अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर चल रहे बहसों के बीच भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर ने विवादित जमीन पर राम की जगह बुद्ध की मंदिर बनाने की मांग रखी है.
चंद्रशेखर ने दावा किया कि अयोध्या का वास्तविक नाम साकेत है. यहां भगवान बुद्ध की ही मंदिर बननी चाहिए. विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा अयोध्या में जारी विरोध के बीच चंद्रशेखर सोमवार को अयोध्या पहुंचेंगे.
भीम आर्मी के संस्थापक ने कहा कि वह अपने साथ संविधान की एक प्रति भी लेकर जाएंगे और जिला अध्यक्ष को सौंपकर जिले में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपने संवैधानिक कर्तव्य का पालन करने को कहेंगे.
चंद्रशेखर ने कहा, 'संविधान आज खतरे में है. जब भी सांप्रदायिक पार्टियों को सत्ता चाहिए होती है, वह अयोध्या पहुंच जाते हैं. मैं सोमवार को अयोध्या जाऊंगा और संविधान की एक प्रति जिला अध्यक्ष को दूंगा. अयोध्या का माहौल देखकर 1992 का बाबरी विध्वंस याद आ रहा है. फिर से ऐस ही माहौल तैयार किया जा रहा है. यह केवल इसलिए क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री अपना संवैधानिक कर्तव्य भूल चुके हैं. बीजेपी ये ड्रामा केवल अपनी विफलता को छुपाने के लिए कर रही है.'
अभी कुछ दिनों पूर्व ही बीजेपी सांसद साध्वी सावित्री बाई फुले ने भी यही बात कही थी कि अयोध्या में राम मंदिर नहीं बुद्ध मंदिर बनना चाहिए. उन्होंने कहा था कि यह तभी संभव होगा जब बहुजन समाज और पिछड़ा समाज एकजुट होकर अपनी ताकत का एहसास कराएगा.
चंद्रशेखर ने दावा किया कि अयोध्या का वास्तविक नाम साकेत है. यहां भगवान बुद्ध की ही मंदिर बननी चाहिए. विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा अयोध्या में जारी विरोध के बीच चंद्रशेखर सोमवार को अयोध्या पहुंचेंगे.
भीम आर्मी के संस्थापक ने कहा कि वह अपने साथ संविधान की एक प्रति भी लेकर जाएंगे और जिला अध्यक्ष को सौंपकर जिले में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपने संवैधानिक कर्तव्य का पालन करने को कहेंगे.
चंद्रशेखर ने कहा, 'संविधान आज खतरे में है. जब भी सांप्रदायिक पार्टियों को सत्ता चाहिए होती है, वह अयोध्या पहुंच जाते हैं. मैं सोमवार को अयोध्या जाऊंगा और संविधान की एक प्रति जिला अध्यक्ष को दूंगा. अयोध्या का माहौल देखकर 1992 का बाबरी विध्वंस याद आ रहा है. फिर से ऐस ही माहौल तैयार किया जा रहा है. यह केवल इसलिए क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री अपना संवैधानिक कर्तव्य भूल चुके हैं. बीजेपी ये ड्रामा केवल अपनी विफलता को छुपाने के लिए कर रही है.'
अभी कुछ दिनों पूर्व ही बीजेपी सांसद साध्वी सावित्री बाई फुले ने भी यही बात कही थी कि अयोध्या में राम मंदिर नहीं बुद्ध मंदिर बनना चाहिए. उन्होंने कहा था कि यह तभी संभव होगा जब बहुजन समाज और पिछड़ा समाज एकजुट होकर अपनी ताकत का एहसास कराएगा.