मध्यप्रदेश में महिलाएं और बच्चियां किस कदर असुरक्षित हैं, और बीजेपी के शासन में ये असुरक्षा किस कदर बढ़ी है, इसके प्रमाण रोज मिल रहे हैं।
अभी भोपाल की एक युवती को नौकरी के बहाने राजस्थान में बेचे जाने का मामला सामने आने के बाद, अब भोपाल में ही साकेत नगर से एक छात्रा का अपहरण हो गया है।
अगवा की गई छात्रा गुरुवार को स्कूल गई लेकिन वापस लौटने के दौरान गायब हो गई। देर शाम तक 14 वर्षीय छात्रा के परिजन उसे तलाश करते रहे और आखिरकार उन्होंने बागसेवनिया थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
लापता छात्रा साकेत नगर की रहने वाली है और उसके पिता जसवंत सिन्हा टेलीकम्युनिकेशन का बिजनेस करते हैं। उनकी 14 साल की बेटी सलोनी घर से 200 मीटर दूर, लिटिल फ्लॉवर स्कूल में आठवीं में पढ़ती है। हर दिन की तरह वह गुरुवार को सुबह स्कूल गई और दो बजे छुट्टी होने पर सहेली के साथ बाहर भी आई। कुछ देर तक तो दोनों साथ आए और फिर दोनों अपने-अपने घर की तरफ मुड़ गईं, लेकिन सलोनी अपने घर नहीं पहुंची।
जब काफी देर तक सलोनी घर नहीं आई तो उसके परिजन परेशान हो गए। परिजनों ने स्कूल जाकर पता किया और उसकी सहेलियों से भी मिले। आसपास काफी जगह तलाश करने के बाद भी जब बच्ची नहीं मिली तो परिजनों ने देर शाम बागसेवनिया थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
भोपाल समाचार के अनुसार, एसडीओपी दिशेष अग्रवाल ने बताया है कि इस मामले में कुछ तथ्य हाथ लगे हैं और बच्ची के जल्द सुरक्षित मिल जाने की उम्मीद है।
पत्रिका के मुताबिक, साकेत नगर इलाके से अपहरण की यह तीसरी घटना है। पिछले साल 14 अगस्त को 11 साल के पांचवी के छात्र निशांत झोपे का अपहरण हुआ था और वह करीब दो सप्ताह बाद वो रायसेन के जंगलों से मिला था।
इसी तरह दो दिन पहले ही को साकेत नगर के ही रहने वाले पंद्रह साल के सौरभ को पांच लोगों ने पहले तो स्कूल बस में चढ़कर मारा और फिर उसे जबरन कार में बैठाकर भोपाल घुमाया था। बाद में उसे होशंगाबाद रोड स्थित एक कॉलोनी के बाहर छोड़कर फरार हो गए थे।
ध्यान रहे कि मध्यप्रदेश केवल बलात्कारों में नहीं, महिलाओं और बच्चियों के गायब होने के मामले में भी देश में अव्वल बना हुआ है। भाजपा के 15 साल के राज में महिलाओं-बच्चियों के गायब होने के मामले लगातार बढ़े हैं।
अभी भोपाल की एक युवती को नौकरी के बहाने राजस्थान में बेचे जाने का मामला सामने आने के बाद, अब भोपाल में ही साकेत नगर से एक छात्रा का अपहरण हो गया है।
अगवा की गई छात्रा गुरुवार को स्कूल गई लेकिन वापस लौटने के दौरान गायब हो गई। देर शाम तक 14 वर्षीय छात्रा के परिजन उसे तलाश करते रहे और आखिरकार उन्होंने बागसेवनिया थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
लापता छात्रा साकेत नगर की रहने वाली है और उसके पिता जसवंत सिन्हा टेलीकम्युनिकेशन का बिजनेस करते हैं। उनकी 14 साल की बेटी सलोनी घर से 200 मीटर दूर, लिटिल फ्लॉवर स्कूल में आठवीं में पढ़ती है। हर दिन की तरह वह गुरुवार को सुबह स्कूल गई और दो बजे छुट्टी होने पर सहेली के साथ बाहर भी आई। कुछ देर तक तो दोनों साथ आए और फिर दोनों अपने-अपने घर की तरफ मुड़ गईं, लेकिन सलोनी अपने घर नहीं पहुंची।
जब काफी देर तक सलोनी घर नहीं आई तो उसके परिजन परेशान हो गए। परिजनों ने स्कूल जाकर पता किया और उसकी सहेलियों से भी मिले। आसपास काफी जगह तलाश करने के बाद भी जब बच्ची नहीं मिली तो परिजनों ने देर शाम बागसेवनिया थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
भोपाल समाचार के अनुसार, एसडीओपी दिशेष अग्रवाल ने बताया है कि इस मामले में कुछ तथ्य हाथ लगे हैं और बच्ची के जल्द सुरक्षित मिल जाने की उम्मीद है।
पत्रिका के मुताबिक, साकेत नगर इलाके से अपहरण की यह तीसरी घटना है। पिछले साल 14 अगस्त को 11 साल के पांचवी के छात्र निशांत झोपे का अपहरण हुआ था और वह करीब दो सप्ताह बाद वो रायसेन के जंगलों से मिला था।
इसी तरह दो दिन पहले ही को साकेत नगर के ही रहने वाले पंद्रह साल के सौरभ को पांच लोगों ने पहले तो स्कूल बस में चढ़कर मारा और फिर उसे जबरन कार में बैठाकर भोपाल घुमाया था। बाद में उसे होशंगाबाद रोड स्थित एक कॉलोनी के बाहर छोड़कर फरार हो गए थे।
ध्यान रहे कि मध्यप्रदेश केवल बलात्कारों में नहीं, महिलाओं और बच्चियों के गायब होने के मामले में भी देश में अव्वल बना हुआ है। भाजपा के 15 साल के राज में महिलाओं-बच्चियों के गायब होने के मामले लगातार बढ़े हैं।