छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान भारी धांधली के बीच निपटा है। ईवीएम में कई जगह गड़बड़ी देखने को मिली हैं। एक शिक्षक के घर से भी दो ईवीएम मिली हैं जिससे कांग्रेस के भाजपा पर धांधली के आरोप सच लग रहे हैं।
ईवीएम को चूक रहित बताने के निर्वाचन आयोग के दावे भी खोखले साबित हुए। सुबह ही रायपुर, रायपुर ग्रामीण, कवर्धा, जांजगीर चांपा, दुर्ग और बालोद समेत कई विधानसभा क्षेत्रों के 50 से ज्यादा मतदान केंद्रों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें सामने आईं।
ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्य चुनाव आयुक्त सुब्रत साहू ने 9 हजार में से केवल 63 ईवीएम यूनिटों में गड़बड़ी की बात स्वीकार की। इनमें से 17 मशीनों के कंट्रोल, 27 के बैलेट और 19 के वीवीपैट बदले गए। खास बात ये रही कि जिस बूथ पर मुख्यमंत्री रमन सिंह को वोट डालना था, उसकी भी ईवीएम खराब रही।
इसके अलावा, महेंद्रगढ़ विधानसभा सीट के चिरमिरी इलाके में एक शिक्षक के घर से ईवीएम मशीनें मिलने के बाद तो निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठ गए। चिरमिरी में सरकारी हाईस्कूल प्रधानाध्यापक वेदप्रकाश मिश्रा के पास से पुलिस ने ईवीएम बरामद कीं। कांग्रेस ने इस घटन का वीडियो दिल्ली में निर्वाचन आयोग को भी दिया है।
कांग्रेस नेता पीएल पुनिया के नेतृत्व में एक टीम ने दिल्ली में निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की, और छत्तीसगढ़ चुनावों में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की शिकायत की।
पीएल पुनिया ने कहा, "छत्तीसगढ़ में ईवीएम मशीनें घर से मिली हैं। भाजपा के प्रत्याशी जगह-जगह पैसे बांटते हुए पकड़े गए। दो लाख भी बरामद हुए। एफआईआर दर्ज हुई, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई। चुनाव आयोग से निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने की मांग की गई है।"
दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक पीठासीन अधिकारी ने अपने पास दो ईवीएम मशीनें रखी हुई थीं। ईवीएम पूरी तरह से सीलबंद है किंतु यह नहीं पता चल पाया है कि आखिर ईवीएम पीठसीन अधिकारी के घर क्यों रखी गई थीं। पीठासीन अधिकारी वेदप्रकाश मिश्रा चिरमिरी डोमनहिल के गोदरी पारा में पदस्थ थे। फिलहाल पीठासीन अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।
ईवीएम को चूक रहित बताने के निर्वाचन आयोग के दावे भी खोखले साबित हुए। सुबह ही रायपुर, रायपुर ग्रामीण, कवर्धा, जांजगीर चांपा, दुर्ग और बालोद समेत कई विधानसभा क्षेत्रों के 50 से ज्यादा मतदान केंद्रों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें सामने आईं।
ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्य चुनाव आयुक्त सुब्रत साहू ने 9 हजार में से केवल 63 ईवीएम यूनिटों में गड़बड़ी की बात स्वीकार की। इनमें से 17 मशीनों के कंट्रोल, 27 के बैलेट और 19 के वीवीपैट बदले गए। खास बात ये रही कि जिस बूथ पर मुख्यमंत्री रमन सिंह को वोट डालना था, उसकी भी ईवीएम खराब रही।
इसके अलावा, महेंद्रगढ़ विधानसभा सीट के चिरमिरी इलाके में एक शिक्षक के घर से ईवीएम मशीनें मिलने के बाद तो निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठ गए। चिरमिरी में सरकारी हाईस्कूल प्रधानाध्यापक वेदप्रकाश मिश्रा के पास से पुलिस ने ईवीएम बरामद कीं। कांग्रेस ने इस घटन का वीडियो दिल्ली में निर्वाचन आयोग को भी दिया है।
कांग्रेस नेता पीएल पुनिया के नेतृत्व में एक टीम ने दिल्ली में निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की, और छत्तीसगढ़ चुनावों में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की शिकायत की।
पीएल पुनिया ने कहा, "छत्तीसगढ़ में ईवीएम मशीनें घर से मिली हैं। भाजपा के प्रत्याशी जगह-जगह पैसे बांटते हुए पकड़े गए। दो लाख भी बरामद हुए। एफआईआर दर्ज हुई, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई। चुनाव आयोग से निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने की मांग की गई है।"
दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक पीठासीन अधिकारी ने अपने पास दो ईवीएम मशीनें रखी हुई थीं। ईवीएम पूरी तरह से सीलबंद है किंतु यह नहीं पता चल पाया है कि आखिर ईवीएम पीठसीन अधिकारी के घर क्यों रखी गई थीं। पीठासीन अधिकारी वेदप्रकाश मिश्रा चिरमिरी डोमनहिल के गोदरी पारा में पदस्थ थे। फिलहाल पीठासीन अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।