलंदशहर में उस वक्त हिंसा भड़क गई थी जब कुछ लोगों को गोवंश के टुकड़े गांव में मिले थे। इसके बाद गुस्साए 400 लोगों ने जमकर हंगामा किया। कई वाहनों को आग लगा दी गई और पुलिस पर पत्थर और कथित तौर पर गोलियां चलाईं। इस घटना में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के अलावा और एक और युवक की मौत हो गई थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसआईटी का गठन करते हुए इस मामले के जांच के आदेश दिए थे। जिसमें 5 लोगों पर इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या का आरोप लगा था साथ ही 33 लोगों पर हिंसा और आगजनी उकसाने के आरोप लगाए थे। जिनमें शिखर अग्रवाल और उपेंद्र राघव का नाम शामिल है।