बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में मुस्लिमों का धार्मिक कार्यक्रम इज्तिमा चल रहा है। इस बीच बुलंदशहर के ही स्याना कोतवाली क्षेत्र में कथित गोहत्या के शक में सोमवार को भारी बवाल हो गया। कथित तौर पर गोवंश के अवशेष मिलने पर कई हिंदूवादी संगठन के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। लोगों ने बुलंदशहर स्याना रोड जामकर पुलिस पर पथराव भी किया। इस दौरान पुलिस इंस्पेक्टर की मौत हो गई। इस घटना के बाद सुदर्शन न्यूज चैनल के मालिक सुरेश चव्यहाणके ने इज्तिमा का नाम बदनाम कर दंगा भड़काने की कोशिश की है।
सुरेश चव्यहाणके ने ट्वीट किया है, '#बुलंदशहर के दरियापुर में करोड़ों मुसलमानों के एकत्र आने से उस क्षेत्रके लोगो में जो दहशत फैली है उसको देखते हुए @myogiadityanath ji & @rajnathsingh ji लोगो में विश्वास बहाली करे @SudarshanNewsTV ने आयोजन से कई बार संपर्क का प्रयास किया पर वह पर.. '
सुरेश चव्यहाणके के इस ट्वीट पर बुलंदशहर पुलिस ने रिप्लाई करते हुए उसे एक्सपोज कर दिया है। बुलंदशहर पुलिस ने लिखा है, 'कृपया भ्रामक खबर न फैलाएं। इस घटना का इज्तिमा कार्यक्रम से कोई संबंध नही है। इज्तिमा सकुशल सम्पन्न समाप्त हुआ है। उपरोक्त घटना इज्तिमा स्थल से 45-50 किमी थाना स्याना क्षेत्र मे घटित हुई है, कुछ उपद्रवियो द्वारा यह घटना कारित की गयी है। इस संबंध मे वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।'
चव्हाणके को समुदायों के बीच नफरत फैलाने, सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और चैनल के जरिए अफवाह फैलाने के आरोप में अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था. लेकिन बाद में चव्यहाणके को रिहा कर दिया गया था। सुरेश चव्यहाणके पर एक महिला ने यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया था।
सुरेश चव्यहाणके ने ट्वीट किया है, '#बुलंदशहर के दरियापुर में करोड़ों मुसलमानों के एकत्र आने से उस क्षेत्रके लोगो में जो दहशत फैली है उसको देखते हुए @myogiadityanath ji & @rajnathsingh ji लोगो में विश्वास बहाली करे @SudarshanNewsTV ने आयोजन से कई बार संपर्क का प्रयास किया पर वह पर.. '
सुरेश चव्यहाणके के इस ट्वीट पर बुलंदशहर पुलिस ने रिप्लाई करते हुए उसे एक्सपोज कर दिया है। बुलंदशहर पुलिस ने लिखा है, 'कृपया भ्रामक खबर न फैलाएं। इस घटना का इज्तिमा कार्यक्रम से कोई संबंध नही है। इज्तिमा सकुशल सम्पन्न समाप्त हुआ है। उपरोक्त घटना इज्तिमा स्थल से 45-50 किमी थाना स्याना क्षेत्र मे घटित हुई है, कुछ उपद्रवियो द्वारा यह घटना कारित की गयी है। इस संबंध मे वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।'
चव्हाणके को समुदायों के बीच नफरत फैलाने, सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और चैनल के जरिए अफवाह फैलाने के आरोप में अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था. लेकिन बाद में चव्यहाणके को रिहा कर दिया गया था। सुरेश चव्यहाणके पर एक महिला ने यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया था।